Sunday, June 1, 2008

बकवास कहानी

Meri उमर २२ साल ki है.मी डेल्ही मी रहता हू ये उस समय की बात है जब मैं अपने भैया के ससुराल गया था. मैं उस समय २० साल का था. मेरे भैया ki दो सालियां थी, जया और परेमा.प्रेमा १९ साल ki और प्रेमा १८ साल की थी. मैं पहले भी कई बार भैया के ससुराल जा चुका था. परेमा बहुत ही चंचल थी लेकीन जया उस सी भी बढ़ कर चंचल थी. वो मुझसे बहुत मजाक करती थी. जया ने कई बार मजाक मजाक में मेरे गलों को काट भी लिया था.

एक din Un दोनों ने कहा की जीजू चलो आज Picture देखने चलते हैं. मैन कहा ठीक है. Picture हाल वहाँ से बहुत दूर था. हमें मट्नी शो देखना था. इसलिये हम तीनो Picture देखने के लिये २ pm पर ही घर से नीकल गए. मैंने एक ऑटो लीया. हम ऑटो में बैठे तो जया और परेमा बहुत मुस्कुरा रही थी. मैंने पूछा की क्या बात है तुम दोनों बहुत मुस्कुरा रही हो. जया बोली, "कुछ नहीं. ऐसे ही." मैंने कहा, "ज़रूर कोई बात है." जया बोली, "अभी थोडी देर में मालूम हो जाएगा." मुशकिल से १ Km. जाने के बाद जया ने एक घर के सामने ऑटो को रोक दीया और बोली मेरी एक सहेली शालू यहाँ रहती है. वो भी Picture देखने जाना चाहती है. आओ अन्दर चल कर उसे भी साथ ले लेटे हैं. मैंने ऑटो वाले को पैसा दीया और परेमा और जया के साथ शालू के घर पर चला गया। शाल ने जया को देखा तो मुस्कुराते हुए बोली, "ले आई तुम जिजू को." जया ने कहा हाँ मैं ले आयी हूँ.

जया और परेमा शालू के पास सोफे पर बैठ गयी. जया और शालू ने गप-शाप शुरू कर दी. शालू की उमर भी लगभग १८ साल की थी. वो जया की सहेली थी. १५ मिनट गुजर गए तो मैंने जया से कहा की Picture नहीं जाना है क्या. बहुत देर हो रही है. वो बोली, "जीजू, असली शो तो यहाँ होगा. Picture तो एक बहाना था. असल में तो हम तीनो को तो आपसे चुद्वाना था." मैन सक्ते मे आ गया लेकीन अन्दर ही अन्दर बहुत खुश था. आज मुझे एक ही दीन में ३ चुतों को चोदने का मौका मिलने वाला था. Un तीनो ने ब्लौसे और मीनी स्किर्ट पहन रखा था. चुदाई के बारे मे सोच कर मेरा लंड pant के अन्दर ही खड़ा हो गया. मैंने उसे दबाना चाह तो शालू बोली, "जीजू, pant के अन्दर क्या छुपा रहे हैं. जरा देखूं तो." वो मेरे पास आई और मेरे pant की चैन खोलने लगी. मैंने अन्दर आज चद्धी नहीं पहनी थी. चेन खोलने के बाद उसने मेरे लंड को अपने हाथों मे पकड़ लीया और बोली, "आपका तो बहुत बड़ा है. आज तो खूब मज़ा आएगा."

मेरा पूरा लंड अभी बाहर नहीं नीक्ला था. मैंने कहा, "अगर तुम ततेनो को मुझसे चुद्वाना है तो पहले तुम तीनो अपने कपडे उतर दो और एक दम नंगी हो जाओ." वो तीनो बहुत ही जोश मे थी. जया बोली, "हम सभी अपने कपडे अभी उतर देते हैं." वो तीनो अपने कपडे उतरने लगी और २ मिनट मे ही मेरे सामने एक दम नंगी हो गयी. नंगी होने के बाद वो तीनो कीसी मॉडल की तरह अलग अलग स्टाइल मे अपने बदन को मुझे दिखाने लगी. मेरा लंड एक दम तन गया. उन तीनो की चुतें एक दम गुलाबी थी और उस पर एक भी बाल नहीं थे. Un सब ने पूरी तय्य्री कर रखी थी. मैन Un तीनो को चोदने के सपने देखने लगा.

जया बोली, "जीजू, अब तुम भी अपने कपडे उतारो और अपने पूरे लंड के दरशन कराओ." मैंने भी अपने कपडे उतर दीये और एक दम नंगा हो गया. मेरा लंड तो पहले से ही खड़ा था. मेरे लंड को देख कर जया बोली, "जीजू, तुम्हारा लंड तो बहुत बड़ा है." उसके बाद जया ने मुझे बेड के कीनारे पर बिठा दीया और मेरी गोद मे बैठ गयी और अपनी चूत से मेरे लंड को अपनी चूत से दबाते हुए मेरे होठों को चूमने लगी. शालू भी मेरे लेफ्ट साइड मे आ कर बैठ गयी और मेरे गलों को ज़ोर ज़ोर से चूमने लगी. शालू अपनी चुचियाँ मेरे बदन पर रगड़ने लगी. उसके दोनों निप्प्ले एक दम तिघ्त हो गए थे. परेमा आकर मेरे right साइड मे बैठ गयी और मेरा लंड सहलाने लगी. मेरा लंड तन कर एक दम लोहे की तरह हो गया. शालू ने मेरा हाथ अपनी चुचीयों पर रख दीया और मैन उसकी निप्प्लेस को मसाने लगा. परेमा अभी भी मेरा लंड सहला रही थी. मैंने एक हाथ से बारी बारी से उनकी चूत को सहलाना शुरू कर दीया.

जया बहुत ही ज्यादा जोश मे आ गयी थी. उसने मेरी ऊँगली पकड़ कर अपनी चूत मे डाल दी तो मैंने अपनी ऊँगली उसकी चूत मे अन्दर बाहर करनी शुरू कर दी. जया मुझे बहुत ज़ोर ज़ोर से चूमने लगी. वो एक दम जोश से पागल हो रही थी. उसने मुझे बेड पर लिटा दीया और मेरे लंड को चूसने लगी. शालू और परेमा एक दूसरे को चूमने लगी और एक दूसरे की चूत को सहलाने लगी. वो दोनों एक दूसरे की चुचियों को भी चूसने लगी. वो दोनों भी एक दम जोश मे आ गयी थी.

जया मेरे ऊपर ६९ की पोसिशन मे हो गयी और मेरे लंड को बहुत तेज़ी के साथ चूसने लगी. मैंने अपनी एक ऊँगली जया के चूत मे डाल दी. उसकी चूत एक दम गीली हो गयी थी और मेरी ऊँगली एक दम भीग गयी. मैंने अपनी ऊँगली उसकी चूत से नीकल कर उसकी गंद मे डाल दी तो उसे थोड़ा दर्द हुआ. उसने मुझसे अपनी ऊँगली गंद से नीकल कर चूत मे डालने को कहा. मैंने परेमा से जया की चूची को चूसने को कहा जीस से उसे दरद का एहसास न हो. परेमा ने जया की चूची को चूसना शुरू कर दीया और जया शांत हो गयी. सह्लू भी जया के पास आ गयी और उसकी चूचियों को मसलने लगी.

जया की चूत एक दम गीली हो गयी थी. मैंने सबसे पहले जया को चोदने का मन बनाया. मैंने जया को बेड पर लिटा दीया और उसके टांगों के बीच आ गया. मैंने उसकी चूत को चाटना शुरू कर दीया. वो और जोश मे आ गयी और बोली, "जीजू, अब बर्दास्त नहीं हो रहा है. जल्दी डालो अपना लंड मेरी चूत मे. खूब ज़ोर ज़ोर से छोड़ो मुझे." मैंने उसके चुताद के नीचे दो तकिये रख दीये तो उसकी चूत एक दम ऊपर उठ गयी.

मैंने अपने लंड का सुपाडा उसकी चूत के बीच रख कर अन्दर दबाया तो उसकी आंखों मे आंसू आ गए तो मैन रुक गया. उसकी चूत बहुत तिघ्त थी. मैंने परेमा और शालू से जया की चूची को चूसने और मसलने के लीये कहा. परेमा और शालू ने उसकी चूची को चूसना और मसलन शुरू कर दीया. जया और ज्यादा जोश मे आ गयी और बोली, "जीजू, अपना पूरा लंड घुसा दो मेरी चूत मे. खूब ज़ोर ज़ोर से चोदो मुझे. तुम रुकना मत और मेरे चिल्लाने की कोई परवाह मत करना." मैंने अपना लंड जया की चूत मे घुसना शुरू कर दीया. थोड़ा ज़ोर लगाने के बाद मेरा आधा लंड जया की चूत मे घुस गया. जया मुझे रोकने लगी लेकीन मैन रुका नहीं और एक जोरदार झटका दीया तो मेरा पूरा लंड उसकी चूत मे घुस गया.

वो रोने और चिल्लाने लगी तो परेमा और शालू ने उसकी चूचियों को और ज़ोर ज़ोर से मसलन शुरू कर दीया. वो थोड़ा शांत हुयी तो मैंने धीरे धीरे धक्का लगना शुर कर दीया. थोडी ही देर की चुदाई के बाद वो अपना दरद एक दम भूल गयी और अपना चुताद उठाने लगी. उसको चुताद उठता देखकर मैंने उसको तेज़ी के साथ छोड़ना शुरू कर दीया. उसे बहुत मज़ा आ रहा था. वो बोली, "जीजू, ज़ोर ज़ोर से धक्के लगाओ. फाड़ दो मेरी चूत को आज. खूब तेज़ी के साथ चोदो मुझे. अह्ह्ह…… तुमने आज के पहले मुझे क्यों नहीं छोडा." मैंने कहा, "तुमने कभी मौका ही नहीं दीया. आज मौका मिला है तो मैन तुम तीनो को खूब चोदुन्गा." मैंने अपनी स्पीड और बढ़ा दी. वो अपना चुताद उठा उठा कर मेरा साथ देते हुए चुद्वा रही थी. १५ मिनट की चुदाई के बाद मैन उसकी चूत मे ही झाड़ गया और अपना लंड उसकी चूत से बाहर नीकल लीया. जया भी इस बीच २ बार झाड़ चुकी थी. जया उठी और उसने मेरा लंड देखा. मेरे लंड पर कुछ खून भी लग गया था. वो मुझे बाथरूम ले गयी और मेरे लंड को साबुन लगा कर साफ किया और उसके बाद उसने अपनी चूत को साफ करने लगी.

थोडी देर मे हम दोनों बाथरूम से वापस आ गए. परेमा और सह्लू एक दूसरे का चूत को चाटने मे मस्त थी. मुझे देखते ही उन दोनों ने मुझे पकड़ कर बेड पर लिटा दीया. वो दोनों बहुत ही जोश मे थी और उन दोनों ने मेरे लंड को चूसना शुरू कर दीया. शालू ने मुझसे कहा, "जीजू, अब आप मुझे चोदो." परेमा बोली, "पहले मैन चुद्वौंगी." Sahlu बोली, "ठीक है. पहले तुम ही चुद्वा लो." जया ने परेमा से मेरे ऊपर ६९ की पोसिशन मे होने को कहा. परेमा मेरे ऊपर ६९ की पोसिशन मे हो गयी और मेरे लंड को सहलाने लगी. उसकी चूत एक दम मेरे मुह के पास थी. जया ने परेमा से मेरा लंड चूसने को कहा तो परेमा ने मेरे लंड को चूसना शुरू कर दीया. परेमा ने अपने मुह से मेरा लंड बाहर निकला तो जया मेरे लंड को चूसने लगी. दोनों बारी बारी से से मेरा लंड चूसने लगी. शालू बैठ कर एक हाथ से अपनी चूत को सहला रही थी और दूसरे हाथ से अपनी चुचीयों को मसल रही थी. मैन परेमा की चूत को चाटने लगा. जया और परेमा मेरा लंड चूस रही थी. मैन भी पहली बार एक साथ दो लड़कियों से अपना लंड चुस्वाने का मज़ा ले रहा था. मैंने अपनी एक ऊँगली प्रेमा की चूत मे डालने की कोशिश की. उसकी चूत बहुत ही तिघ्त थी. मेरी ऊँगली उसकी चूत मे केवल १" ही घुस पाई. मैन समझ गया की परेमा को चोदने मे मुझे जयादा म्हणत करनी पड़ेगी. मैंने अपनी ऊँगली उसकी चूत से नीकल ली और अपने मुह मे डाल कर एक दम गीला कर दीया. उसके बाद मैंने अपनी ऊँगली उसकी चूत मे डालने की कोशिश करने लगा. परेमा मेरा लंड चूसते हुए अपने चुताद को आगे पीछे कर रही थी.

वो भी मेरी ऊँगली को अपनी चूत के अन्दर लेना चाहती थी. मैंने अपनी ऊँगली पर थोड़ा सा ज़ोर दीया तो मेरी आधी ऊँगली उसकी चूत मे घुस गयी. प्रेमा को दरद हुआ तो वो चिल्लाने लगी. मैंने अपनी आधी ऊँगली उसकी चूत मे धीरे धीरे अन्दर बाहर करनी शुरू कर दी तो वो जोश मे आ गयी और शांत हो गयी. वो जैसे ही शांत हुयी तो मैंने अचानक उपनी पूरी ऊँगली उसकी चूत मे घुसा दी. वो ज़ोर से चीख उठी तो मैन रुक गया. थोडी देर बाद जब वो कुछ शांत हुयी तो मैंने अपनी ऊँगली उसकी चूत मे अन्दर बाहर करनी शुरू कर दी. वो और ज्यादा जोश मे आ गयी. वो सिस्कारियां भरते मेरे लंड को तेज़ी के साथ चूसने लगी. प्रेमा की चूत एक दम गीली हो चुकी थी और वो चुदवाने के लीये तैयार हो गयी. जया ने प्रेमा से कहा, "अब तू अपनी चूत के अन्दर जीजू का लंबा और मोटा लंड लेने के लीये तैयार हो जा. थोड़ा दरद होगा, बर्दास्त कर लेना. ज्यादा चिल्लाना मत." प्रेमा बोली, "ठीक है. जीजू, ज़रा धीरे धीरे डालना, प्ल्ज़." प्रेमा की चूत बहुत जयादा तिघ्त थी. मैन जनता था की उसकी चूत मे लंड घुसाने के लीये उसकी चूत और मेरे लंड को एक दम गीला करना पड़ेगा. मैंने जया और शालू से कहा की तुम दोनों अपने थूक से मेरा लंड और प्रेमा की चूत को एक दम गीला कर दो. उन दोनों ने वैसा ही किया.

मैंने प्रेमा की चूत के बीच अपना लंड रखा और अन्दर दबाने लगा. मैंने बहुत थोड़ा सा ही दबाया की वो बहुत ज़ोर ज़ोर से चिल्लाने लगी. जया मुझसे बोली, "ज़रा धीरे धीरे करो. इसकी उमर अभी कम है. इसकी चूत भी बहुत तिघ्त है." मैंने थोड़ा और दबाया तो प्रेमा रोने लगी. मैन रुक गया. मेरा लंड अभी प्रेमा की चूत मे केवल २" ही घुसा था. मैंने जया और शालू से कहा की तुम दोनों इसकी चुचीयों को चूसो और मसलों तभी ये शांत होगी. वो दोनों उसकी चुचियाँ चूसने और मसलने लगी. वो थोडी देर मे कुछ सह्न्त हो गयी.

मैंने अपना लंड धीरे धीरे अन्दर बाहर करना शुरुर कर दीया. जब मेरा लंड उसकी चूत मे २" तक आराम से अन्दर बाहर होने लगा तो मैंने थोड़ा सा और अन्दर दबा दीया. वो फीर चीख उठी और रोने लगी. अब तक उसकी चूत ने मेरा लंड ४" तक नीगल लीया था. मैंने फीर धीरे धीरे अपना लंड ४" ही अन्दर बाहर करना शुरुर कर दीया. ५ मिनट बाद उसका दरद जाता रहा और वो मस्त हो कर चुदवाने लगी. मैंने अब ज्यादा देर करना ठीक नहीं समझा और पूरी ताकत लगते हुए एक बहुत ही जोरदार धक्का लगा दीया. मेरा लंड एक दम ज़द तक उसकी चूत मे समां गया. वो बहुत तेज़ तेज़ चिल्लाने और रोने लगी. वो अपना हाथ भी पटकने लगी. जया ने मुझसे कहा, "तुमने ये क्या कर दीया. ये अभी कमसिन है और इसकी चूत बहुत छोटी है. मैंने तुमसे धीरे धीरे डालने को कहा था. लेकीन तुमने एक झटके से ही अपना पूरा लंड इसकी चूत मे डाल दीया." मैंने कहा, "जब वो मेरा लंड ४" तक अन्दर ले चुकी है टब ज्यादा देर करना ठीक नहीं था वरना ये मेरा पोर लंड अपनी चूत के अन्दर नहीं ले पति. अब जब ये मेरा पूरा लंड अपनी चूत मे ले चुकी है तो इसका सारा दरद अभी थोडी ही देर मे खत्म हो जाएगा." मैंने धीरे धीरे धक्का लगते हुए उसे छोड़ना शुरू कर दीया. १० मिनट की चुदाई के बाद ही वो एक दम शांत हो गयी और वो अपना सारा दरद भूल गयी. अब वो अपना चुताद उहता उठा कर मेरा साथ देने लगी. मैंने अपनी स्पीड थोड़ा और तेज़ कर दी तो वो अपना चुताद और तेज़ी के साथ ऊपर उठाने लगी. अब वो मेरे हर धक्के का जवाब दे रही थी. मैंने उसको साथ देते देखा तो अपनी स्पीड बहुत तेज़ कर दी और उसे एक आंधी की तरह चोदने लगा. जया उसकी चुदाई देख कर बहुत खुश थी.

वो प्रेमा के चुचीयों चूसने और मसलने लगी. प्रेमा भी बहुत जोश मे आ कर चुद्वा रही थी. वो अपने हाथ से मेरा सर पकड़ कर मेरे बालों को सहला रही थी. कुछ देर उसने मुझे बहुत ज़ोर से पकड़ लीया तो मैन समझ गया की वो अब झड़ने वाली है. मैंने खूब तेज़ धक्का लगना शुरू कर दीया. ८-१० धक्के के बाद ही वो झाड़ गयी. झड़ने के बाद वो कुछ देर के लीये सुस्त हो गयी लेकीन मैंने उसकी चुदाई जारी रखी. मैंने प्रेमा को लगभग ३० मिनट तक छोडा और उसकी चूत मे ही झाड़ गया. इस दौरान वो ३ बार झाड़ चुकी थी. प्रेमा की चूत मे झड़ने के बाद मैन हट गया. जया प्रेमा की चूत को देखने लगी. उसकी चूत एक दम चौडी हो चुकी थी. जया प्रेमा की चूत को सहलाते हुए बोली, "दरद हो रहा है." प्रेमा बोली, "दीदी, आज मुझे जो मज़ा आया उसके आगे ये दरद कुछ भी नहीं है. मैन नहीं जानती थी की चुदवाने मे इतना मज़ा आता है. पहले जब थोड़ा सा दरद हुआ तो मैन घबडा गयी थी. तुमने आज मुझे ज़िंदगी का वो मज़ा दिलाया है की मैन ज़िंदगी भर नहीं भूल पाऊँगी." प्रेमा फीर मुझसे बोली, "जीजू, मुझे ये मज़ा लेने के लीये दीदी ने राजी किया था. आपने ही मुझे ये मज़ा दीया है. मैन आपको ज़िंदगी भर याद रखूंगी. आप ही मेरे पहले पति हैं."

मैन १५ मिनट तक बैठ कर आराम करता रहा. उसके बाद मैंने शालू से कहा, "अब तुम्हारी बारी है. पहले बाथरूम चल कर मेरा लंड साबुन से साफ करो. उसके बाद मैन तुम्हारी चुदाई करता हूँ." शालू मेरे साथ बाथरूम गयी. उसने मेरे लंड पर साबुन लगा दीया और खूब रगड़ रगड़ कर साफ किया. इस बार मेरे लंड पर कुछ ज्यादा ही खून लगा था. मैन शालू के साथ बाथरूम से वापस आया. साबुन लगा कर खूब रगड़ने की वजह से मेरा लंड फीर से खड़ा हो गया था. मैन बेड पर बैठ गया. शालू मेरे टांगों के बीच बैठ गयी और मेरा लंड मुह मे ले कर चूसने लगी. ५ मिनट चूसने के बाद मेरा लंड एक दम तन गया. मैंने शालू को बेड पर लिटा दीया और उसके ऊपर ६९ की पोसिशन मे हो गया. मैंने शालू की चूत को चाटना शुरू कर दीया और वो मेरा लंड चूसने लगी. थोडी देर तक उसकी चूत को चाटने के बाद मैंने एक ऊँगली शालू की चूत मे डाल दी. उसकी चूत भी एक दम तिघ्त थी लेकीन प्रेमा की तरह नहीं. मेरी ऊँगली उसकी चूत मे पूरी घुस गयी और मैंने अपनी ऊँगली अन्दर बाहर करनी शुरू कर दी. २ मिनट मे ही उसकी चूत एक दम गीली हो गयी. वो अब चुदवाने के लायक हो चुकी थी. मैन उसके ऊपर से हट गया और उसकी टांगों के बीच आ गया. शालू बोली, "जीजू, आप लेट जाओ. मैन आपका लंड अपनी चूत मे घुसौंगी." मैंने कहा, "ठीक है." मैन बेड पर लेट गया.

शालू मेरे ऊपर आ गयी. उसने मेरे लंड के सुपदे को अपनी चूत के बीच रखा और धीरे धीरे रगड़ने लगी. थोडी देर तक वो अपने चूत को मेरे लंड पर रगड़ती रही. उसके बाद वो अपने पूरे बदन का भर डालते हुए एक झटके से ही मेरे लंड पर बैठ गयी. उसके मुह से एक जोरदार चीख निकली और वो अपने सर का बाल नोचने लगी. मैन शालू को देखता ही रह गया. मेरा लंड उसकी चूत मे एक दम ज़द तक घुस चुका था. जया और प्रेमा भी शालू को देखती ही रह गयी. उसकी चूत से खून नीकल आया था. जया ने शालू से कहा, "तू जीजू के लंड पर एक झटके से क्यों बैठ गयी. तुझे धीरे धीरे अन्दर लेना चाहिए था." शालू बोली, "तुम दोनों को चुद्वाते हुए देख कर मैन जोश से के दम बेकाबू हो गयी थी. मैन जीजू का लंड एक झटके से ही अनादर लेना चाहती थी, इसलिये अचानक उनके लंड पर बैठ गयी. दरद तो बहुत हो रहा है लेकीन ये अभी खत्म हो जाएगा." थोडी देर शालू मेरे लंड पर बैठी रही और उसके बाद उसने मेरा लंड अपनी चूत मे धीरे धीरे अन्दर बाहर करना शुरू कर दीया. कुछ देर के बाद जब उसकी चूत मे मेरे लंड की जगह बन गयी तो उसका दरद कम हो गया. शालू ने थोड़ा तेज़ धक्का लगा शुरू कर दीया और २ मिनट बाद ही वो झाड़ गयी. झड़ने के बाद वो मेरे ऊपर से हट गयी और बोली, "जीजू अब आप मेरी चुदाई करो."

शालू बेड पर घोडी की तरह बन गयी और मुझसे पीछे आकर चोदने को कहने लगी. जया और प्रेमा दोनों शालू को देख रही थी. मैन शालू के पीछे आ गया. मैंने उसकी चूत मे अपना लंड डाल कर शालू की चुदाई शुरू कर दी. घोडी की तरह होने से उसकी चूत एक दम चिपक गयी थी इसलिये उसे थोडी देर दरद हुआ. लेकीन २ मिनट की ही चुदाई के बाद उसका सारा दरद खत्म हो गया और वो अपने चुताद को आगे पीछे करते हुए मुझसे चुदवाने लगी. उसे बहुत मज़ा आ रहा था. वो सिस्कारियां भरते हुए मुझसे चुद्वा रही थी. ५ मिनट तक चुदवाने के बाद वो दूसरी बार फीर झाड़ गयी. शालू ने प्रेमा और जया से कहा, "तुम दोनों ने जीजू से पहले ही चुद्वाया है. मैंने बहुत सबर इसलिये किया की जब जीजू तुम दोनों को छोड़ लेंगे तो जल्दी झादेंगे नहीं और मैन खूब मज़ा लूंगी. अब तुम दोनों बैठ कर मेरी चुदाई देखो." शालू बहुत ही चालू थी. मैन १ घंटे मे २ बार झाड़ चुका था इसलिये इस बार मेरा पानी जल्दी कहाँ निकलने वाला था. मैंने शालू को छोड़ना जारी रखा. वो खूब मेज़ ले ले कर मुझसे चुद्वती रही. लगभग १ घंटे तक चोदने के बाद मैन शालू की चूत मे ही झाड़ गया. इस दौरान वो ३ बार और झाड़ चुकी थी. शालू की चूत मे पूरा पानी निकलने के बाद मैन हट गया. शालू ने इस बार मेरा लंड अपनी जीभ से चाट चाट कर साफ किया, साबुन से नहीं.

अब तक शाम के ६ बज चुके थे. Picture के शो का खत्म होने का समय हो गया था. प्रेमा ने जया से कहा, मैन एक बार जीजू से और चुद्वाना चाहती हूँ." जया ने कहा, "जब तक जीजू यहाँ हैं हम डेली Picture देखने जायेंगे." मैन समझ गया की जब तक मैन यहाँ हूँ, मुझे रोज़ ही In तीनो को चोदने का मज़ा मिलेगा. हम सबने छाए पी उसके बाद वापस घर आ गए. मैन ७ दिनों तक ससुराल रहा और डेली Picture देखने जाने के बहने उन तीनो को छोड़ता रहा. मैन आज भी उन तीनो को चोदने का कोई मौका नहीं छोड़ता. जब कभी मौका मिलता है मैन उनको छोड़ देता हूँ और वो मुझसे बड़े प्रेम से चुद्वती हैं.
ये एक बकवास कहानी थी !! है के नही !!! हा हा हा....!


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........raj.........

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