Saturday, November 29, 2008

चुटकला ---जंगल में सेक्स

चुटकला ---जंगल में सेक्स

एक दिन जेन जंगल में टार्जन से मिली। वह उससे बहुत लगाव रखती है, उसके जीवन के बारे में बातचीत के क्रम में जेन ने उससे पूछा कि उसने सेक्स का आनन्द कैसे लिया। उसने पूछा कि “सेक्स क्या है?” जेन ने उसे समझाया कि सेक्स क्या होता है, तो उसने कहा कि “ओह, मैं तो पेङ के तने में बने छेद का इस्तेमाल करता हूँ।”

जेन घबरा कर बोली, “तुम कुछ नहीं जानते, मैं तुम्हें दिखाऊँगी कि इसे सही तरीके से कैसे करते हैं। उसने अपने सारे कपङे उतारे और जमीन पर लेट गयी। उसने अपने पैर फैलाये और चूत की ओर दिखाकर बोली, “यहाँ, तुम्हें इसमें घुसाना होगा।”

टार्जन ने शेर की खाल उतारी, उसके थोङा समीप आया और उसकी टाँगों के बीच एक जोरदार लात मारी। जेन दर्द के मारे दोहरी हो गई और ज़मीन पर लोटने लगी। फिर किसी तरह उसने खुद पर काबू पाया और पूछा “तुमने ऐसा क्यों किया?”

“टार्जन डालने से पहले पता करता है कि छेद में कहीं मधुमक्खियाँ तो नहीं हैं!”

चुटकुला - चूत में मधुमक्खी

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चुटकुला - बिना पाँव का तोता!

चुटकुला - बिना पाँव का तोता!

एक आदमी एक पालतू पशु-पक्षियों की दुकान में जाता है, और एक तोते को एक डंडे पर बैठा हुआ देखा, उसके पाँव नहीं थे। वह आदमी ऊँची आवाज़ में कहता है, “मैं आश्चर्यचकित हूँ, इस तोते को क्या हुआ?”

तोते ने उत्तर दिया, “मैं ऐसा ही पैदा हुआ था। मैं एक अधूरा तोता हूँ।”

“वाह!” आदमी विस्मित होता है। “तुम मेरी बात समझ गये और उत्तर भी दिया!”

“मैं प्रत्येक शब्द समझ गया,” तोता बोला। “मैं काफी तीक्ष्ण बुद्धि का और पढ़ा-लिखा हूँ।”

“सचमुच?”, आदमी ने पूछा, “तो फिर ये बताओ, कि तुम इस लकङी पर बिना पाँव के कैसे बैठ पाते हो?”

“अच्छा,” तोते ने कहा, “यह काफी लज्जाजनक बात है चूँकि तुमने पूछा है, तो बता रहा हूँ, मैं अपने लंड को इसके गिर्द लपेट कर एक हुक की तरह बना लेता हूँ। तुम मेरे परों के कारण इसे नहीं देख पाते होगे।”

“वाह” आदमी ने कहा, “तुम तो सचमुच अच्छी तरह हिन्दी समझ और बोल पाते हो, है ना?”

“वास्तव में, मैं हिन्दी और अंग्रेज़ी दोनों बोल सकता हूँ, और किसी भी विषय पर बात कर सकता हूँ: राजनीति, धर्म, खेल, विज्ञान, दर्शन। विशेषकर मैं पक्षी विज्ञान का विशेषज्ञ हूँ। तुम्हें मुझे खरीदना चाहिए। मैं अच्छा साबित होऊँगा।”

आदमी ने उसका मूल्य 10000 रुपये देखा। “क्षमा करो, पर मेरी इतनी खर्च करने की हैसियत नहीं है।”

“स्स्स्स्स्स्स्सस” तोते ने कहा, “मैं बिना टाँगों का हूँ, तो सच्चाई यह है कि कोई भी मुझे खरीदना नहीं चाहता। तुम शायद मुझे 100 रुपये में पा सकते हो, दुकानदार को एक बार कहो तो सही!”

आदमी ने 100 रुपये में सौदा पक्का किया और तोते को खरीद लिया।

कई सप्ताह बीत चुके हैं। तोता कमाल का है। उसका सेन्स ऑफ ह्यूमर कमाल का है, वह रोचक है, वह एक अच्छा दोस्त है, वह सबकुछ समझता है, वह हमदर्दी दिखाता है, वह दिव्य है।

आदमी अत्यंत हर्षित है। एक दिन जब आदमी काम से वापस घर लौटा तो तोते ने कहा “स्स्स्स्स्स्स्सस” और उसकी तरफ एक डैने से इशारा करके कहता है। “मुझे नहीं पता तुम्हें यह बताना चाहिए या नहीं, पर यह तुम्हारी पत्नी और डाकिये के बारे में है।”

“तुम किस बारे में बात कर रहे हो।” आदमी पूछता है। “जब पोस्टमैन ने जब आज डाक दी, तो तुम्हारी पत्नी ने उसका स्वागत महीन काली नाईटी में किया और उसे जबर्दस्त तरीके से किस्स किया।”

“क्या?!” आदमी ने उत्सुकतावश पूछा। “फिर क्या हुआ?”

“फिर डाकिया भीतर आया और उसकी नाईटी उपर उठायी और हर जगह हाथ लगाया और चूमा” तोते ने बताया।

“हे भगवान!” वह विस्मित हुआ। “फिर क्या?”

“फिर उसने उसकी नाईटी उठाकर घुटनों के बल बैठ गया और हर जगह चाटने लगा, उसकी चूचियों से शुरू कर धीरे-धीरे नीचे आने लगा…”

“अच्छा???” आदमी ने बेहद गुस्से में पूछा, “आगे क्या हुआ?”

“मैं आगे कुछ नहीं देख सका! मेरा लंड खङा हो गया, हुक सीधा हो गया और मैं यहाँ से नीचे गिर पङा!”

चुटकुला: गोली के साथ पैदा हुआ!

चुटकुला: गोली के साथ पैदा हुआ!

एक गर्भवती महिला एक बैंक में जाती है, और एक खाली काउंटर पर खङी हो जाती है। उसी वक्त बैंक में डकैती होती है और तीन गोलियाँ उसके पेट में लगतीं हैं। उसे फौरन एक अस्पताल ले जाया जाता है जहाँ उसका इलाज किया जाता है, ठीक होने पर वह डॉक्टर से अपने बच्चे के बारे में पूछती है।

डॉक्टर उसे बताता है कि “आपको तीन बच्चे होने वाले हैं, तीनों ठीक हैं पर उनके पेट में बंदूक की गोली है। मगर चिन्ता की कोई बात नहीं है, गोली उनके सामान्य पाचन क्रिया के फलस्वरूप बाहर आ जाएँगी।”

समय बीतता है, उस औरत के तीन बच्चे होते हैं, दो लङकियाँ और एक लङका। बारह वर्षों के बाद एक दिन एक लङकी अपनी माँ के पास आती है और कहती है कि “मम्मी आज मैंने एक बहुत अद्भुत काम किया है!”

उसकी माँ पूछती है कि क्या हुआ, वह बताती है कि “मेरे पेशाब करते समय टॉयलेट मे एक गोली निकली।” औरत उसे दिलासा देती है और बैंक वाली घटना सुनाती है।

कुछ हफ्तों के बाद उसकी दूसरी बेटी उसके पास आँखों में आँसू लिए हुए आती है और कहती है “माँ मैंने एक बहुत बुरा काम किया है!” माँ कहती है “मुझे अंदाजा लगाने दो, तुम्हारे पेशाब करते समय गोली निकली है ना?”

बेटी ने उसे आँसू भरे आँखों से देखते हुए पूछा, “हाँ, तुम्हें कैसे पता चला?”

माँ अपनी बच्ची को सब समझाती है और बैंक वाली घटना के बारे में बताती है।

एक महीने के बाद उसका बेटा उसके पास आता है और कहता है, “माँ मुझसे एक बहुत ही बुरा काम हो गया है!”

“तुम्हारे पेशाब करते समय एक गोली निकली है ना?”

“नहीं, मैं मुट्ठ मार रहा था और कुत्ते को गोली लग गयी।”

चुटकुला: अगर दीवारों के कान होते

चुटकुला: अगर दीवारों के कान होते

एक लङका अपनी गर्लफ्रेंड के साथ बाहर घूमने के बाद, उसके घर तक छोङने आता है, जब वे घर के दरवाज़े पर पहुँचते हैं तो वह अपना एक हाथ दीवार पर टिका कर थोङा झुकता हुआ उससे पूछता है, “प्यारी, क्या तुम मेरा लौङा चूस सकती हो?”

“क्या? तुम पागल तो नहीं हो गये हो???!!!ठ

“चिन्ता मत करो, यह तुरन्त हो जाएगा, कोई समस्या नहीं है।”

“नहीं!! कोई देख लेगा, कोई रिश्तेदार, या पङोसी…”

“रात के इस समय कोई नहीं देखेगा…”

“मैंने पहले ही कह दिया, नहीं मतलब नहीं!”

“यार, यह एक छोटा काम है… मुझे पता है तुम भी यह करना पसन्द करती हो…”

“नहीं!!! मैंने कहा नहीं!!!”

“मेरे प्यार… ऐसे मत करो…”

तभी उसकी छोटी बहन उलझे बाल लेकर, नाइट-गाउन में आँखें मलते हुए दरवाज़े पर आ खङी हुई और बोली, “डैडी का कहना है कि या तो तुम उसका लौङा चूसो, या फिर मैं चूस दूँ, नहीं तो वो ख़ुद आकर चूसेंगे, मगर भगवान के लिए अपने ब्वॉयफ्रेंड से कहो कि इंटरकॉम से अपना हाथ हटा ले!”

चुटकुला: बेबी शॉट!

चुटकुला: बेबी शॉट!

स्मिथ दंपति को कोई बच्चा नहीं था अतः उन्होंने योजना बनाई कि किसी और आदमी से सहवास कराकर बच्चा पा सकते हैं। जिस दिन वह आदमी आनेवाला था, स्मिथ ने अपनी को चूमा और कहा, “वह आदमी किसी भी वक्त यहाँ आता ही होगा।”

आधे घंटे के बाद, संयोगवश, एक फेरी लगाकर फोटो खींचने वाले फोटोग्राफर ने कुछ काम मिलने की आस में उनके घर की डोरबेल बजायी।

“गुड मॉर्निंग मैडम। आप मुझे नहीं जानतीं पर मैं यहाँ…”

“ओह, समझाने की कोई ज़रूरत नहीं है। मैं आपका ही इंतज़ार कर रही थी,” स्मिथ की पत्नी ने उसकी बात काटते हुए कहा।

“सचमुच?” फोटोग्राफर ने पूछा। “फिर अच्छा है! मैं बच्चों का विशेषज्ञ हूँ।”

“मेरे पति और मुझे यही आशा है। कृपया अंदर आएँ और स्थान ग्रहण करें।”

“कहाँ से शुरू करें?” मिस्टर स्मिथ ने थोङी लज्जा के साथ कहा।

“आप सबकुछ मेरे ऊपर छोङ दें। मैं सामान्यतः दो बाथटब में, एक सोफे पर, और थोङे बेड पर प्रयास करता हूँ। कभी-कभी लिविंग-रूम की फर्श़ पर भी मज़ा आता है”

“बाथटब, लिविंग-रूम फ्लोर? कोई आश्चर्य नहीं कि हमारे प्रयास विफल हुए।”

“वैसा तो, मैडल, हम कभी भी हर बार अच्छा नहीं कर पाते। पर अगर हम कई तरीकों से करें और छः-सात कोणों से शॉट मारें, तो मुझे पक्का यकीन है कि आप परिणाम से संतुष्ट होंगी।”

“मैं आशा करता हूँ कि यह सब जल्दी हो जाएगा,” मिस्टर स्मिथ ने साँस लेते हुए कहा।

“मैडम, हमारे लाईन में, हम समय लेते हैं। मैं पाँच मिनट में काम खत्म कर सकता हूँ, पर आपको इससे निराशा होगी। मुझे विश्वास है।”

“मुझे पता नहीं!”, मिसेज़ स्मिथ ने आश्चर्य से कहा।

फोटोग्राफर ने अपना ब्रीफ़केस खोला और उसमें बच्चों के तस्वीरों वाली एक अल्बम निकाली। “यह लंदन डाउन-टाउन में एक बस के छत पर की गयी थी।”

“हे भगवान!!”, मिसेज़ स्मिथ आश्चर्य से बोली।

“और इन जुङवाँ ने काफी परेशानी पैदा की थी, इनकी माँ के साथ काम करने ने काफी परेशानी हुई।” फोटोग्राफर ने मिसेज़ स्मिथ को फोटो थमाया।

“इसके साथ करना कठिन था?” मिसेज़ स्मिथ ने पूछा।

“हाँ, बाद में मुझे उसके साथ पार्क में जाकर काम पूरा करना पङा। काफ़ी लोग वहाँ थे, और काफी धक्का-मुक्की भी थी।”

“आपने ऐसा भी किया है?” मिसेज़ स्मिथ ने आश्चर्य से आँखें चौङी करते हुए पूछा।

“हाँ”, फोटोग्राफर ने कहा। “हाँ इसमें तीन घंटे से अधिक लग गये। औरत लगातार चिल्ला रही थी। मैं मुश्किल से एकाग्रता बनाए रख पा रहा था। फिर अंधेरा घिर आया और मैंने अपने शॉट शुरू किया। अंततः जब गिलहरियाँ मेरे यंत्र को काटने लगीं तब मैंने ये सब समेट लिया।”

मिसेज़ स्मिथ आगे की ओर झुकीं। “आपका मतलब है, उन्होंने आपके…. औज़ार को काट खाया?”

“सही में। ठीक है मैडम, अगर आप तैयार हैं तो, मैं अपना ट्राईपॉड सेट करता हूँ ताकि हम काम शुरू कर सकें।”

“ट्राईपॉड??”, मिसेज़ स्मिथ अब सचमुच चिन्तित दिख रही थीं।

“हाँ, मुझे अपने तोप (Canon) को टिकाने के लिए ट्राईपॉड का इस्तेमाल करना पङता है। जब मैं काम के लिए तैयारी कर रहा होता हूँ तो मुझे इसे सँभालने में काफी दिक्कत होती है, क्योंकि यह काफी बङा और भारी है। मैडम? मैडम?… हे भगवान, ये तो बेहोश हो गयी!!”

चुटकुला: संभावना बनाम वास्तविकता

चुटकुला: संभावना बनाम वास्तविकता

एक किशोर स्कूल से लेखन-गृह-कार्य लेकर घर आता है। वह अपने पिता से इसमें कुछ सहायता चाहता है। “पिताजी, क्या आप मुझे बता सकते हैं कि सम्भावना और वास्तविकता में क्या अन्तर है?”

उसके पिता सोचने की मुद्रा में ऊपर की और ताकते हैं, और फिर कहते हैं, “मैं तु्म्हें अन्तर दिखाऊँगा। तुम जाकर अपने माँ से पूछो कि क्या वह सौ करोङ रूपये के लिए अम्बानी के साथ सो सकती है। फिर अपनी बहन के पास जाओ और उससे पूछो कि क्या वह सौ करोङ रूपये के लिए शाहरूख ख़ान के साथ सो सकती है। बाद में मेरे पास आओ और बताओ कि तुमने क्या सीखा।”

बच्चा आश्चर्यचकित हो गया, पर उसने निश्चय किया कि वह पता लगाएगा कि उसके पिता उसे क्या समझाना चाहते हैं। वह अपनी माँ से पूछता है, “माँ, अगर तुम्हें सौ करोङ रूपये दिए जाएँ तो क्या तुम अम्बानी के साथ सो सकती हो?”

उसकी माँ थोङा इधर-उधर देखती है, और फिर अपने चेहरे पर हल्की मुस्कुराहट लाकर कहती है, “अपने पिता को मत बताओ, पर, हाँ, मैं सोऊँगी।”

तब वह अपनी बहने के कमरे में जाता है और उससे पूछता है, “दीदी, अगर तुम्हें सौ करोङ रूपये दिये जाएँ तो क्या तुम शाहरूख़ ख़ान के साथ सोओगी?”

उसकी बहन उसे देखकर कहती है, “ज़रूर!”

बच्चा अपने पिता के पास वापस जाता है और कहता है, “पिताजी, मुझे लगता है कि मुझे सवाल का उत्तर मिल गया है। सम्भावना है कि, हम दो सौ करोङ के ऊपर बैठे हैं, पर वास्तविकता है कि, हम दो वेश्याओं के साथ जी रहे हैं।”

चुटकुला: रोबोट सेक्रेटरी!

चुटकुला: रोबोट सेक्रेटरी!

दो दोस्त उनमें से एक के ऑफिस में मिलते हैं, जो नयी टेक्नॉलजी में अत्याधिक रूचि रखने के लिए जाना जाता है।

“हाय दोस्त कैसे हो?”

“अच्छा हूँ यार। मुबारक़ हो, तुम्हारी नयी सेक्रेटरी बहुत ख़ूबसूरत है!”

“अच्छा, मुझे खुशी हुई जो तुम्हें वह पसन्द आयी। यक़ीन करो या नहीं, वह एक रोबोट है!”

“हो ही नहीं सकता! ऐसा भला कैसे संभव है?”

“ऐसा ही है! वह जापान में बनी आधुनिकतम मॉडल है। मैं तुम्हें बताता हूँ कि वह किस प्रकार से काम करती है। अगर तुम उसकी बायीं चूची दबाते हो, तो वह तुम्हारी बातें रिकॉर्ड करती है। अगर तुम उसकी दायीं चूची दबाते हो तो वह लेटर टाईप करती है। इतना ही नहीं, वह सेक्स भी कर सकती है!”

“क्या बात कर रहे हो यार, तुम मज़ाक कर रहे हो, है ना?”

“नहीं वो ऐसी ही है, अगर तुम चाहो तो आज़मा भी सकते हो”

तब उसका दोस्त उसे रेस्टरूम में ले जाता है और थोङी देर रहता है, अचानक उसके चिल्लाने की आवाज़ आती है “आईईईईईईईईईई… बचाओ!”

ओह्ह्ह्ह्हहह!

“आहहह्ह्हहहहहह! हाय्य्ययययययय!”

पहला दोस्त कहता है, “ओह! मैं तो उसे बताना भूल ही गया कि उसकी गाँड एक पेंसिल-शार्पनर है!”

चुटकुला: अगर दीवारों के कान होते

चुटकुला: अगर दीवारों के कान होते

एक लङका अपनी गर्लफ्रेंड के साथ बाहर घूमने के बाद, उसके घर तक छोङने आता है, जब वे घर के दरवाज़े पर पहुँचते हैं तो वह अपना एक हाथ दीवार पर टिका कर थोङा झुकता हुआ उससे पूछता है, “प्यारी, क्या तुम मेरा लौङा चूस सकती हो?”

“क्या? तुम पागल तो नहीं हो गये हो???!!!ठ

“चिन्ता मत करो, यह तुरन्त हो जाएगा, कोई समस्या नहीं है।”

“नहीं!! कोई देख लेगा, कोई रिश्तेदार, या पङोसी…”

“रात के इस समय कोई नहीं देखेगा…”

“मैंने पहले ही कह दिया, नहीं मतलब नहीं!”

“यार, यह एक छोटा काम है… मुझे पता है तुम भी यह करना पसन्द करती हो…”

“नहीं!!! मैंने कहा नहीं!!!”

“मेरे प्यार… ऐसे मत करो…”

तभी उसकी छोटी बहन उलझे बाल लेकर, नाइट-गाउन में आँखें मलते हुए दरवाज़े पर आ खङी हुई और बोली, “डैडी का कहना है कि या तो तुम उसका लौङा चूसो, या फिर मैं चूस दूँ, नहीं तो वो ख़ुद आकर चूसेंगे, मगर भगवान के लिए अपने ब्वॉयफ्रेंड से कहो कि इंटरकॉम से अपना हाथ हटा ले!”

चुटकुला : धोने का कपङा

चुटकुला : धोने का कपङा

एक छोटा बच्चा अपनी माँ के नहाते वक्त उसके बाथरूम में जाता है और उसके गुप्तांगों के पास बाल देखता है। बच्चे ने अपने माँ से पूछा, “माँ, यह क्या है?”

उसने उत्तर दिया, “यह मेरा धोनेवाला कपङा है।”

बच्चा वहाँ से चला गया।

एक शाम को औरत अपने पति के साथ चुदाई शुरू करने वाली थी तो पति ने उससे कहा कि आज कुछ अलग करेंगे और वह अपनी झाँटे साफ कर ले। वह मान गयी।

करीब एक सप्ताह के बाद बच्चा फिर अपनी माँ के बाथरूम में जाता है और बाल नदारद पाता है। अतः वह चिन्तित होकर अपनी माँ से पूछता है, “माँ, आपके धोनेवाले कपङे का क्या हुआ?”

वह उत्तर देती है, “खो गया।”

उसी दिन बाद में बच्चा दौङता हुआ अपनी माँ के पास आया और बोला, “माँ, मुझे तुम्हारा धोनेवाला कपङा मिल गया।”

वह आश्चर्च से पूछती है, “कहाँ मिला तुम्हें?”

बच्चे ने उत्तर दिया, “पङोस वाली आंटी उससे डैडी का चेहरा साफ कर रही थी!”

इच्छा भरी सोच ---जोके

इच्छा भरी सोच

एक दिन एक युवा जोङी बहुत ही असाधारण गोल्फ कोर्स पर करोङो के घोङे के साथ गोल्फ का लुत्फ ले रहे हैं। तीसरे टी पर, पत्नी ने एक शॉट कोर्स के करीब के सबसे बङे घर के खिङकी में मार दिया। वे पैदल वहाँ तक गये, दरवाजा खटखटाया, तो एक आवाज़ सुनायी दी, “अंदर आ जाओ।” दरवाजा खोलकर जब वे अंदर गये तो उन्हें हर ज़गह शीशे दिखे और एक टूटी बोतल फर्श पर थी।

सोफे पर बैठा एक आदमी कहता है, “क्या तुम्हीं लोगों ने मेरी खिङकी तोङी?” पति माफी माँगने लगता है, पर वह आदमी उसकी बात काट देता है। “दरअसल, मैं आपको धन्यवाद करना चाहता हूँ-मैं एक जिन्न हूँ जो उस बोतल में बंद था, और आपका रास्ते से भटका हुआ शॉट मुझे आजाद करवा लाया। मुझे तीन इच्छाएँ पूरी करने का अधिकार है, अतः आप दोनों को मैं एक-एक इच्छा देता हूँ, और अंत में मैं एक रख लेता हूँ।”

“बहुत ख़ूब!” पति कहता है। “मैं जिन्दगी भर साल में 10 करोङ रूपये चाहता हूँ।”

“कोई समस्या नहीं है,” जिन्न ने कहा, “यह तो मेरे लिए सबसे कम कठिन कार्य है। और आप मैडम, आप क्या चाहतीं हैं?”

“मैं दुनिया के हर देश में एक घर चाहती हूँ,” पत्नी कहती है।

“आप समझिए कि ऐसा हो गया,” जिन्न ने जिन्न की ओर मुङते हुए उत्तर दिया। “और अब मेरी बारी। क्योंकि मैं बोतल में बन्द था तो मैंने बहुत लम्बे समय से किसी को चोदा नहीं है। मेरी इच्छा तुम्हारी बीवी को चोदने की है।”

पति ने पत्नी के चेहरे को गौर से देखा और कहा, “वैसे, हमें काफी दौलत और बहुत सारे घर मिल गये हैं। अगर तुम्हें आपत्ति न हो तो, मुझे भी कोई आपत्ति नहीं है।”

पत्नी राजी हो जाती है, और जिन्न उसे ऊपर ले जाता है, जहाँ वह उसे तीन घंटों तक भरपूर चोदता है। ये सब पूरा हो जाने के बाद, जिन्न वहाँ से लिपट कर हटता है, पत्नी को देखता है, और पूछता है, “वैसे, तुम्हारे पति की उम्र कितनी है?”

“पैंतीस साल,” वह उत्तर देती है।

“और वह अब तक जिन्न में विश्वास करता है?”

चुटकुला: आग कहाँ लगी है?

चुटकुला: आग कहाँ लगी है?

एक आदमी गली में जा रहा है और देखता है कि एक छोटा बच्चा एक खिलौना-दमकल पर सवारी कर रहा है जिसे एक कुत्ता खींच रहा है। दुर्भाग्य से, रस्सी कुत्ते के अंडकोष में बाँधी गयी थी, जिसके कारण वह खिलौना ट्रक बहुत धीरे जा रहा था।

आदमी बच्चे से कहता है, "जानते हो बेटे, अगर यह रस्सी कुत्ते के गर्दन में बँधी होती तो ट्रक इससे बहुत अधिक तेज़ जा सकता था।"

"मुझे भी ऐसी लगता है," बच्चे ने कहा, "मगर ऐसे में मेरे पास सायरन नहीं होगा।"


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Friday, November 28, 2008

सलहज की चुदाई

सलहज की चुदाई


दोस्तो ! मैं सेक्सी कहानियाँ सात महीनों से पढ़ रहा हूँ। मैं २५ साल का शादीशुदा मिडल परिवार का राजस्थान के एक छोटे से कसबे का सेक्सी लडका हूँ। मैं ८ वीँ कक्षा से औरतोँ को चोदने लगा था। मेरी शादी को दो साल हो गये है। मेरी सलहज की अभी तक चूत कुँवारी है। वो ५ सालोँ मे अभी तक माँ नहीं बन पाई।

उस समय वो २६ साल की थी. बहुत सुंदर है, उसका फिगर ३६-२६-३६, ऊंचाई ५’५", वो बहुत सेक्सी है. जब भी मैं उसके बारे मे सोचता तो उसको जमकर चोदने का मन करता लेकिन मैं कुछ नही कर पाता. वो मेरी पत्नी से सारी बातें शेयर करती थी। वो मेरी पत्नी को सेक्सी फ़िल्में और सेक्सी किताबें दिया करती थी। उसके बाद मैं इन्टरनैट पर सेक्सी कहानियाँ ढूंढने लगा, मुझे बहुत सी कहानियाँ मिली मै उन्हें प्रिन्ट करके उन्हें देने लगा। मैं बस उसको चोदना चाहता था। जब मेरी पत्नी के बच्चा हुआ, बीस दिन के बाद वो मायके गई। अब उसके मन में भी माँ बनने की चाह होने लगी।

जब मैं १५ दिनों के बाद रविवार के दिन सुबह ससुराल में गया तो वो मुझे देख कर खुश हुई। दिन में हम दोनो बातें करने लगे मैने बातों बातों में पूछा आप कि के चहरे पर वो मुस्कान नहीं दिखाई देती। उसने कहा कुछ नहीं बस ऐसे ही। मैंने उससे कहा - देखो मैं आपके दोस्त की तरह हूँ, आप मुझे बताओ कि क्या मैं आपकी कुछ हेल्प कर सकता हूँ। उसने कहा ऐसी कोई बात नहीँ। फ़िर दुबारा उससे पूछा तब उसने कहा कि वो मुझे डांटते रहते हैं और ठीक से प्यार भी नहीं करते। मैंने कहा मैं जानता था कि यही बात होगी। अब आप साफ साफ बताओ कि क्या वो आपको वो ख़ुशी पूरी तरह नहीं दे पाते। फ़िर वो रोने लगी और कहा कि क्या बताऊं वो ठीक तरह से नहीं कर पाते।

मैने कहा कि आज कल ऐसी बहुत सी औरतें है जिनके साथ यह प्रॉब्लम है पर वो तो ऐसे नही रोंती। तो तुम ही बताओ कि मैं क्या करूं। मैने कहा मैं आपको वो प्यार दे सकता हूँ। वो चौंक गई, मैने कहा इसमें कोई बुराई नहीं है सभी ऐसे ही करती हैं। आप का कोई दोष नहीं। फ़िर मैंने कहा आप बे फ़िक्र हो जाइये किसी को कानो कान खबर नहीं होगी। उसने कहा ऐसा पोसिबल है? मैने कहा अगर आप चाहें तो मैं कोई धक्का तो नही कर रहा, मैं आपकी इज़ाज़त हो तो मैं वो प्यार दे सकता हूं जो मेरे साले ने देना था। देखो बाकी आपकी मरजी है मैं तो बस आपको खुश देखना चाहता हूं। आप चाहो तो मुझे रात को मिल सकती है। तो वो कहने लगी- अगर किसी को को पता चल गया तो?

मैने कहा हम कोई पागल थोडी ना हैं। मर्यादा में तो हमे ही रहना पडेगा। उसने मुसकरा दिया ओर रूम से बाहर आ गई। रात को मैं रूम में वेट कर रहा था। वो ११:३० बजे आई। आते ही मुझसे लिपट गई। मैं उसे बेसबरी से चूम रहा था। वो भी मुझे चूमती हुए कह रही थी इतने दिन पहले क्यों नही मिले। मैंने मेरा हाथ उसके बूब्स पर सरकाया और हलके से दबाया, उसके बूब्स एकदम कड़क थे. फ़िर गाउन के ऊपर से निपल के साथ खेलने लगा तो वो और उत्तेजित हो गई और मुझे पागलो की तरह चूमने लगी, अब मैंने उसका गाउन उपर सरका के उसके बूब्स को नंगा कर दिया। मैं उसके बूब्स को बारी बारी से चूमने और चाटने लगा उसको बहुत मजा आ रहा था, एक हाथ से मैं बूब्स को दबा रहा था तभी दूसरा हाथ मैंने उसकी चूत की ओर बढाया।

उसकी चड्डी भीग चुकी थी इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि वो कितनी उत्तेजित थी और मजे लूट रही थी. अब मैं उसकी कलेटरिस से खेलने लगा. मैंने उसकी पैंटी को भी हटा दिया अब वो एकदम नंगी थी, उसने मेरे सारे कपडे उतार दिये और मेरे लंड को हाथ से मसलने लगी. मैंने अपना मुहं उसकी चूत पर रख दिया, उसकी चूत से एक अजीब सी सुगंध आ रही थी. चूत टेनिस बोल की तरह फूली हुई थी जो क्लीन शेव्ड थी. मैं उसी चूत को चाटने लगा और साथ में उसके बूब्स को भी मसलने लगा। अब वो खुशी के मारे हल्के से बोल रही थी.... साम. मुझे बहुत मजा आ रहा है, चूसो मेरी चूत को......आ.आ..आआया.आआआआआअ..आआआ..उ.ऊउऊ.ऊ.ईई.ऊई..ऊई आह आआह्ह्छ .......साम ...मुझसे और इंतजार नही हो सकता प्लीज़ मुझे चोदो....प्लीज़ फक मी.

मैं भी तैयार था, उसने दोनों पैर मेरे कंधो पर रख दिए। अब मैंने अपना ८" लंबा और ३.५" लंड उसकी चूत पर रगड़ने लगा तो वो गिड़गिड़ाने लगी प्लीज़ मुझे चोदो ना, मत तड़पाओ..अब मैंने अपने लंड का सुपाडा उसकी रसीली चूत के द्वार पे रख कर एक जोरदार धक्का लगाया........मर गई..निकालो....निकालो..मैं रुक गया और उसके बूब्स के साथ खेलने लगा, कुछ पल में वो अपनी गांड हिलाने लगी तो मैंने एक और जोरदार धक्का लगाया लगभग ६" तक मेरा लंड उसकी चूत में घुस गया. उसकी चूत से खून बहने लगा. सारी दीवारें टूट गई

. ...वो जोर जोर से चिल्लाने लगी, मैंने अपने होठं उसके होठं पर रख दिए और एक धक्का मारा इस बार मेरा पूरा लंड उसकी चूत में घुस गया.....वो दर्द के मारे तड़पने लगी ...मैं थोडी देर उसके बूब्स को धीरे धीरे दबाता रहा और उसे चूमता रहा। २ मिनिट बाद उसने थोडी राहत महसूस की तो अपने कुल्हे उठाने लगी। अब मैंने धीरे धीरे अपना लंड अन्दर -बाहर करने लगा. अब वो अपनी स्पीड बढाती जा रही थी. करीब १० मिनिट बाद उसका शरीर तंग हो गया ...वो झड़ गई...अब पूरा कमरा फचक फचाक ..फचक की आवाज से गूंज रहता.....साथ में अमिता की सिस्कारियां आ..आया..या.य्य्य्य्य्य्य.ओह..या..या.....ऊऊऊउईईईईईईईईईईईईईईईईई आआआआआआआआआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अब मैंने भी स्पीड बढाई ....मेरा लंड चूत में इंजन के पिस्टन की तरह अन्दर बाहर हो रहा था......अब मेरी बारी थी सांसे एकदम तेज हो गई। दोनों पसीने से तर हो रहे थे.

हम अपनी मस्ती में सारी दुनिया भूल चुके थे। वो बहुत खुश थी। मैने जमकर ४५ मिनट तक चुदाई की। वो बोली - आज मैने असली सुहागरात मनाई है। शादी के बाद आज पहली बार सेक्स की प्यास बुझी है। चुदाई करते समय उसने बताया कि जीजाजी आपका लन्ड मेरे पति से बड़ा और मोटा भी है। अब पूरी रात में हमने ६-७ बार सेक्स किया। वो पूरी तरह तृप्त हो गई थी। उसने कहा कि मुझे सही मायनो में सेक्स का मतलब पता लगा है। फ़िर हमने इसके बाद सोमवार रात को ८-१० बार सेक्स किया। उसने कहा - आज मुझे पूरा विश्वास है कि मैं इस बार प्रेगनैन्ट हो जाउंगी और ऐसा ही हुआ।

अगली सुबह मैं ससुराल से वापिस आ गया

मेरी बेटी



मेरी बेटी


मैं ४२ साल का हूँ , मैं आपको एक सच्ची कहानी लिख रहा हूँ . मेरी शादी करीब २० साल की उमर में हुई . मेरी पत्नी डिलिवरी के समय हमारी बेटी को जन्म देते ही मर गई . उसके बाद मेरे घरवालों ने मुझे दूसरी शादी के लिए बहुत कहा लेकिन सोतेली मां के डर से मैं नही माना . मैं अपनी बेटी से बहुत प्यार करता था .और मेरी बेटी भी मेरी कुर्बानी को जानती थी इस लिए वो मेरा बहुत ख्याल रखती .

मगर हमारी जिन्दगी में चेंज तब आया जब एक दिन मेरी बेटी अपनी दोस्तों के साथ बाहर गई और मैंने सोचा कि उसकी अलमारी की सफाई कर दूँ . मैंने देखा कि उसकी अलमारी में अडल्ट बुक्स और सी डी'ज् पड़े थे . उस दिन सालों से सोयी वासना जाग उठी और में अपनी बेटी को दूसरी नज़रों से देखने लगा . मेरी बेटी १६ सालों की सेक्सी लड़की थी , उसका साइज़ ३२ -२८ -३२ था . मैं हर समय उस पर नज़र रखने लगा .वो अक्सर घर में शोर्ट्स पहनती है . मैं अक्सर उनमे उसके सेक्सी लेग्स और पैंटी को देखता रहता . उसके ब्रा को लेकर मुठ मारता .

मेरा और उसका कमरा साथ -साथ हैं और मैंने उसके कमरे में देखने के लिए बीच में एक मोरी भी कर ली . एक दिन मैंने देखा की रात को करीब १२ बजे उसके कमरे से आवाज़ आ रही है मैंने देखा तो सोनिया अडल्ट फ़िल्म देख रही थी .उसके फेस दूसरी तरफ़ था और वो सिसकियाँ ले रही थी . मैं अपने आप को रोक न सका और मैंने उसके कमरे का डोर ओपन कर दिया

वो मुझे देख कर डर गई और रोने लगी . मैं उसके पास जाकर उसे पकड़ लिया . वो मुझे कहने लगी पापा यह क्या कर रहे हैं . मैंने कहा वही जो एक मरद और औरत करते हैं . पर मैं आपकी बेटी हूँ उसने कहा . पर मैंने उसकी बात नही सुनी और उसकी नाईटी फाड़ दी . उसने अंदर से कुछ नहीं पहना था . उसके गोरे -गोरे मुम्मे देख कर में होश खो बैठा और उन्हें चूसने लगा . उसकी चूत पर एक भी बाल नहीं था . मैं उसकी चूत को चूसने लगा . अब तक सोनिया भी गरम हो गई थी वो भी मेरा साथ देने लगी . मैंने अपने कपड़े उतार दिए और अपना लंड उसके मुंह में डाल दिया फिर मैंने उसकी लेग्स खोल कर अपना लंड उसकी चूत पे रखा . पहले ही स्ट्रोक में मैंने अपना ३ इंच लंड अंदर घुसा दिया सोनिया चीखने लगी थी मैंने उसके लिप्स को अपने लिप्स से दबा दिया दूसरे स्ट्रोक में मैंने अपना पूरा लंड अन्दर घुसा दिया . उसकी आखों से आंसू आने लगे मगर मैं लगातार स्ट्रोक लगाता रहा

नेक्स्ट मोर्निंग मैं अपनी रात वाली बात से बहुत दुखी था मैं सोनिया से नज़रें नहीं मिला पा रहा था . मगर रात को सोनिया मेरे रूम में आई और बोली अपने मेरी खातिर अपनी सारी जिन्दगी ख़राब कर दी तो मैं क्या आपकी खातिर कुछ नहीं कर सकती . उसने अपने कपड़े उतार दिये और मेरे भी उतारने लगी . उसके बाद हम डेली सेक्स करने लगे जब भी हम घर पर होते नंगे ही रहते . करीब २ महीने के बाद सोनिया प्रेग्नेंट हो गई . तब हम लुधियाना से दिल्ली आ गए और यहाँ आकर शादी कर ली और पति पत्नी के तरह रहने लगे . यहाँ किसी को नहीं पता कि हम बाप बेटी हैं . जब सोनिया के डिलिवरी हुई तो में बहुत डरा क्यूँ की में अपना दूसरा जीवनसाथी नहीं खोना चाहता था . अब सोनिया मेरे दो बेटों की माँ है . मगर कभी -कभी मैं सोचता के सोनिया हमारे बेटों की माँ है या बहिन .

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