Monday, March 17, 2008

एक हसीन रात-2

एक हसीन रात-2
लाली की मलयाली चूत मेरे लंड की फेन बन चुकी थी . मैं वहीँ chair पे बैठ गया . लाली मेरे तरफ़ Face करके मेरी जंघा पर बैठ गई . मैंने अपने सिकुरे हुए लंड को सावधानी से उसकी चूत में दाल दिया और मैं पीछे की तरफ़ झुक कर बैठ गया . वोह मेरे लंड को अपने चूत मे लिए हुए थी , उसकी one piece skirt कमर के ऊपर थी , उसकी छाती मेरी छाती से सटी हुई थी और उसका चेहरा मेरे चहरे के सामने था और अब वोह धीरे धीरे फिर से फ़ोन से बात कर रही थी .मैंने उसको गले लगाया . और अपनी बाँहों में कास लिया . फिर उसके दोनों चुत्तारों के ऊपर हाथ फेरने लगा और फिर skirt के अन्दर से हाथ को उसकी नंगी पीठ पे रख कर सहलाने लगा . फिर उसकी ब्रा की हूक खोल दी . उसके पुरे कप्रे को उतर कर अलग कर दिया और अपने कप्रे भी निकाल लिए . फिर से उसे गले लगाये उसकी गले को , कंधे को , पीठ को , दोनों चुत्तारों को , दोनों जांघों को , खूब सहलाया . साथ ही साथ उसके दोनों कान को जीभ से चाट चाट कर चूसा . उसके गाल को चूमा . वोह बिल्कुल एक छोटे बचे की तरह मेरे सीने से चिपकी हुई थी . फिर मैंने उसे अपने सीने से अलग किया और उसके दोनों छोटे छोटे nipples को चूमा और ख़ूब चूसा और साथ में उसकी दोनों बहूं को सहलाता रहा . तब तक उसके phone की बात चीत खत्म हो चुकी थी और वोह मेरे चहरे को हाथों मे लेकर मेरे होंठों को अपने होंठों से किस करने लगी . उसने अपनी जीभ मेरे मुहँ मे दाल दी और फिर मुझसे चिपक गई और अपनी जांघों को मेरे कमर को कस लिया . मैं उसके जीभ को चूसने लगा और साथ में उसके नंगी पीठ को सहला कर उसकी गांड को सहलाने लगा . मैंने अपने हाथों में bottle से उसकी चूत का पानी निकाल कर उसकी गांड पे मलने लगा . क्या कहूं दोस्तों , मैं किस कदर मस्त हो रहा था ऊपर से मैं फ्रेंच किस चल रहा था , छाती पे उसकी चूचियों की गरमी और नरमी कहर ढा रही थी और नीचे उसके चूत की पानी से उसकी गांड की मालिश हो रही थी .
फिर उसने नटखट चेहरा बाना के बोला मुझे सब मालूम है आप मेरा गांड छोड़ना चाहते हैं . मैं पूछा वोह कैसे ? तो बोली simple, चूत तो आप चोद चुके है . मैं बोला sister आप बहोत सेकसी हो इसीलिये आपकी गांड भी चोदना चाहता हूँ . तो बोली , मेरे freind का husband भी उसकी गांड चोदता है पर मेरे husband को यह गन्दा लगता है . मैंने बोला यह बताओ मेरी लाली को गांड चुदवाने में कैसा लगता है ? वोह हँस कर बोली वोह तो doctor के चोदने के बाद पता चला . तभी मैंने अपनी एक अंगुली लाली के गांड मे दाल दी और अंगुली से उसकी गांड चोदने लगा . उसकी गांड मे अंगुली दाल कर मैंने अन्दर ही अन्दर उसकी चूत में खरे लंड को भी दबाने लगा . वोह सिस्कारी भरने लगी और जोर से सीने से चिपक गई . मैंने कहा अब बताओ लाली कैसा लग रहा है double चुदाई . अच्छा ! बोल कर उसने मेरे गाल पे एक पप्पी दी . मैंने बोला लाली जब तुम मेरे लंड को अपने गांड मे लोगी तो और अच्छा लगेगा ? मेरे लिए तुम doggy position में आओगी ? वोह बोली ठीक है और फिर table पर doggy posture मे आ गई . मैं भी उसके पीछे घुटनों पे table पे उसकी गांड के पीछे आ गया . उसकी पीठ सह्लायी . कमर सह्लायी और कमर के नीचे अपनी दो अंगुली उसकी चूत मे दाल कर अंगुली से उसकी चुदाई करनी शुरू कर दी . Doctor आप का लंड कहाँ है ? मैंने झट लंड उसके गांड के छेद पे रख कर कहा - लाली अब तुमको मेरा लंड अपने गांड मे लेना है . मुहँ खोल कर लंबा साँस लो और धीरे धीरे गांड को पीछे धक्का देकर लंड को अन्दर ले लो . OK DOCTOR - कह कर उसने धीरे से पुरा लंड अपनी गांड मे ले लिया . अब बिल्कुल बेशरमी से अपने गांड को जैसे चाहो नचाओ - मैंने कहा . फिर वोह बिल्कुल मस्त होकर आँख बंद कर गांड हिलाने लगी और मैं भी लंड को गांड मे डाले हुए धीरे धीरे stroke लगाने लगा .15 minute तक गांड चुदाई चलती रही और साथ में मैंने चूत की अंगुली चुदाई जारी रखी . उसके बाद मैं लाली की गांड में झर गया और वोह मेरे हाथों में पानी छोर दी . उसकी चूत के पानी को हाथ मे लगा कर मैं उसके चहरे पर लगा दिया और उसकी panty को लाली की यादगार बाना कर रख ली . फिर मैं जाकर सो गया . सबेरे उठा तो लंड फिर खरा था . उठ कर नीचे गया तो उसके जाने का वक्त हो गया था और वोह doctors room के सामने से जा रही थी . मैंने उसे झट अन्दर खीचा , बेड पे पीठ के बल लिटाया . Skirt उठाया और फट अपने खरे लंड को चूत में दाल कर पलना शुरू कर दिया और 5 minute में हम लोग खल्लास हो गए . उसके बाद से कई महिनो तक हम लोग एक दुसरे के साथ मस्ती करते रहे . अक्सर वोह साथ duty वाले दिन पैंटी नहीं पहनती थी और मैं जब मौका मिलता उसके skirt उठाकर उसकी नंगी गांड को कभी सहला कर छोङ देता . कभी चूत में अंगुली दाल देता . कभी गांड में वोह अंगुली दाल लेती . कभी toilet में हम लाली की चूत चोदते तो कभी गांड . कभी जब वोह अकेले दवा देती मरीज को तो हम चैन खोल कर लंड को बहार निकाल लेते और वोह skirt उठा कर चूत मे लंड दाल लेती . बहोत मजे किए मैंने लाली के साथ . कभी वोह मेरे घर आजाती weekend पे और हम लोग खूब चुदाई करते .दोस्तों,यह कहानी आपको कैसे लगी ज़रुर लिखयेगा !! आपके जवाब मुझे और कहानियाँ ले कर आने के लिए प्रेरित करते हैं !!

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