Sunday, April 13, 2008

सपनो की बारात

hindi sexi stori
कोइ चार साल के बद मैन अपने मैके दिल्लि आइ थी और अपने चोते भै के यहन थेरि थी जो बहर कम करता था और मेरे आने का सुनकर मुझ से मिलने अया हुअ था। रोज़ हि किसि ना किसि के यहन दवत होति थि। उस रोज़ मेरे बदे भयया ने खने पर बुलया था तो मैन सुभा हि अपने छोते बहि के साथ उनके घर चलि गै।हुम सब लोग बतेन कर रहे थे के मेरे चोते भै ने भबि से कहा; भबि आप निक्कि को भयया से घर भिजवा देना कयोन कि मैन आज दोपेहेर कि गदि से वपस जा रहा हून। हुम लोगोन ने उसे रोकने कि कोशसिह कि तो उसेन बतया कि उसे और चुत्ति नहि मिल सकति। शाम के 7 बजे होनगे, सरदियोन कि रात थि हुम सब बतेन कर रहे थेके उसि समय सल्ल बेल्ल बजि तो भयया ने जा कर देखा और उनकि आवज़ आइ, आहा आयये ! यार अचनक इस समय कोन सि गदि आति है कब आइ? मैन ने और भबि ने देखा तो शम भै थे जो मेरे सौसिन थे। वहो अनदर अये और मुझे देखते हि हैरत से बोले अरेय वह भै निक्कि तुम! कब अयीन और मुझे गले लगा कर मेरि पेशनि चुमते हुए शिकयत से बोले यार, फोने हि कर देते निक्कि के आने के बरे मैन, तो भयया शरमिनदा होकर बोले हान मैन सोच रहा था। हुम सब बैथे तो भबि ने शम भै से पुछा आपका समन? तो मुसकुरा दिये, समन होतेल मैन है मैन यहन एक सोनफ़ेरेनसे मैन अयह उन सोचा आज तुम लोगोन से मिल लून औ निक्कि को दकेह कर तो मज़ा आ गया तो मैन शरमा कर हनस दि। सब ने उनसे शिकयत कि यहन हि आ जैन पर वहो ना मने। थोदि देर बाद भबि ने खना लगया और इस बीच मैन वहो मुझ से बतेन करते रहे। उनको देख कर मेरि अजीब हलत हो रहि थि, शम भै बिलकुल नहि बदले थे इन 4 सालोन मैन। वोहि मुसकुरता चेहरा, वोहि पयरि पयरि दिल मोह लेने वलि बतेन।

No comments:

Post a Comment

कामुक कहानियाँ डॉट कॉम

राज शर्मा की कहानियाँ पसंद करने वालों को राज शर्मा का नमस्कार दोस्तों कामुककहानियाँब्लॉगस्पॉटडॉटकॉम में आपका स्वागत है। मेरी कोशिश है कि इस साइट के माध्यम से आप इन कहानियों का भरपूर मज़ा ले पायेंगे।
लेकिन दोस्तों आप कहानियाँ तो पढ़ते हैं और पसंद भी करते है इसके साथ अगर आप अपना एक कमेन्ट भी दे दें
तो आपका कया घट जाएगा इसलिए आपसे गुजारिश है एक कमेन्ट कहानी के बारे में जरूर दे

460*160

460*60

tex ade

हिन्दी मैं मस्त कहानियाँ Headline Animator

big title

erotic_art_and_fentency Headline Animator

big title