Sunday, September 21, 2008

मस्ती भरे दिनों की कहानी

नाम राज शर्मा मेरा पहला सेक्षुयल एक्स्प 6 साल पहले अक कपल(क्प्ल) केसाथ ही हुआ था. मैं उनके घर मैं पेइंग गेस्ट था. तभी से मुझेसिर्फ़ थ्री सम यानी 2 माले 1 फीमेल मैं ही मज़ा आता है. मैं अब तक4 क्प्ल से मिल चुका हू. लेकिन कई दीनो से मेरी कोई क्प्ल से मुलाकात नहिहुई थी मैने नेट की मदद ली. मैने कई लोगो को मैल किया और कईमाला, उसका पति ओर मैं मेरा पहला सेक्षुयल एक्स्प 6 साल पहले अक कपल(क्प्ल) केसाथ ही हुआ था. मैं उनके घर मैं पेइंग गेस्ट था. तभी से मुझेसिर्फ़ थ्री सम यानी 2 माले 1 फीमेल मैं ही मज़ा आता है. मैं अब तक4 क्प्ल से मिल चुका हू. लेकिन कई दीनो से मेरी कोई क्प्ल से मुलाकात नहिहुई थी मैने नेट की मदद ली. मैने कई लोगो को मैल किया और कई सितस्पर अपना आड़ दिया. जल्दी ही मएरए पास अक क्प्ल का मैल आया. वो क्प्ल शिमलाका था. उसने मुझ से मेरा सेल नो माँगा मैने दे दिया. जल्दी ही हुसबंदका फोन आया उसका नाम अमित था. उसकी आगे 32 य्र थी और उसकी वाइफ की 30. उसकी इच्छा थी की कोई उसकी वाइफ को उसके साथ मिल कर छोड़े. वो अपनिवीफे को भी इस बात के लिए तैय्यर कर चुका था. अमित और मैं अक्सरफ़ोने पर बात करने लगे लेकिन वो शिमला मैं रहते थे और मैं देल्हीमान. अक दिन अमित काम से देल्ही आया तब मैं उस से पहली बार Mइलऽमित साथ मैं अपनी वाइफ "माला" का फोटो भी लाया था. मैने जब वॉफोटो देखा तो मैं पागल हो गया. वो ग़ज़ब की खूबसूरत लड़की थी. अमिटने बताया की माला की हिगत 5.7 है और उसका फिग है 38, 28, 38. वोआक्दूम गोरी थी. अमित भी काफ़ी स्मार्ट था. अमित से मिलने और माला काफोटो देखने के बाद मेरा इंटरेस्ट उनसे मिलने मैं और बाद गया. बास्दिक्कत ये थी की वो शिमला मैं थे और मैं देल्ही मैं, मैं बॅंक मैंकाम करता हू मुझे छुट्टी नही मिल रही थी. अमित ने अक दिन मेरी मालसे फोन पर बात करवाई. जल्दी ही हम काफ़ी खुल गये. कई बार तो हुंतीनो फोन पर ही सेक्सी बातें कर के ग्रूप सेक्स करने लगे. माला की सबसे अच्छी बात ये थी वो बहुत ओपन थी. वो खुल कर रॉ वर्ड्स यानी छूट,लॅंड और गंद बोलती थी. जब हम दोनो सेक्सी बात करते तो अमित उसेस्पेअकर फोन पर सुन कर मज़ा लेता था. मैं माला सेर मिलने को बेकरआरहो रहा था तो अमित और माला मुझसे कर हाल मैं जल्दी मिलना छाते ठेऽमित ने तय किया की वो माला को लेकर देल्ही आएगा और हम मिलेंगे. मैइनेउनके लिए देल्ही मैं अक शानदार होटेल बुक कर दिया. माला और अमित बुससे देल्ही पहुचे. मैं उन्हे लेने बस स्टॅंड पहुचा. कैसे ही मैने मललो देखा मेरे तो सिर घूम गया. वो क्या चीज़ थी. उसके आँखें ब्लू थे,बॉल कंधे तक थे और रंग गोरा. उसके होंठ थोड़े दे मोटे थे जो बहुतसेक्शय लगते है. वो टॉप और जीन्स पहनी थी. टॉप डीप नेके था उसमे सेउसके 38 साइज़ बूब्स कुछ कुछ नज़र आ रहे थे. सबसे शानदार थे उसक्िनिक्ली हुई गांद. खैर, मैं अमित और माला को अपनी कार मैं लेकर होतेल्पहुचा. रूम शानदार था. शाम के 6 बाज रहे थे. माला फ्रेश होने केलिए चली गई. अमित और मुझे इस मौके की तलाश थी, हमे प्लानिंग्कर्णी शुरू कर डी. अमित ने कहा की वो चाहता की माला को स्लट यानिरंडी की तरह हम दोनो उसे करे. उसका कहना था की ज़्यादा दारू पी केमला रंडी जैसे हो जाती है. मैं भी यही चाहता था. तभी मलबहार आ गई. उसने टाइट और तोड़ा सा लोंग स्कर्ट और टॉप पहन रखता. स्कृत की साइड मैं अक बड़ा सा कट था, जिस से उसके मक्खन की तरहचिकने पैर दिखाई दे रहे थे. अमित ने बताया था की माला और उसका किसीतीसरे के साथ यानी ग्रूप सेक्स का पहला चान्स है इसलिए बिना दरुपीए माला के लिए बहुत मुश्किल होगा. यह बात मैं भी जनता था क्िउसे खुल कर छोड़ने के लिए माला को खूब दारू पिलानी होगी. मैने रूमसेरविसे को फोन किया और अपने और अमित के लिए विस्की का ऑर्डर डीयओर माला से पूछा की वो क्या पीएगी तो उसने बियर के लिए कहा. मैनेमज़ाक मैं कहा की क्या बच्चो का ड्रिंक पीटी हो. असल मैं मैं उसे हरदड्रिंक पिलाना चाहता था जिस से उसजो अच्छा नशा हो जाए और वो रंडी कीतारह बेड पर मज़ा दे. माला मेरी बात सुन कर बोली " अच्छा वोड्का पीलूनगी"... बार बार डिस्टर्ब ना हो इसलिए मैं दारू की फुल बॉटल काओर्दर दिया. दारू आ चुकी थी और हम तीनो पीने मैं जुट गये ठेंअल और अमित अपने सेक्स के किससे बता रहे थे और मैं उन्हे अपने गरौपसेक्श के किससे सुना रहा था. 2-2 पेग हो चुके थे फिर भी सिर्फ़ अभी ताकबतें हो रही थी. मैने माला ले चिकने पैर पर अपना पैर टच करणाचाहा तो भी माला ने कोई रेस्पोंडे नही दिया. तभी माला लू ले लिएगई तो अमित बोला " साली माला रंडी को अभी तक दारू छड़ी नही है,नही तो अभी तक तो साली कुटिया नंगी हो कर हम डोड़नो के लॅंड चूसनेलगती".. अपनी पत्नी के लिए पति के मूह से ऐसी बातें सुन कर मेरा भीलंद खड़ा हो गया. अमित ने कहा की माला रंडी को बड़े-बड़े पेग बनाकर देते है. माला को दो दो लॅंड से छोड़ने का हमारा प्लान तैय्यर ठंअल आ चुकी थी. मैने और अमित ने उसको बड़े बड़े पग बना कर देशुरू कर दिए. 2 पग के बाद ही माला को दारू चाड गई. अमित माला केपास बैठा था. उसने माला को किस करना शुरू कर दिया और उसके हात्माला के बूब्स को रग़ाद रहे थे. मैने पास के सोफा पर बैठा था,मैने भी अपना हाथ माला की जाँघ पर रख दिया. अमित ने अपनी जीभमाला के मूह मैं दल दी. माला उसकी जीभ को चूसने लगी. मैं नीचेबाइठ गया और मैने उसके स्कर्ट को उपर उठा दिया. उसके चिकनी,मक्खंजाइसी जंघे देख कर मेरा लॅंड पूरी तरह खड़ा हो गया. मैने अपनिजीभ से उसकी जाँघो को चाटना शुरू कर दिया. अमित ने उसके टॉप को उत्ारदिया और उसके बूब्स पर किस करने लगा. मुझे जोश आ गया मैने मालकी स्कर्ट खिच दी साथ मैं उसकी पनटी भी सरक गई. माला अब पूरिणांगी थी. उसके 38 साइज़ बूब्स के साथ अमित लगा पड़ा था. माला ने मेरेबाल पकड़ कर मुझे भी उपर उठा लिया. अब मेरे और अमित के बीच माळबैठी थी मैने उसके रिघ्त बूब्स पर अपना हाथ रख दिया और अमित उस्केलेफ्ट बूब्स को चूसने लगा. माला ने मेरा सिर पकड़ कर अपने रिघ्त बूब्पर रख दिया. मैं उसका इशारा समझ गया और उसके बूब को चाटनेलागा. फिर जब वो सिसकारिया भरने लगी तो मैने उसका गुलाबी निप्पल अपनेमूः मैं भर लिया. माला बोली "क्या मज़ा आ रहा है सालो और ज़ोर सेचुसो" ये सुन कर मुझे और अमित को जोश आ गया हमने और बुरी तरह सेउसके मखमली बूब्स को चूसना शुरू कर दिया. अमित ने तो उसके बूब कॉकाट भी लिया. वो चिल्लई " हरजदे खा जाएगा क्या, मुझे दर्द हो रहहै" गली सुन कर मैने भी उसके बूब पर दाँत गाड़ा दिए वो फिर बोली "तू भी साले हरामी है, मेरा पति तेरे सामने मुझे नंगा कर रहा है टॉकया तू मुझे अपने बाप का माल समझ बैठा है. चाटना है तो मेरिचूत को छत" मैने तत्काल उसकी छूट पर कब्जा कर लिया वो टाँगे फैलाकर बैठ गई और मैने अपना मूह उसकी छूट पर लगा दिया. मेरी जीभ अबुस्की छूट को कुरेड रही थी. माला बोली "साले पूरी जीभ अंदर डाल देवर मज़ा आएगा" मैने कहा बाद पर चलो. अमित भी यही चाहता ठंआल उठी और लड़खड़ाती हुई बाद पर जाने लगी. उसकी गंद की थिरकनदेख कर मैं हिल गया. मैने पहली बार उसकी नंगी गांद देखी ठिऽक्दम गोरी और भारी भारी सी. वो बाद पर टाँगे फैला कर लेट गई. मैनेपहले उसकी छूट पर चाटना शुरू किया. और फिर अपनी जीभ की नोक उसकिसकी छूट मैं डाल दी. अमित उसके बूब्स चूसने मैं लगा था. वो अमित सेबोली " देख मदारचोड़ छूट ऐसे छाती जाती है, कुछ सिख इस से" अमित नेमुझे देखा तो वो भी छूट के करीब आ गया. छूट पर मेरा क़ब्ज़ा था तौसने माला को करवट दिलवा दी और उसकी गंद के छेड़ मैं मूह लगा डियंआल पागल हो गई " मेरे दोनो छेड़ो को खूब चतो, प्ल्ज़ इसे थूक से भर्डो, मेरी गंद मैं सुर सूरी हो रही है" मेरी इच्छा हुई की मैं उसकीगंद का ओरल कैसे हो रहा है देखो. मैने देखा की अमित ने दोनो हाथोसे उसकी गंद को फैला दिया है और उसके गुलाबी छेड़ मैं जीभ की नोक सेकुरेड रहा है. उसके बॉल पूरी तरह सॉफ थे. मुझे जोश आ गया ओर्मैने माला की गुदगुदी गंद पर दाँत गाड़ने लगा तो वो चिल्लई "हरम्जदे..क्य कुत्ते की तरह काट रहा है" अमित ने बोला " मदारचोड़बहुत बोल रही है इसके मूह मैं अपना लॅंड दे दे, साली कुटिया तभी चुफोगी" मैं उठा और अपना 6.5 इंच लंबा और 2.5 इंच मोटे लॅंड को उसकेमूः मैं डालने लगा. माला मस्त हो गई. और ज़ोर ज़ोर से मेरा लॅंड चूसनेलागी. अमित अब उसकी छूट चाटने मैं लग गया. 5 मीं के बाद माला अपनेमूः से मेरा लॅंड निकाल के बोली " प्ल्ज़.. मुझे अब मत चतो. दो दो लंधई कोई अक तो मेरी छूट मैं डालो" अमित जैसे ही हटा वो हॉर्स पोज़ मैना गई. मैने अमित से की पहले वो छोड़े तो अमित बोला " डियर.. मैं इतनीदूर से अपनी बीवी तुम से छुड़वाने के लिए लाया हू, मैं तो इस रंडी कोरोज़ ही छोड़ता हू आज तुम छोड़ो, तुम्हारा लॅंड जाता हुया देख कर मुझेज्यदा मज़ा आएगा" माला डॉगी स्टाइल मैं थी मैं उसके पीछे आया तोअमिट ने मेरा लॅंड पकड़ कर उसकी छूट मैं लगाया तो अक झटके मैं मेरांदार चला गया. पूरी छूट मेरे और अमित की थूक से भारी उपर से मालका रस भी निकला हुआ था. मेरा लॅंड सता सात अंदर बाहर होने लगा. अमितागे पहुचा और उसने अपना लॅंड माला के मूह मैं डाल दिया. मैने मालके बॉल पकड़ लिए और उन्हे मुट्ठी मैं भर कर धक्के लगाने ळगऽइस लग रहा था की मैं हॉर्स राइडिंग कर रहा हू. मैं जैसे ही धक्कालगता अमित का पूरा लॅंड माला के हलाक मैं चला जाता. अमित को कूचनाःी करना पद रहा था. मेरे हर धाकी मैं उसे मज़ा आ रहा था. वोबोला " डियर और छोड़ साली इस रॅंड को ज़ोर से धक्के मार, साली को कुटियबाना बना के रग़ाद, साली को मैं आज पक्की रंडी बनाना चाहता हू" मैंलगातार धक्के मार रहा था. अब थोड़ी देर मैं अमित मुझ से बोला "डेआर्तुमने मेरी बीवी को बहुत छोड़ लिया प्ल्ज़ अब मुझे इसकी छूट मैं अपना लंदडालने दो" मुझे बड़ा अच्छा लगा की बीवी अमित की है और वो मुझ सेपेरमिससिओं माँग रहा है. मैं वाहा से हट गया. अमित नीचे लेता ओरमाला को उसने अपने उपर बैठा लिया. माअला उसके लॅंड पर ज़ोर ज़ोर सेउचालने लगी. अमित भी नीचे से स्ट्रोक लगा रहा था. मैने बाद परखड़ा हुआ और अपने लॅंड को माला के मूह मैं पेलने लगा. अमित ने मुझ सेपूचा " डियर मज़ा आ रहा है की नही" मैने कहा की मूह से ज़्यादा चुटके छेड़ मैं मज़ा आ रहा था. वो बोला " कोई बात नही साली के पास्दूसरा छेड़ भी है" उसने उसकी गंद को दोनो हाथो से फैला कर कहा " इस्छेद मैं मैने भी कभी लॅंड नही डाला आज तू अपना लॅंड इसकी गंद मैंडाल दे, साली को जब रंडी ही बनाना है तो पूर तरह से बनाते है"माला दर गई वो बोली " प्ल्ज़ मेरी गंद मत मारना मुझे बहुत दर्द होगा,मैं रात भर तुम जैसे कहोगे छुओौनगी लेकिन मेरी गंद मत मरो" मैंटो उसकी गंद देख कर पहले पागल हो चुका था अपने आप को रोकना मुश्कीलटा मैने उसे कहा की अगर दर्द होगा तो मैं अपना लॅंड हटा लूँगा. मैइनेसंझाया तो वो मान गई और बोली " बस अक पग वोड्का और दे दो, नशेमैन दर्द कम होगा. फिर भी तुम धीरे धीरे मेरी गंद मैं लॅंड डालना"मैने उसे पग बना के दिये. वो अमित के लॅंड पर बैठी बैठी सरगिलषस अक बार मैं खाली कर गई. माला जब दारू पी रही थी तो मैनेपास से क्रीम उठा कर ढेर सारी अपने लॅंड पर लगा ली. अमित माला कीगंद को फिर से फैला कर बोला " ऐसा भड़वा पति कही नही मिलेगा ज्ोआप्नी वाइफ की छूट के साथ गंद भी किसी और से मरवा रहा है. डाल सलिकी गांद मैं" मैने अपना लॅंड माला की गंद के छेड़ पर लगाया और सतही वाहा थूक भी दियाया. पहले ही झटके मैं मेरा सुपरा अंदर चलगाया. माला बोली " प्ल्ज़ रुक जाओ दर्द हो रहा है" मैं रुक गया लेकिनामित को तो दारू चाड चुकी थी उसे कुछ समझ नही आ रहा था. वो टोबस अपनी बीवी की गंद मरवाना चाहता था. उसने नीचे से ज़ोर से झटकड़िया मेरा आधा लॅंड माला की गंद मैं घुस गया. माला दर्द सेचिल्लाने लगी " प्ल्ज़ मुझे छोड़ दो मैं मार जौंगी" मैने उसे कहा कीचिन्ता मत करो मैं अपना लॅंड और नही डालूँगा. बस तुम साथ दो. वैिसेभी मैं और ज़्यादा उसकी गंद मैं अपना लॅंड नही डाल सकता था क्योकिसकी छूट मैं पहले से ही लॅंड था जिस से गंद का छेड़ भी टाइट होगआया था. मैं अब धक्के लगा रा था और नीचे से अमित उसकी छूट को पलराहा था. थोड़ी ही देर मैं मेरे और अमित के बीच सही को-ऑर्डिनेशन होगआया. हम डोड़नो के धक्के अक साथ पड़ने लगे. माला मस्त हुई जा रही तिउसकी छूट मैं पूरा लॅंड था तो गंद मैं आधा. वो ज़ोर से बोली " अमित इलोवे उ .. उ र थे बेस्ट हज़्बेंड इन तीस वोरला.. ओह आह.. उ गिव मे आ निसेसटूड.. क्या लॅंड ढूँढा है मेरे लिए .. अक सता दो लॅंड लेने की तमन्नाअज तुमने पूरी कर दी... और ज़ोर से छोड़ो.. मेरी छूट और गंद दोनो केछेड़ो को फाड़ दो...." 10 मीं तक मैं और अमित माला को रगड़ते ऱहेंआअल अब तक चुकी थी वो बोली " प्ल्ज़ अब मुझे और मत छोड़ो, मेरी चूटौऊर गंद चील गई है.. मैं तक गई हू दर्द हो रहा है. मेरे मूह मैंडे दो मैं चूस चूस कर तुम दोनो का निकल दूँगी... कहोगे तो स्पर्म भिपी लूँगी.. बस मेरे दोनो छेड़ो से लॅंड निकल लो" अमित बोला " भाई यरंडी तो तक गई तू क्या बोलता है? जैसा तू कहेगा वही होगा, यव रंदीहैई और तू इसका कुस्टमर" मैने कहा इसके मूह मैं देते है. हम दोनो नेलांद निकल लिए माला नीचे बैठ गई अब वो बरी बरी से हम दोनो केलंद चूसने लगी. जब वो अमित का लॅंड चुस्ती तो मेरे लॅंड को हाथ सेपकड़ कर हिलती. जल्दी मेरा लॅंड उसके मूह मैं झाड़ गया. मैने सरस्पेरं उसके मूह मैं दल दिया वो स्लट की तरह उसको पी भी गई. मेरलांद उसके मूह मैं ही था की अमित ने उसके चेहरे पर अपने लॅंड सेपिचकारी छोड़ दी. उसके हम बात लेने चले गये. फिर डिन्नर लिया. और 2बार फिर चुदाई का खेल खेला. माला ने नंगी होप कर डॅन्स भी दिखयओर खूब छूट और गंद मरवाई. सुबह वो दोनो शिमल निकल गये. अबलगभग हर दो मिहणे मैं हम मिलते है और खूब सेक्स करते है.

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