स्मिथ दंपति को कोई बच्चा नहीं था अतः उन्होंने योजना बनाई कि किसी और आदमी से सहवास कराकर बच्चा पा सकते हैं। जिस दिन वह आदमी आनेवाला था, स्मिथ ने अपनी को चूमा और कहा, “वह आदमी किसी भी वक्त यहाँ आता ही होगा।”
आधे घंटे के बाद, संयोगवश, एक फेरी लगाकर फोटो खींचने वाले फोटोग्राफर ने कुछ काम मिलने की आस में उनके घर की डोरबेल बजायी।
“गुड मॉर्निंग मैडम। आप मुझे नहीं जानतीं पर मैं यहाँ…”
“ओह, समझाने की कोई ज़रूरत नहीं है। मैं आपका ही इंतज़ार कर रही थी,” स्मिथ की पत्नी ने उसकी बात काटते हुए कहा।
“सचमुच?” फोटोग्राफर ने पूछा। “फिर अच्छा है! मैं बच्चों का विशेषज्ञ हूँ।”
“मेरे पति और मुझे यही आशा है। कृपया अंदर आएँ और स्थान ग्रहण करें।”
“कहाँ से शुरू करें?” मिस्टर स्मिथ ने थोङी लज्जा के साथ कहा।
“आप सबकुछ मेरे ऊपर छोङ दें। मैं सामान्यतः दो बाथटब में, एक सोफे पर, और थोङे बेड पर प्रयास करता हूँ। कभी-कभी लिविंग-रूम की फर्श़ पर भी मज़ा आता है”
“बाथटब, लिविंग-रूम फ्लोर? कोई आश्चर्य नहीं कि हमारे प्रयास विफल हुए।”
“वैसा तो, मैडल, हम कभी भी हर बार अच्छा नहीं कर पाते। पर अगर हम कई तरीकों से करें और छः-सात कोणों से शॉट मारें, तो मुझे पक्का यकीन है कि आप परिणाम से संतुष्ट होंगी।”
“मैं आशा करता हूँ कि यह सब जल्दी हो जाएगा,” मिस्टर स्मिथ ने साँस लेते हुए कहा।
“मैडम, हमारे लाईन में, हम समय लेते हैं। मैं पाँच मिनट में काम खत्म कर सकता हूँ, पर आपको इससे निराशा होगी। मुझे विश्वास है।”
“मुझे पता नहीं!”, मिसेज़ स्मिथ ने आश्चर्य से कहा।
फोटोग्राफर ने अपना ब्रीफ़केस खोला और उसमें बच्चों के तस्वीरों वाली एक अल्बम निकाली। “यह लंदन डाउन-टाउन में एक बस के छत पर की गयी थी।”
“हे भगवान!!”, मिसेज़ स्मिथ आश्चर्य से बोली।
“और इन जुङवाँ ने काफी परेशानी पैदा की थी, इनकी माँ के साथ काम करने ने काफी परेशानी हुई।” फोटोग्राफर ने मिसेज़ स्मिथ को फोटो थमाया।
“इसके साथ करना कठिन था?” मिसेज़ स्मिथ ने पूछा।
“हाँ, बाद में मुझे उसके साथ पार्क में जाकर काम पूरा करना पङा। काफ़ी लोग वहाँ थे, और काफी धक्का-मुक्की भी थी।”
“आपने ऐसा भी किया है?” मिसेज़ स्मिथ ने आश्चर्य से आँखें चौङी करते हुए पूछा।
“हाँ”, फोटोग्राफर ने कहा। “हाँ इसमें तीन घंटे से अधिक लग गये। औरत लगातार चिल्ला रही थी। मैं मुश्किल से एकाग्रता बनाए रख पा रहा था। फिर अंधेरा घिर आया और मैंने अपने शॉट शुरू किया। अंततः जब गिलहरियाँ मेरे यंत्र को काटने लगीं तब मैंने ये सब समेट लिया।”
मिसेज़ स्मिथ आगे की ओर झुकीं। “आपका मतलब है, उन्होंने आपके…. औज़ार को काट खाया?”
“सही में। ठीक है मैडम, अगर आप तैयार हैं तो, मैं अपना ट्राईपॉड सेट करता हूँ ताकि हम काम शुरू कर सकें।”
“ट्राईपॉड??”, मिसेज़ स्मिथ अब सचमुच चिन्तित दिख रही थीं।
“हाँ, मुझे अपने तोप (Canon) को टिकाने के लिए ट्राईपॉड का इस्तेमाल करना पङता है। जब मैं काम के लिए तैयारी कर रहा होता हूँ तो मुझे इसे सँभालने में काफी दिक्कत होती है, क्योंकि यह काफी बङा और भारी है। मैडम? मैडम?… हे भगवान, ये तो बेहोश हो गयी!!”