Friday, April 18, 2008

अंधी वासना

अंधी वासना

दोस्तो मैं हु संजय आपका प्यारा.. मे थाने (मुम्बई) मे रहता हु और मुम्बई मे बहुत ही सेक्सी सेक्सी लडकियां और भाभियाँ है और मैं एक बहुत ही पोश जगह मे रहता हु उस जगह का नाम है घोडबन्दर रोड़ , इस जगह अगर घुमाने निकलो तो रस्ते मे बहुत ही सेक्सी औरतें दिखेगी..खास करके भाभियाँ..घोम कर घर आते ही पहले बाथरूम मे जाकर मूठ मारता हु . एक दिन मेरे घर कोई नही था सारे लोग बाहर गए थे और मे घर आकर रूम मे मूठ मार रहा था और अपने लंड ( 8" to 10" का होगा) को हिला रहा था की मेरे बाजु मे
रहने वाली लड़की जिसका नाम रानी है, मेरे यहाँ किसी कम से आई थी उसने मुझको देख लिया और वो यह देख कर भाग गई . यह देख कर मैं घबरा गया और सोचने लगा की यह किसी को बता देगी तो बड़ी बदनामी होगी और माँ और पिताजी डांट पडेगी , यह सोचकर मैं परेशान हो गया और किसी तरह रानी को कैसे समझाऊ वो सोचने लगा . उस लड़की का नाम रानी है और वो बड़ी सेक्ष्य् लड़की है , उसकी उमर है 19 साल और 38 28 36 की फिगर होगा , उसकी उमर के मुकाबले मे वो बहुत जयादा डेवलप हो गई है . वैसे रानी भी फ्री लड़की है और उसके भी 3 4 अफेयर मैंने सुने थे और मैंने सोचा की चलो रानी से जाकर बात करके उसको समझा लेता हु यह सोच कर मैं उसके घर गया तो उसका दरवाज़ा खुला था और मैं अन्दर चला गया , देखा तो घर मे कोई नही था.मैंने रानी को यहाँ वहाँ देखा वो नज़र नही आई तो मैं उसके बेडरूम मे गया उसका बेडरूम का दरवाज़ा थोड़ा खुला था और मैंने जो वहा देखा उसको देख कर मेरे लंड महाराज तो पागल हो गए . मैंने देखा की रानी अपनी सलवार उतर कर बड़ी ज़ोर सय अपनी चूत को मल रही थी और वो बड़ी उत्तेजित थी और अपनी दो ऊँगली अपनी चूत मे अन्दर बाहर कर रही थी और उसके चूचियों को भी दबा रही थी..उसकी आंखे बंद थी.....मुह से सी..सी..ओह...आह्ह.. मे ने देखा की घर पर कोई नही है और मे भी कई दिनों सय रानी केपी चोदने का सोच रहा था..उसी की याद मे मूठ मारता था आज मोका अच्छा है यह सोच कर मैं फौरन दरवाजे के पास गया और दरवाजा बंद कर दिया फ़िर वापिस उसके रूम मे गया अभी भी रानी अपनी चूत को मल रही थी..उसकी आंखे बंद थी.. उसने मुझे नही देखा क्यों की मे जहाँ खड़ा था वहा उसकी पीठ थी वो मुझे नही देख पा रही थी . अब मेरे लंड महाराज पूरे तन गए थे..और पैंट से बाहर आना चाहते थे मैंने शॉर्ट और टी -शर्ट पहना था शॉर्ट मे लंड उछल रहा था , रानी की चूत मे जाने को तरस रहा था वैसे उसके चूतड और गांड भी बड़े सेक्सी और मोटे थे . मैंने धीरे सय अपना शॉर्ट उतरा और अपने लंड को हाथ मे लेकर धीरे से रानी की ओर बढ़ा और धीरे से पीछे से रानी को अपनी बांहों मे जकड के पकड़ लिया . अचानक यह देख कर वो चीख पड़ी .

दी थी और कमरे का दरवाजा भी बन्द कर लिया था। तकरीबन १२:३५ पर फोन आया और पूजा बहुत ही धीमे स्वर मे बोल रही थी और उसने बताय्या कि "विशाल ने हम दोनो को बात करते हुए देख लिया था।इसलिए उसने मुझे तुमसे मिलने और फोन पर बात करने से मना किया है वह कहता है कि तुम अच्छे लड़के नहीं हो। लेकिन मुझे तुम बहुत अच्छे लगते हो। तुमसे बात करके बहुत अच्छा लगता है। मै तुम से बात किए बगैर नही रह सकती। इसलिए रजत हम रात को बात किया करेंगे और इस समय हमें कोई डिसटर्ब भी नही करेगा खास कर विशाल"

ऐसे ही हमारी बहुत देर बातें होती रहीं और अब पूजा पूरी तरह मेरे जाल मे फस चुकी थी। तब मैने पूछा कि तुम कमरे मे अकेली ही हो न इतनी धीमे क्यों बोल रही हो। उस ने कहा कि मेरे कमरे का दरवाजा खुला है और मम्मी पापा साथ वाले कमरे मे हैं। तो मैने उसको दरवाजा बन्द करने को कहा। उसने पूछा क्यों तो मैने कहा कि उसके बाद मैं तुम्हारे पास आजाऊंगा बैड के उपर बिलकुल तुम्हारे साथ। तो वह कहने लगी नहीं मुझे तुमसे डर लगता है। तुम मेरे साथ कुछ कर दोगे। तब मैने उससे कहा कि मै कभी तुम्हारे साथ जबरदसती नही करूंगा। जो तुम्हे अच्छा लगेगा हम वह ही करेंगे। मैने पूजा को अपना हाथ पकड़ाने के लिए कहा।

उसने कहा "पकड़ लो लेकिन आराम से पकड़ना" थोड़ी देर चुप रहने के बाद उसने कहा "तुम्हारे हाथ पकड़ने से रजत मेरे को कुछ हो रहा है प्लीज अभी मेरा हाथ छोड़ दो"

मैने कहा ठीक है छोड़ देता हूं। लेकिन पूजा मैं तुम से लड़कियों के बारे मे एक बात पूछना चाहता हूं। बताओगी।

उसने कहा "पूछो क्या पूछना चाहते हो।"

मैने हिचकचाते हुए कहा मैं पिरीअडज के बारे मे सब कुछ जानना चाहता हूं। पहले पूजा चुप कर गई लेकिन थोड़ी देर बाद उसने मुझे सब कुछ बतायया और उसके बाद हमारी सेक्स के बारे मे बातें शुरू हो गई। मैने उसको कहा कि मैने उसके बूब्स देखे हैं। तो उसने कहा आप झूठ बोल रहे हो। तब मैने छत वाली बात बता दी कि मै सब कुछ देख रहा था। वह थोड़ा शरमा गई और कहने लगी कि आप बहुत खराब हो। उसने कहा कि ऐसा करने से उसको मजा आता है। थोड़ी देर बाद उसने कहा कि जब मैने पहले उसका हाथ पकड़ा था तब उसकी टांगो के बीच में कुछ हो रहा था उसको बहुत मजा आ रहा था और उसकी चूत में से बहुत पानी निकल रहा था जिस की बजह से वह द्यबरा गई थी और इसी लिए उसने मुझे हाथ छोड़ने को कहा था।

तब उसने फिर से हाथ पकड़ने को कहा। मैने कहा ठीक है पकड़ा दो। थोड़ी देर बाद उसने कहा कि उसकी पैंटी चूत के पानी से बिलकुल गीली हो गई है और उसके निप्पलज भी बिलकुल इरैकट हो गए हैं।तब मैने उसको अपने कपड़े उतारने को कहा।तब उसने उठ कर दरवाजा बन्द कर लिया और सारे कपड़े उतार दिए।फिर उसने बूब्स दबाने शुरू कर दिए और सेक्सी सेक्सी आवाजें निकालने लगी।मेरा लण्ड भी बिलकुल खड़ा हो चुका था।तब पूजा अपनी उंगली से चूत के ऊपर क्िलटरीज को दबाने लगी और फिर उसने उंगली चूत के अन्दर डाल ली।

उसके मुंह से आवाजें आ रही थी।आहहहहहहहहहहहहहहह आह आहहहह वह कह रही थी " रजत प्लीज चोदो मेरे को।अपना लण्ड मेरी चूत मे डालो।मेरे मुम्मों को चूसो।जोर जोर से चोदो मेरे को।"

उस रात हमने सुबह ५ बजे तक बात की।उसको बाद हम अकसर रात को बातें करते थे।लेकिन मैं उस दिन के इंतजार मे था जिस दिन मै उसको असली मे चोदूं। आखिर वह दिन आ ही गया जब मेरा सपना सच हो गया। पूजा के एक रिश्तेदार अचानक बीमार हो गये उसके मम्मी और पापा को उन्हें देखने के लिये जाना पडा। और किसी भी हालत में उनके तीन दिन तक लौटने कि कोई उम्मीद नही थी।विशाल दिन भर दुकान पर था।पूजा द्यर मे अकेली थी। लेकिन मम्मा की बजह से मै उससे बात नहीं कर पा रहा था। मैं अपने कमरे मे चला गया।

मैंने एक सेक्स मैगजीन निकाला और देखने लगा। उसमें कुछ आपत्तिजनक तस्वीरे थी। मैं उन्हें देख रहा था तभी अचानक पीछे से पूजा आ गई उसने पूछा क्या देख रहे हो और वह मेरे बेड पर बैठ गयी।मैने पूछा कि मम्मा से क्या कहा है तब उसने कहा कि आन्टी ने उसको जहां आते हुए नही देखा।तभी मैं उठा और मम्मा से कहा कि मैं सोने लगा हूं और मैने दरवाजा अन्दर से बन्द कर लिया।फिर मैने उसके सामने वह किताब रख दी वह उसे देखने लगी। फिर हम दोनो सेक्स के बारे में बातें करने लगे। मैं उठकर उसके पीछे खडा हो गया मैने उसके कन्धे पर अपना हाथ रखा और झुककर उसके कन्धों को चूम लिया। उसने कुछ भी प्रतिरोध नहीं किया यह मेरे लिये बहुत था।

मै उसके सामने बैठ गया और उसके होठो को चूम लिया। मेरा हाथ तेजी से उसकी कमर में पहुॅच गया और कसकर पकडकर उसे अपनी ओर खींच लिया। मेरे हाथ उसके बूब्स पर पहुॅच गया और ऊपर से ही दबाने लगा।

उसके मॅुह से प्रतिरोध के शब्द निकले उसके मुॅह से निकला ओहहहहहहहहहहह नहीं बस करो रजत।

लेकिन उसके हाथो ने उतना एतराज नहीं जताया। उसने एक ढीली ढाली टीशर्ट और साइकलिंग शार्ट पहन रखा था। मेरा हाथ उसकी टीशर्ट के अन्दर उसकी ब्रा के ऊपर से ही उसके उभारों को दबाने लगा। मेरी जीभ उसके मुॅह में द्यूम रही थी। अब उसके तरफ से भी सहयोग मिलने लगा था। मैंने उसकी टीशर्ट निकाल दी उसने पहले ना नुकुर की लेकिन मेरे हाथ का जादू उसके दिलो दिमाग पर छा रहा था। उसका प्रतिरोध नामात्र का था। मैं उसके बूब्स को उसकी ब्रा के ऊपर से ही मुॅह मे लेने लगा। और मेरा दूसरा हाथ उसकी जांद्यो के बीच के भाग को उसके कपडो के ऊपर से ही सहलाने लगा। मेंने उसकी ब्रा का हुक खोल दिया उसका भरपूर यौवन मेरे सामने था। जिनको मैंने बिना एक पल की देरी किये अपने मुॅह में ले लिया। वह अपने वश में नहीं थी उसने मुझे कसकर पकड लिया।

मैने उसके बाकी बचे कपडो को उतार फेंका और उसे बेड पर लिटाया। मैंने अभी तक अपने कपडे नहीं उतारे थे मैने अपने कपडे उतार दिये । मैं अब सिर्फ अन्डरवियर में था।और उसके ऊपर वापस झुक गया। और उसके निप्पल को मुॅह में ले कर चूसने लगा। मेरे हाथ उसकी जांद्यो के बीच की गहराइयों तक पहुॅच गये और उसके जननांग को सहलाने लगे। उसने अपना हाथ मेरी अन्डरवियर में डालकर मेरे हथियार को बाहर निकाल लिया। मैं नीचे गया और अपने होठ उसके जननांगों पर रख दिये उसके मुॅह से एक सीत्कार निकल पडी। उसने मुझे अपने पैरो में फॅसा लिया। मेरी जीभ उसकी चूत के अन्दर बाहर हो रही थी। उसने पानी छोड दिया मेरी जीभ को नमकीन स्वाद आने लगा। उसने मेरे लण्ड को अपनी चूत में डालने के लिये मुझे ऊपर की ओर खींच लिया। और बोलने लगी प्लीज इसे अन्दर डालो अब बरदाश्त नहीं होता।

मैंने एक पल की भी देरी नहीं की उसके टांगो को फैलाया और अपने लण्ड को उसके चूत के ऊपर रखा । एक धीमा सा धक्का दिया वह पहले झटके को आसानी से सहन नहीं कर पायी और दर्द से कराह उठी और चिल्लाने लगी ़़़़ ज़ल्दी निकालो मैं मर जाऊॅगी। मैंने उसको कस कर पकडा और उसके निप्पल को मुॅह में लेकर अपनी जीभ से चाटने और दांतों से काटने लगा। थोडी देर में ही वह अपनी कमर को आगे पीछे हिलाने लगी। मेरा लण्ड जो कि अभी तक रमा की चूत के अन्दर ही था और बडा होने लगा था। मेरे लिये अब यह पल बरदाश्त के बाहर था। मैंने भी आगे पीछे जोरो से धक्के लगाने लगा। मेरी स्पीड लगातार बढ़ती रही उधर उसके मुॅह से उत्तेजित स्वर और तेज होते रहे। और थोडी देर में हम दोनो अपनी चरम सीमा पर पहुॅच गये फिर वासना का एक जबरदस्त ज्वार आया और हम दोनो एक साथ बह गये।

मैं उसके ऊपर ही लेटा रह गया। उसने मुझे कसकर पकड रखा था। थोडी देर में मैं मुक्त था। पूजा छुप कर अपने द्यर चली गई।बाद दुपहर जब विशाल खाना खा कर वापस दुकान पर चला गया मैं मम्मा से यह कह कर कि मै अपने दोसत के द्यर जा रहा हूं पूजा के द्यर चला गया। फिर हमने शाम तक एक दूसरे के साथ सेक्स किया इक्कठे नहाए और पूजा ने मेरे लण्ड को अपने मुंह मे डाल कर खूब चूसा और उसको लण्ड को चूसने में ब्हुत ही मजा आ रहा था। शाम को जब मैं जाने लगा तो उसने कहा के आज रात को वह मेरे साथ सोना चाहती है।मैने कहा यह कैसे हो सकता है। उसने कहा कि आज रात को वह नीचे अकेली होगी और उसने कहा कि ११ बजे बाहर आ जाना वह गेट खोल देगी। रात को मैं ११ बजे मैं छोटे गेट से उसको बाहर से ताला लगाकर पूजा के द्यर के बाहर गया तब उसने गेट खोल दिया और मै अन्दर चला गया।पूजा गेट बन्द करके अन्दर आ गई।

मैने पूछा विशाल सो गया क्या ।उसने कहा कि विशाल तो एक द्यंटे से सोया हुआ है।तब मैने पूछा कि वह क्या कर रही थी। उसने कहा " आप से अच्छी तरह चुदने की तैयारी कर रही थी।"

वह मेरे को अपने मम्मी पापा के बैडरूम मे ले गई और आप बाथरूम मे चली गई। थोड़ी देर बाद जब वह बाहर आई उसने छोटी सी नाईटी जो कि बिलकुल पारदरशी थी पहनी हुई थी। उसने नीचे कुछ भी नही पहना हुआ था। उसके मुम्मे और चूत दिख रहे थे। उसने कहा के यह नाईटी मम्मा की है और आज वह मम्मा की तरह ही चुदना चाहती है तब मैने पूछा कि मम्मा की तरह का क्या मतलब है। तो उसने कहा कि एक रात वह बाथरूम जाने के लिए उठी तो उसने देखा कि मम्मी पापा के रूम की लाईट जल रही थी। उसने खिड़की मे से देखा तो मम्मा ने यह ही पहनी हुई थी। उसके बाद उसने २ द्यंटे मम्मा को पापा से चुदते देखा।

थोड़ी देर बाद मैने देखा कि पूजा ने सारे बाल साफ कर हुए थे।उसके बाद हम फिर से एक दूसरे के लिए बिलकुल तैयार थे।उस रात सुबह ५ बजे तक बिलकुल नन्गे एक दूसरे की बाहों मे रहे और इस बीच मैने उसको तीन बार चोदा।उसने मेरे लण्ड को बहुत चूसा। अगले दो दिन भी हम ऐसे ही एक दूसरे की बाहों मे मजे करते रहे। अब हमें जब भी मौका मिलता है हम इसका आनन्द उठाते हैं।

The above pics are of actual gals been fucked . hope ypu have liked the story and the picture. I am posting the rest of the story with a fress picture. sorry the face has been hidden to protect the identity. Hope that u will not mind and enjoy the sexy looks

पर मे ने उसको छोड़ा नही और उसके चुन्चियों को पीछे से पकड़ कर दबाने लगा , मेरा लंड उसके पीठ पर लग रहा था वोह थोड़ी देर तक मना करती रही ..आह संजय..प्लीज़ मत करो..आह्ह दर्द हो रहा है.. लेकिन मैंने उसे छोड़ा नही..उसके कानो के नीचे....किस किया..पीछे से गर्दन पर भी अपनी जीभ घुमायी..उसकी निपल्स मेरे अंगूठे और ऊँगली मे लिया और मसलने लगा.... अब उसने भी मेरा साथ देना शुरू कर दिया....फिर वो भी मजे लेने लगी और मेरे तरफ़ घूम गई और मेरा लंड देख कर एक दम घबरा गई और बोली की .."संजू..ऊह .. इतना बड़ा और मोटा लंड मैंने आज तक नही देखा . इसको तुमने कहाँ छुपा कर रखा था था .. मैंने उसके पतले होठों को चूमा उसने फ़िर कहा...मैंने कई बुक्स . और ..xxx movie देखी उसमे भी इतना बड़ा नही था . वाह आज मजा आ जाएगा . मैंने उसके mom,dad के बारे मे पुछा तो वो बोली के वो शादी मे बाहर गए हैं और वो रात को देर से आयेगे , यह सुनकर मेरा मन खुश हो गया और मैंने कहा की आज तेरी जम के चुदाई करुंगा तेरे बूब ,और गांड को देख कर मैंने कई बार मूठ मारी है . फिर उसको बेड पर लिटा कर उसके चूचियों को चूसने लगा उसकी चुन्चियाँ बड़ी ही मजेदार थे . उसको suck कर के उसकी nippel को लाल कर दी . फिर उसकी चूत मे अपनी 2 ऊँगली डाल दी और अन्दर बाहर करने लगा उसकी चूत बहुत ही गीली थी . थोड़ी देर तक ऊँगली से चोदने के बाद मैंने उसको कहा की मेरे लंड को चाटो तो वो फौरन तैयार हो गई और मेरे पूरे लंड को अपने मुह मे लिया और उसे लौली पॉप जैसे चूसने लगी मेरा लंड उसके मुह मे पूरा नही जा रहा था .लेकिन वो बहुत अच्छे से कर रही थी और वो पल बहुत ही मजेदार था . वो बहुत ही परफेक्ट ब्लोजॉब दे रही थी मनो को ब्लोजोब देने मे माहिर हो . तो मैंने कहा की क्या तुम तो बहुत एक्सपर्ट हो पहले कभी किसी को किया है क्या? वो कुछ न बोली . 10 मिनिट के बद मे झड़ ने वाला था तो उसको मेने कहा की मे झड़ने वाला हूँ तो वो बोली की मेरे मुंह मे ही डाल दो ,मैं उसके मुँह मे ही झड़ गया और वो सारा जूस पी गई . फिर थोड़ी देर बद मेरा लंड फिर खड़ा हो गया अब मैंने उसको कहा की अब तुम्हारी चुदाई करनी है तो वो तैयार हो गई और मैंने उसको बेड पर लिटा दिया और उसके पैर फैलाये..मुझे लगा की ये उसकी पहली चुदाई होगी.चूत को थोड़ा सहलाया चूत पुरी गीली थी..फ़िर लंड को चूत पर रखा..उसके चूत का दाना एकदम बाहर आ गया था लाल ..उसकी चूत भी गुलाबी थी..उसके मुह से सी सी इस सी स् स् स् स् स्..स्..स्..स्.आह्ह..ऐसी आवाज़ निकल रही थी..उसकी आंख बंद हो रही थी.. मैंने अब देर नही किया मेरे सपनो की चूत मेरे सामने थी ..मैंने अब लंड को गुलाबी छेद पर रखा और ....उसकी चूत की पत्ती..सिकुड़ने लगी..मोटे लंड को महसूस करके मैंने धीरे से धक्का दिया तो लंड उसमे नही जा रहा था क्युकी उसकी चूत बहुत thight थी . माने कहा की क्या तुम्हारा पहली मर्तबा है तो कुछ ना बोली , फिर मैंने धीरे धीरे और दबाया तो थोड़ा लंड का सुपाडा अन्दर जाने लगा..उसे दर्द हो रहा था ..लेकिन मैंने प्यार से उसे और धकेला पर उसकी चूत बहुत ही tight थी इतनी tight चूत मे ने पहले नही चोदी थी . वैसे मेरे लंड का साइज़ भी थोड़ा बड़ा है . फिर मैंने एक जोर डर झटका दिया तो वो चीख पड़ी ओर बोली संजू...धीरे करो..आह्ह मेरी फट जायेगी..उफ्फ्फ...कितना..मोटा...है..उसने मुझे धकेला..मैंने उसे कस के पकड़ा उसने कहा इतने जोर से मत करो.. मैंने कहा अभी तो 3 ऊँगली दाल के चूत छोड़ रही थी आब दर्द हो रहा है..उसने कहा वो मेरी ऊँगली थी..तुम्हारा तो घोड़े के जैसा है..मेरी चूत की हालत ख़राब हो रही है . फिर मे ने और एक ज़ोर का धक्का दिया प्र र र र र फ फ फ स स स स् स् स् स् के साथ मेरा पुरा लंड उसकी चूत मे घुस गया.और अन्दर चला गया और वो दर्द के मरे उछाल पड़ी . थोड़ी देर मैं युही रहा फिर धीरे धीरे स्ट्रोक लगाने लगा और वो भी मजे लेने लगी . उसकी चूत तो tight थी मगर माने जब उसके अन्दर डाला तो उसका खून भी नही निकला और ना कोई ज्यादा तकलीफ हुयी थी तो माने उसको पुछा की मेरे पहले किसका ले चुकी है तो वो कुछ ना बोली तो मैंने फिर जोर से झटके मरे तो वो बोली संजय धीरे करो मैं बताती हूँ . और फ़िर उसने कहा की एक बार मुझ को मेरे अंकल ने छोड़ा था . जब मे अपने माँ के गांव गई थी .. तब मेरे मामा मे मेरी सील तोडी और तब से मैं सेक्सी बन गई हु और मे रोज किसी ना किसी तरह अपनी चूत को ठंडा करती हु और कभी कभी पेन या केला भी अपनी चूत मे डालती हु इसलिए खून नही निकल और फिर कहने लगी की संजय...आह..ऊह्ह..म्म्म्म चोदो मुझे और जोर से चोदो आज मेरी प्यास बुझा दो .फाड़ दो मेरी चूत ओओओह मा ....ऐसा कह कर उसका बदन कड़क होने लगा..चूत सिकुड़नेलगी.. .संजय..ई.ई.ई.ई..ई.ई.ई. कई दिनों से मैं..प्यासी हूँ ..मैं गयी..ई..ई.ई.ई.ई.ई.ई.ई.ई.ई. उसने मुझे ज़ोर से पकड़ा .मेरे पीठ पर नाख़ून घुसा दिए...इधर मैं भी जोर से धक्के लगा रहा था... फ़िर भी मैं रुका नही...क़रीब ३मिनित् जोरदार धक्के मरे और पूरा लंड अन्दर तक ठंस के मैं भी झड़ने लगा.. वो फ़िर एक बार मुझे पकड़ कर झड़ गई.. मेरा बहुत जूस निकला..उसने कहा..thank यु संजय..इतने दिनों से ऊँगली और केले से काम चला रही थी..आज तुमने मुजे जो मज़ा दिया वो मुझे कभी नही मिला आज मुझे असली मज़ा मिला है मेरा लंड उसकी चूत मे फ़िर से 10 मिनिट मे तैयार हो गया इस बार मैंने बिना बाहर निकले उसे छोड़ना शुरू किया और २०मिन् उसको झटके मारता रहा और मे ने कहा की अब मैं झड़ने वाला हूँ वो बोली की अब तुम मेरे चुन्चियों पर डालो. और मैंने अपना लंड बाहर निकला और सारा लावा उसके बूब्स पर फायर कर दिया और अपना लंड उसके मुह मे दिया और कहा इसको चाट के साफ करो .इस तरह हमने चुदाई की..उस दिन उसके घर के लोग अने वाले थे इसलिए मैं कपड़े पहन कर अपने घर आ गया..लेकिन उसके बाद मैंने उसको कई तरह से कई बार छोड़ा..दोस्तों कैसी लगी ये दास्ताँ ..आज भी रानी मुझसे चुद्वाती है..अपनी शादी के बाद भी..अभी मैं उसे माँ बनने के लिए छोड़ रहा हु..फ़िर वो वापिस अपने पति के पास जायेगी..उसने अपनी एक सहेली को भी मुझसे चुद्वाया..वो शादीशुदा है
 


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