Thursday, June 5, 2008

दीवानगी



शादी से पहले
मैं हमेशा सोचा करता था कि जिस लड़की से मेरी शादी होगी उससे पूछ लूंगा कि वो मुझसे शादी करना चाहती है या नहीं. जब दीदी ने बताया कि लड़की अच्छी है और शादी कर लो तो मेरी उससे बात करने की उत्सुकता और बढ़ गई. दीदी ने बताया, लड़की का नाम भारती है.
एक रोज उधर से फोन आया. दूसरी ओर मेरे साले साहब थे. कुशल-क्षेम शुरू हुआ. फिर तो अक्सर बातें होने लगी. मैं अपनी होने वाली रानी से बात करना चाह रहा था. मगर हिम्मत नहीं हो रही थी कि साले साहब से इसके बारे में कुछ भी कहें. आखिरकार मैंने हिम्मत की और कहा, भारती से बात करा सकते हैं क्या. वो बोले, मैं भी यही सोच रहा था, मगर सोचा आप कुछ गलत न सोच लें.
उसी रात करीब साढ़े आठ बजे रिंग हुआ. मैंने मोबाइल उठा, उधर से किसी लड़की की मधुर आवाज आई, प्रणाम सर.
मैंने पूछा, आप कौन.
उधर से आवाज आई, जी, मैं भारती. आपसे कई दिनों से बात करने का मन कर रहा था, अभी घर में कोई नहीं है, इसलिए आप से बात कर रही हूं.
भैया और भाभी कहां है. मैंने पूछा,
भाभी मैके में है और भैया पूजा में गए हैं.
और मम्मी, मैंने पूछा.
वो तो पापा के साथ रहती हैं.
तो इस तरह आपको मुझ से बात नहीं करनी चाहिए न, मैंने उससे पूछा.
क्यों, उसने सवाल किया.
इस तरह छुपकर किसी गैर मर्द से बात करना ठीक तो नहीं है न, मैंने फिर सवाल किया.
अब आप गैर कहां हैं, उसने कहा.
तो अपना बन गया हूं, मैंने पूछा.
तभी तो बात कर रही हूं.
कुछ देखा न सुना कैसे अपना बना ली.
काफी देख सुन लिया
अब बाकी कुछ भी नहीं है.
नहीं, उसने हर्षित होकर कहा.
अपने दिल की रानी की आवाज सुनकर मेरा दिल धड़क उठा.
खुद पर काबू पाते हुए पूछा, आप कैंसी है.
उसने कहा, मैं अच्छी हूं, आप कैसे हैं.
मैं भी अच्छा हूं, आपकी पढ़ाई कैसी चल रही है, मैंने पूछा.
मुझे आप क्यों कहते हैं, उसने कहा.
तब क्या कहूं, मैंने पूछा.
तुम कहिए.
मैं तो आपको आप ही कहूं, मैंने थोड़ा मजाक के लहजे में कहा.
अच्छा नहीं लगेगा, प्लीज, तुम कहिए न. उसने सविनय आग्रह किया.
लेकिन मैंने कहा, नहीं आपको आप कहने में अच्छा लगता है.
ठीक है, तो आप कब आ रहे हैं,
क्यों, मैंने पूछा.
आते तो जल्दी शादी हो जाती.
इतनी जल्दी शादी क्यों, मैंने पूछा
शादी हो जाती तो मैं आपके के साथ रहती और आपकी सेवा का मौका मिलता.
अभी तो छुट्टी नहीं मिलेगी.
दो चार-दिन की भी छुट्टी लेकर आ जाइये शादी करके चले जाइएगा. उसने आग्रह किया.
ठीक है कोशिश करूंगा.
थोड़ी जल्दी करिए.
इतनी भी जल्दी क्या है.
जब से आपके बारे में सुनी हूं तब से मन नहीं लग रहा है.
देखने का मन नहीं करता है क्या.
करता तो है लेकिन शादी के बाद हमेशा देखूंगी
लेकिन मैं आपको देखना चाहता हूं शादी से पहले.
देखने बाद कहीं ना कर दिए तो
अपने पर भरोसा नहीं है.
इतना तो है कि आपको पसंद आ जाऊंगी.
बस.
उस रात बात करते करते एक घंटा से ज्यादा समय हो गया.
वो बोली, अब पंद्रह रोज मैं आपसे बातचीत नहीं कर पाऊंगी.
क्यों, मैंने पूछा.
भैया के सेल पर बात करना ठीक नहीं लगता है, मम्मी आएगी तो बात करूगी.
मैं आपसे बात किए बगैर कैसे रहूंगा.
ऐसी भी क्या है.
अपना एक फोटो भेजिए न. मैंने आग्रह किया.
अभी कोई अच्छा फोटो नहीं है, खिंचवाऊंगी तो भेज दूंगी. तो अभी फोन रखती हूं, मम्मी आएंगी तो बात करूंगी.

इस बीच मैंने कई बार बात करने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हुआ, लेकिन वर्षा का फोटो आ गया. ब्लैक एंड ह्वाइट में वर्षा पुरानी फिल्मों की हिरोईन की जैसी खूबसूरत दिख रही थी.
उसी रात भारती का फोन आया.
कुशल क्षेम के बाद भारती ने पूछा, फोटो मिल गया है.
मैंने मजाक में कहा, यार तुम्हारा ही फोटो है न.
भारती चिढ़ती हुई बोली, नहीं, मेरी सहेली की है.
सच यार विश्वास नहीं हो रहा है कि तुम इतनी सुंदर होगी.
इतनी भी सुंदर नहीं हूं, बस आपको पसंद आ जाऊंगी.
लेकिन फोटो में तो बड़ी सुंदर दिख रही हो,
ब्लैक एंड ह्वाइट में हूं न इसलिए
सच यार ये लड़की छेड़ने लायक है, इसकी लटें तो सवारने लायक है. मिलती तो जरूर छेड़ता.
आप ऐसे तो नहीं हैं.
हूं तो नहीं लेकिन ये लड़की मिल जाती तो जरूर छेड़ता.
छेड़ने का मन तो खूब करता है, कभी ये भी मन करता है कि उसकी चोटी को पकड़कर प्यार से होंठों को चूम लें. भारती की बातें सुनकर मैं सन्न रह गया.
बोला, यार भारती तुम्हारे होंठ तो काफी उभरे है, होठों में भरकर चूसने में मजा आएगा. अभी एक चुंबन दे दो न.
ले लीजिए.
मैंने उसे प्यार से चूम लिया.
बोली, कितने दिनों तक यू ही काम चलाएगा.
तो क्या करें
कुछ नहीं, शादी करके मुझे ले चलिए फिर अपनी रानी को बांहों में भरकर जब दिल करे उसके रसीले होठों को चूमते रहिए.
और तुम.
मैं तो आपकी बांहों में रहूंगी.
तो शादी करने का बहुत मन करता है?
क्या कहूं शादी की उम्र कब की हो गई है लेकिन जब से आपके बारे में सुना है, बस यही जी चाहता है कितनी जल्दी आपके बांहों के घेरे में आ जाऊं.
इस तरह प्यार मोहब्बत की बातें वही शुरू करती थी. हम घंटो बातचीत करते रहते थे.

फिर अगले कुछ दिनों तक बात नहीं हो पाई. मैं बेचैन था. शायद मेरी बेचैनी का ख्याल उसे आ ही गया है. उसने फोन किया. बहुत ज्यादा खुश थी.
क्या बात है, आज बहुत खुश दिख रही हो.
आपसे बात जो कर रही हूं.
मुझ से बात करना इतना अच्छा लगता है.
क्या बताऊं, बहुत ही अच्छा लगता है. एक रोज बात नहीं करती हूं तो दिल बेचैन हो उठता है.
शादी के बाद भी मेरी बात तुम्हें इतनी ही अच्छी लगेगी.
वादा नहीं करती हूं, लेकिन इतना जरूर कहती हूं, आपको हर परिस्थितियों में हर तरह से खुश रखूंगी. हर कदम पर आपका साथ दूंगी.
भारती मैंने तो सपनों में भी नहीं सोचा था कि मुझे कोई लड़की इतना चाहेगी.
आज आपसे ज्यादा बात नहीं कर पाऊंगी, कल अगर मम्मी रह गई तो फोन करिएगा.
क्यों बात नहीं करेंगी.
क्यों मेरी रानी.
आज बहुत थकी हूं, हिम्मत नहीं हो रही थी बात करने की और बात किए बगैर चैन भी नहीं मिल रहा था.
क्यों थकी हो
कल मेरी एक सहेली की शादी थी, रातभर जगी रह गई.
वो तो गुड नाइट, कल बात करेंगे.

अगले दिन उनकी मम्मी चली गई, बात नहीं हो पाई.

महीने भर के बाद फिर उन्होंने फोन किया.
बोली जानते हैं मेरी एक सहेली ने बताया कि तुम्हें पति का प्यार ज्यादा नहीं मिलेगा.
क्या आपकी सहेली ज्योतिषी हैं
नहीं तो
फिर उन्होंने कैसे बताया
दरअसल, मेरी ब्रेस्ट के बीच में एक दो बाल है, इसी वजह से.
भारती के मुंह से ब्रेस्ट की बात सुनकर चित्त चंचल हो उठा. मन पर काबू पाते हुए कहा,
आपने उन वालों के बारे में बता दिया.
हां,
आप हर बात हर किसी को बता देती हैं.
वो तो मेरी सहेली है.
उससे क्या, वो आपको हल्का समझ लेगी.
आगे से नहीं बताऊंगी.
मेरे उपदेशों से वह थोड़ा दुखी हो गई.

अगली बार फोन किया तो सबसे पहले पूछा, आपके बालों का क्या हुआ.
किस बालों का.
आपके ब्रेस्ट के बीच के बालों.
मुस्कुराती हुई बोली, तो आप उसका खूब ख्याल रखते है.
मैं नहीं रखूंगा तो कौन ख्याल रखेगा.
अच्छी बात है.
एक बात बताइए, आप ब्रा पहनती हैं.
हां.
रात में सोते समय उसे खोल लीजिएगा.
इससे ब्रेस्ट में तेजी से विकास होता है.
आप कैसे जानते हैं.
एक किताब में पढ़ा था.

अब की बार दो महीने बाद फोन आया.
बातों ही बातों में पूछ दिया.
कुछ फर्क दिखा
किसका.
मैंने जो नुस्खा बताया.
इतनी जल्दी फर्क दिखेगा.
आप किस साइज का ब्रा पहनती है.
अट्ठाईस का
सबसे बड़ा साईज कितना होता है
अड़तीस का.
सबसे छोटा.
अट्टाईस का.
तो आपका बहुत छोटी है.
अच्छा तो है, आप टच करिएगा तो बड़ी हो जाएगी. शादी करते भाभी आई तो उनका भी काफी छोटा था अब तो काफी बड़ी बड़ी हो गई हैं.
शादी कच्ची उमर होती है तो बड़ी हो जाती है, बाद ऐसा नहीं होता है.
मेरी मम्मी की भी काफी छोटी-छोटी है, लेकिन इससे क्या फर्क पड़ता है.
कुछ नहीं.

अगली बार उन्होंने कुछ ऐसी बात की कि मन बहकने लगा.
मैंने पूछा, बहुत थकी लग रही हो, क्या बात है. तबीयत खराब थी क्या.
मेहमान आए हुए थे, आज ही विदा हुए. इसबार उन्होंने बहुत परेशान किया.
मैंने पूछा, कौन मेहमान.
वही तो हर महीने आते हैं.
कौन मेहमान हर महीने आते हैं.
मेन्स.
हाय, मेरी तेरे पास होता तो कितना मजा आता, रातभर तुम्हें सोने नहीं देता.
ऐसा नसीब कहां है?
भारती, अब जी चाहता है कि तुमसे जल्दी शादी कर लें.
झूठ.
झूठ नहीं मेरी रानी, बिल्कुल सच कहता हूं. अब तुम्हारे बगैर एक पल भी रहना मुश्किल लग रहा है.


अब हमलोग काफी खुल चुके थे.
इसबार जब बात शुरू हुई और मैं प्यार की बात करने लगा तो बोली, बहुत डर लगता है.
किसका.
बेडरूम के सीन का.
क्यों.
यही कि उतना लंबा और मोटा इस छोटी सी छेद में कैसे जाएगा.
पहलीबार थोड़ा दर्द होता है फिर तो आनंद ही आनंद मिलता है.
वैसे मेरा ज्यादा लंबा नहीं है.
आपका छोटा है.
हां.
आप तो अपने लिए बड़ी की मांग करते हैं और मेरे लिए छोटा.
छोटा रहने से आनंद में फर्क थोड़े फर्क पड़ता है.
फर्क तो नहीं पड़ता है, लेकिन बड़ा हो तो अच्छा है न.
वैसे उतना भी छोटा नहीं, साढ़े सात इंच का है.
बाप रे बाप, तब तो बहुत बड़ा है.
भाभी कहती है कि भैया का पांच इंच लंबा है और जब अंदर जाता है तो लगता है कि कंठ तक पहुंच गया है.
तो बस समझ लीजिए कि मेरा आपके मुंह तक पहुंच जाएगा.
देखिए लगता है कि पूरा शरीर सिहर गया है.
तो ये बताइये कि भैया भाभी के साथ रोज रात कितनी बार करते हैं.
शुरू शुरू में तो भाभी कहती थी कि यदि में जिद नहीं करती तो वे महीने-महीने तक छूते भी नहीं थी, धीरे-धीरे एक्सपर्ट हो गये. अब तो रोज रात करते हैं.
चिंता नहीं करिए मैं तो शुरू से ही हररात दो तीन बार किया करूंगा.
अभी से ही इतना प्यार मत करिए कि आपसे शादी नहीं हो तो आपकी बेचैनी बढ़ जाए.
अब तो तेरे बगैर जीना मुश्किल है मेरी रानी.

कुछ दिनों के बाद फिर बातचीत शुरू हुई.
मैंने पूछा, ऊपर वाले बाबू का क्या हाल है.
अच्छी है.
नीचे वाली.
वो थोड़ी बचैन है.
अच्छा ये बताइये कि ऊपर बाली को क्या कहते हैं.
ब्रेस्ट.
हिंदी में
स्तन.
गांव-देहात की भाषा में क्या कहते हैं
यही कहते हैं.
मैं बताऊं
बताइये.
चुच्ची कहते हैं
अच्छा.
अब तुम कहो.
चुच्ची, वह धीरे से, थरथराती हुई जुबान से बोली.
जोर से बोलो
चुच्ची.
नीचे वाली को क्या कहते हैं
योनि.
देहात की भाषा में.
आप ही बता दीजिए.
फिर तुम बोलोगी.
हां.
उसे बूर कहते हैं.
क्या कहते हैं.
बूर
अच्छा बताइए, काम करने को क्या कहते हैं.
मुझे क्या मालूम
उसे चोदना कहते हैं.
रे बाप रे बाप, आपके मुंह से कैसे ये बात निकलती है.
जो चीज हम दोनों रोज रात करेंगे उसे कहने में बुराई कैसा.
जब करेंगे तब कर लेंगे.
अभी जब तक आप करीब नहीं हैं इसी से काम चला लेंते हैं.
ले जाइएगा, तब न पास में रहूंगी.
ठीक है, पहले बताइये कि काम करने को क्या कहते
मार दीजिएगा तब भी नहीं कहूंगी.
प्लीज,मेरी रानी, कहो न.
नहीं कहूंगी.
तुझे मेरी कसम
कसम सुनते ही बोली, चोदना.
थोड़ा जोर से
चोदना.
अब कैसा लग लगा है
रोम रोम सिहर उठा,
बूर का क्या हाल है
भींग चुकी है
मेरा लंड भी खड़ा है
तो चोद लीजिए.
कहां है तेरी बूर मेरी रानी.
बाप रे बाप, आपका लंड तो बहुत बड़ा है, मेरी बूर फट जाएगी.
बस इतना प्यार से चोदूंगा कि पता भी नहीं चलेगा.
और भारती के बूर में लंड पिलाकर चुदाई करने लगा.

चुदाई के बाद दोनों सो गए
सबेरे करीब चार बजे फिर भारती का फोन आया
भारती बहुत खुश थी.
बोली, प्रणाम सर,
कैसी हो,
गहरी नींद में थे.
हां,
बोली, मम्मी सबेरे चली जाएगी, फिर महीनेभर आपसे बात नहीं हो पाएगी. इसलिए आपको अभी फोन किया.
जानती हो अभी कौन समय है.
कौन?
अभी चोदने का समय होता है. अभी पति-पत्नी दोनों चुदाई करते है.
रात में उतनी चुदाई की मन नहीं भरा.
चुदाई से कहीं मर्द का मन भरता है
मेरा तो पोर-पोर हिल गया है.
अभी एकबार चोदने दो ना.
अभी पूजा के लिए फूल लाना है.
पति को खुश रखोगी तो भगवान भी खुश रहेंगे.
वो तो है..
अच्छा बताओं, शादी के बाद गांड मारने दोगी न.
धत.
अरे चौरासी आसन में ये भी शामिल है.
किसके चौरासी आसन
चुदाई के चौरासी आसन
धन्य हो प्रभु, वो बोली, आप विद्वान तो है वो जानती थी, लेकिन इतने ज्यादा, सोचा भी नहीं था.
पढ़ा हूं इसलिए.
अच्छा चौरासी आसन से चोदेंगे तो थकेंगे नहीं.
चौरासी आसन एक ही रात में थोड़े आजमाएंगे. रोज रात नए नए आसन से चोदेंगे.
इतना प्यार करेंगे हमें.
हां मेरी रानी.
धन्य धन्य हो गई मैं.
अच्छा बताओं, दिन में चोदने दोगी न.
चोदने के लिए रात होता है.
लेकिन मेरी नाइट शिफ्ट होगी, और मैं ड्यूटी से सबेरे आऊंगा तो चोदने का समय दिन में ही मिलेगा न.
देखूंगी.
हाय मेरी रानी, दुधिया बल्ब की रौशनी में तुम्हारे सारे कपड़े खोल कर चोदूंगा तो कितना मजा आएगा.
चोदकर महसूस करिएगा.



फिर एक महीने वाद हमारी बात हुई.
साहब मई महीने में लगन है, शादी कर ले चलिए न.
तुम्हारे लिए एक अच्छा फ्लैट ले लेता हूं.
क्या हम उसमें नहीं रह सकते हैं.
रह सकते हैं लेकिन इसका बाथरूम छोटा है न.
तो क्या.
तो बाथरूम में तुम्हें कैसे चोदेंगे.
वहां चोदना जरूरी है, आपका जब चोदने का मन होगा मैं चुदाने के लिए बेड पर आ जाऊंगी.
कभी नखरे तो नहीं करोगी.
इतना तो जानती हूं कि जब पति का मन चोदने का हो तो और को खुशी-खुशी चुदवाने के लिए तैयार हो जाना चाहिए.
हाय मेरी रानी, सब कुछ मिल जाएगा लेकिन तुम जैसी बीबी कहीं नहीं मिलेगी.
बस मेरे राजा अब अपनी रानी को जल्दी ले जाइए.
हवाई जहाज का टिकट ले लेता हूं.
क्यों उतना पैसा बेकार में खर्च करिएगा.
बेकार क्यों, ट्रेन से आने में तीन दिन लग जाएगा. हवाईजहाज से दस घंटे में पहुंच जाएंगे. दो दिन तुम्हें चोदूंगा सारा पैसा वसूल हो जाएगा.
ट्रेन में रिजर्वेशन करा लीजिएगा तो वहां चोदने में दिक्कत होगी क्या.
उस बात पर हंसी आ गई.
बोला, ट्रेन में पूरी ट्रेन बुक थोड़े होती है. सीट की बुकिंग होगी. वहां तुम्हें कैसे चोदेंगे.
अच्छा, क्या होगा, दो दिन बाद ही जी भर को चोद लीजिएगा.
अच्छा तुम्हारे लिए क्या लाऊंगा.
आपका जो मन हो.
एक जोड़ा ब्रा और पैंटी और एक पैक कंडोम
कंडोम किसलिए.
ऐसे चोदूंगा तो बच्चा हो जाएगा.
क्या होगा.
आपके लंड की गर्मी को सीधा अपनी बूर में महसूस करने में जो सुख मिलेगा वह कंडोम लगाकर नहीं.

कहते हैं इंसान की योजना कभी भगवान को पसंद नहीं आती है. ठीक उसी तरह मेरे प्रेम को किसी की नजर लग गई. बाकी क्या कहूं.

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