Monday, March 24, 2008

भाईयों का प्यार

भाईयों का प्यार

Hi dear readers of AV. मेरा नाम शुमैला है और मेरा ताल्लुक पाकिस्तान के खूबसूरत शहर लाहौर से है। ये वाक्या जो मैं आप लोगों को सुनाने जा रही हूं मेरी ज़िंदगी का सब से हसीन और एहम वाक्या है जो आज से तकरीबन एक साल पहले पेश आया। पहले मैं आप को अपनी और अपनी फ़ैमिली के बारे में बता देती हूं। हम तीन बहन भाई हैं बड़े भाई की उमर 24 है और छोटे की उमर 22 है दोनो एक छोती सी work shop चलाते हैं और हमारे अब्बु दुबै में रहते हैं किसी शेख के घर driver हैं और हमारी अम्मी हमारे साथ रहती हैं। मेरी उमर 19 साल है रंग सांवला (very attractive) और फ़ीगर 36d 28 37 है मेरा जिस्म काफ़ी भरा भरा है और मैने F.A. किया है मुझको घर के काम काज करने और हर वक्त बन संवेर कर रहने का बहुत शौक है मैं bright colour की टाइट शलवार कमीज़ जो जिस्म से चिपकी होती है पहनती हूं और हाथों में चूड़ियां पांव में पायल और नाक में हमेशा एक लोंग पहनती हूं जो मेरे सांवले तीखे चेहरे पर बहुत सजता है ये। मेरी ज़िंदगी के ये हसीन वाक्या तब हुआ जब हमारी अम्मी की तरफ़ के एक दूर के रिलेटिव की डेथ हो गई और अम्मी को मुल्तान जाना पड़ा हम बहन भाई नहीं गये क्यों कि भाई अपने बिजिनेस में मसरूफ़ थे और मैं गरमी की वजह से घर से बाहर जाना पसंद नहीं करती। तो अम्मी ने कहा के भाईयों के आराम और खाने का ख्याल रखना और चली गई। उस दिन बहुत गरमी थी मैने घर की सफ़ाई की खाना तैयार किया और फिर अपना रेड कलर का सूती सूट निकाला और नहा कर पहन लिया शलवार कमीज़ से मेरा भरा भरा सांवल बदन बाहर निकला जा रहा था और कमीज़ का गला खुला था जिस में से मेरे मम्मो की cleavage नज़र आ रही थी और मैं ने नीचे ब्रा और पैंटी नही पहनी थी मैं घर में हूं तू ब्रा पैंटी पहनती और न ही दुपट्टा औढ़ती हूं हालांकि अम्मा कहती हैं के जवान भाई हैं घर में उनके सामने एस तरह न जाया करो लेकिन i doont care लेकिन फिर भी अम्मी की वजह से कभी कभी दुपट्टा ले लेती हूं लेकिन आज तो अम्मी नहीं थीं मैं ने हल्का सा मेक अप किया नाक में लोंग डाला और हाथों में चूड़ियां पहनी और पांव में पायल और बैठ कर tv देखने लगी शाम को दोनो भाई घर आये तो मैं ने दरवाज़ा खोला तो महसूस किया के उन दोनो की नज़र मेरी मम्मो पर थी जो कमीज़ से बाहर हुये जा रहे थे और निप्पल खड़े हो गये थे। दोनो अंदर आ गये छोटा भाई अंदर आते समय अपना कंधा मेरे बूब्स के साथ रगड़ दिया तो मेरे जिस्म में एक current दौड़ गयी लेकिन मैं ने easy ज़ाहिर किया जैसे मैने महसूस नहीं किया। फिर वो दोनो नहा कर खाने के लिये आये उन दोनो ने गरमी की वजह से सिर्फ़ बनियान और धोती पहनी हुई थी मैने खाना उनके आगे रखा तो मेरे मम्मो की cleavage साफ़ नज़र आ रही थी मैने देखा के उन दोनो का लंड खड़े हो गये हैं मैं भी उनके साथ खाना खाने बैठ गयी वो खाना कम खा रहे थे और मुझ को ज़्यादा देख रहे थे और बातें भी कर रहे थे इधर उधर की। फिर खाने के बाद मैने बरतन समेटे और उनको धोने के लिये किचन में ले आयी में बरतन धो रही थी कि बड़े भाई किचन में आये और मेरे पीछे आकर खड़े हो गये और अपने लंड को मेरी गांड पर लगा कर बोले कि बरतन धो कर आओ मूवी देखेंगे, मैं उनके लंड को अपनी गांड पर महसूस कर रही थी और मुझको मज़ा आ रहा था मैने गांड को ज़रा पीछे किया ताकि उनका लंड और मेरी गांड से दब जाये और कहा के आप जायें मैं चाय लेकर आती हूं अब उनके लंड का सिर मेरी गांड में था और मेरी चूत गीली हो रही थी और पसीना बहने लगा था। भाई मेरी रज़ामंदी समझ गये थे उन्होने ने मुझ को पीछे से मुझ को अपनी बाहों में ले लिया और मेरे दोनो मम्मो पकड़ लिये और मेरी गांड में लंड को ज़ोर से घुसा दिया मैं लज़्ज़त और शरम से बेहाल हो रही थी मैने भाई की तरफ़ देख कर मुसकराते हुए गुस्से से कहा जो ये कर रहे हैं छोटे भाई ने देख लिया तो उन्होने मेरे मम्मे दबाते हुए कहा कि वो भी तेरा देवाना है मेरी शुम्मी। फिर उन्होने मुझको अपनी गोद में उठा लिया और बेडरूम में ले गये वहां छोटा भाई फ़िल्म देख रहा था भाई ने अंदर आते ही उसको कहा के यार आज हम दोनो की तमन्ना पूरी हो गई है मैं हैरान रह गई के वो दोनो मुझ पेर पहले से नज़र रखते थे उन्होने मुझको बताया को वो मेरे बारे में अकसर बातें करते थे और मेरे नाम की मुठ मारते रहते थे भाई ने मुझ को बेड पेर बिठा दिया और वो दोनो मेरे बगल में बैठ गये बड़े भाई ने एक हाथ मेरे बायें बूब पर रखा और दूसरे हाथ से मेरी गांड मेंहाथ फेरने लगे जब के छोटा भाई मेरे राइट बूब को दबा रहा था और साथ दूसरे हाथ से मेरी चूत को शलवार के ऊपर से सहला रहा था मैं लज़त के सातवें आसमान पर थी फिर बड़े भाई ने मेरी कमीज़ उतार दी और मेरी 36d मम्मे आज़ाद हो गये वो दोनो भूके बच्चों की तरह मेरे बूब्स को लगे मेरे मुंह से pleasure से ऊओह्हह्हह्हह्हह्ह आह्हह्हह्हह्हह्हह्हह की आवज़ निकल रही थी और मैं उनके सिर अपने मम्मो में दबा रही थी फिर उन दोनो ने अपने कपड़े उतार दिये और बिल्कुल नंगे हो गये उनके लंड तकरीबन 9" लम्बे और 3" मोटे थे फिर छोटा भाई ने मेरी शलवार उतार दी और मैं बिल्कुल नंगी हो गयी उन दोनो ने अपने लंड मेरे हाथों में दिये और मैं उनको प्यार से सहलाने लगी फिर बड़े भाई ने लंड मेरे मुंह में दे दिया मुझको थोड़ा अजीब लगा लेकिन फिर मुझको उसे चूसने में मज़ा आने लगा छोटा भाई बेड पर मेरी टांगों के बीच में आकर उल्टा लेट गया और मेरी चूत और clitoris पर ज़बान फेरने लगा मेरी लज़त से जान निकली जा रही थी और मैं ऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊओह्हह्हह्हह्हह आआह्हह्हह्हह्ह और ज़ोर से चूसो की आवाज़ निकाल रही थी वो एक उंगली मेरी गांड में भी अंदर बाहर कर रहा था फिर मैं बरदाश्त न कर सकी और छूट गया मेरी चूत का रस कुछ छोटे भाई के मुंह में गया और कुछ बाहर निकल आया उसी टाइम बड़े भाई भी मेरे मुंह में छूट गया और मैने उस की मन्नी पी ली फिर छोटा भाई बेड पर लेट गया और बड़े भाई ने मुझको dogi style में खड़ा कर दिया मैं छोते भाई का लंड चूस रही थी और बड़ा भाई मेरी गांड के पीछे बैठ कर मेरि गांड के होल को ज़बान से चाटने लगा मेरे मुंह से सिसकारी निकल गयी वो अपनी ज़बान से मेरी ass fuck कर रहा था उसने मुझ को बताया कि वो मेरी गांड के दिवाना है और जब भी मैं टाइट कपड़ों में मटक मटक कर चलती थी वो लंड थाम कर रह जाता था आज उसका बरसों का ख्वाब पूरा हुआ है फिर छोटा भाई छूटने लगा तो उसने मुझ को सीधा लिटा दिया और अपना लंड मेरे मम्मो पर रगड़ने लगा और फिर उसने अपनी मुन्नी मेरे मम्मो से हटा दिया और फिर उसने मेरे मम्मो और पेट की मालिश की फिर वो मेरे मम्मो को चूसने लगा और मैं उसके लंड को सहलाने लगी बड़ा भाई मेरी गीली चूत पर ज़बाअन फेर रहा था और मैं अपने buttocks उठा उठा कर उसकि ज़बान को अपनी चूत में लेगा रही थी फिर उसने मेरी navel को suck किया छोटे भाई का लंड फिर अकड़ गया था उसने मेरे बूब्स से मुंह हटाया और मुझ को अपने ऊपर लिटा दिया और अपने लंड को मेरी चूत में पुश किया मुझको थोड़ा सा दर्द हुआ और मेरे मुंह से आह्हह की आवाज़ निकली लेकिन उसने अपने लब मेरे लबों से जोर दिये और मेरी आह्हह्ह उसके प्यार में गुम हो गई फिर वो आहिस्ता आहिस्ता लंड को धक्के मारने लगा और मुझ को मज़ा आ रहा था फिर बड़े भाई ने मेरी गांड के सुराख पर थूक लगाई और अपना लंड आहिस्ता से अंदर किया मुझ को बहुत दर्द हुआ तो वो रुक गया फिर एक झटका दिया तो उसका लंड पूरा मेरी गांड में घुस गया मेरे मुंह से सिसकारी निकल गयी लकिन छोटा भाई मुझको kissing कर रहा था अब बड़ा भाई मेरी गांड मार रहा था और छोटा भाई मेरी चूत में लंड दे रहा था मैं लज़त की इंतेहाई बुलंदी पर थी फिर छोटा भाई मेरी चूत में छूट गया और मुझ को अपनी चूत के अंदर गहराई में गरम लावा सा गिरता महसूस हुआ और लज़त की शिद्दत से मैं भी छूट गई और दो तीन झटकों के बाद बड़े भाई ने अपना लावा मेरी गांड में छोड़ा जो बहुत ज़्यादा था इसलिये गांड से बाहर बहने लगा।

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