Friday, March 14, 2008

दीदी की सास की चुदाई

दोस्तो मेरा नाम अजय है जैसे की आप सब जानते हैं आज मई अपनी नेव स्टोरय लिख रहा हो, दीदी की सास की चुदाई. अभी हाल मई ही मेरी दीदी की सदी हुई है मई उनके घर ग्या था दीदी हनेयमूं के लिया बाहर गयी थी वहाँ की देखभाल करने के लिया बुलाया ग्या था मई वहाँ पहुँचा तो मेरी दीदी की सास काफ़ी खुस हुई घर बड़ा था इसलिया एक ही कमरे मे सोने का प्रोग्रामे बना रात मे ससू ग ने कहा बेटा तक ग्ये होंगे लाओ मे बॉडय की मालिश कर दो मई बोला तक तो ग्या हो पूरे 300 क्म गाड़ी चलके आया हो ख़ैर रहने डीजिया लेकिन वो नही मानी और फटाफट ताइल लेके आ गयी मई बिस्टेर पे लेता हुआ था वो पहले मेरे सर की मालिश की फिर वो मेरे हाथ की मालिश करने लगी मैरे नज़र उनकी बड़ी बड़ी चुचिओ पेर थी जो आधा बाहर दिखाई दे रही थी उनकी चुचि वाकई ग़ज़ब की थी फिर वो मेरे पैर की मालिश करने लगी उनकी नज़र मेरी कच्ची पेर थी वो जानबूझकर अपने हट को मेरे कच्ची तक ले आती थी उनके तौछ करने से मेरा लांद खड़ा हो ग्या था वो देख रही थी अचानक ससू ग मेरा लांद पकड़ के बोली बेटा.

इसकी भी मालिश कर दो मैरे मुह्न से आवाज़ नही निकली मई चुप रहा तो वो मेरी कची को सरका के मुघे नंगा कर दी और मेरे लांद को पकड़ के सहलने लगी और धैर सारा ताइल लेके मेरे लांद की मालिश करने लगी मेरा लांद उनकी हट मई आते ही तिघ्ट होने लगा वो अपने हटो से मेरे लांद को उपर नीचे करके मालिश करने लगी उनकी पैट की नाभि जो बड़ी और काफ़ी गहरी थी मुघे दिखाई दे रही थी औरतो की नाभि का मई दीवाना था चाहे जैसे औरत हो बस उसकी नाभि गहरी होने चाहिया फिर ससू ग उठकर मेरे कमर के नीचे अगाल ब्गाल तंग करके बैठ गयी मेरा लांद उनकी बूर की झांटो से तौछ होने लगा अब वो मेरे शेनई पैट की मालिश करने लगी उनकी हटो की उंगलिया मेरे निपपाल्स को सहला रही थी फिर ससू ग एक बार उठ के पीछे सर्की की मेरा लांद सीधे चिकना होने से उनकी बूर मई घुस ग्या जैसे ही मेरा लांद ससू की बूर मई घुसा वो मुघे पागलॉ की तरह मेरे होटो को चूमने लगी फिर वो मेरे सीनई की मालिश करने लगी मेरा लांद पूरा ससू ग के बूर मई घुस ग्या था वो मेरे लांद पे अपने बूर को अंदर.

बाहर करने लगी पता नही क्या उनकी बूर बहुत तिघ्ट लग रही थी मेरा लांद इस समय काफ़ी बड़ा और मोटा हो ग्या था लगभग 5 मेणूत के बाद वो बोली अजय बेटा अब तुम मेरी बूर को छोड़ो मई बोला तारा मई किस से छोदु आपकी बूर वो बोली वह बेटा मेरा नाम जानते हो आचा लगा मेरे वो 20 साल पहले ऐसे ही बुलाते थाई तारा तुम क्या कहती थी उनको तो वो बोली सैयाँ अपने लांद से अपनी तारा का बूर पैलो ना मैने उन्हे पूरा नंगा कर दिया ससू की बूर मई धैर सारी झंटे थी बहुत दीनो से झंटे ना बनाने के कारण उनकी झंटे लंबी हो गयी थी मई तारा की जंटो वाली बूर को सहलने लगा और एक उंगली तारा की बूर मई पैल दिया वाकई तीटे बूर था तारा का मई ज़ोर ज़ोर से तारा की बूर मई उंगली कर रहा था तारा आह उह ओह ओफ़ कर रही थी फिर मई अपना लांद सहलने लगा लांद को तारा की बूर के उपर रग़ादने लगा फिर मैने एक झटके मई तारा की बूर मई अपना लांद पैल दिया तारा ज़ोर से चीखी ओह अजय धीरे मेरी बूर फट जागी फिर मई तारा के उपर लाइट कर उसके होटो को चूसने लगा और तारा की दोनो चुनचीओ को मस्लाने लगा.

फिर मई तारा के होटो को चुस्ते हुआई ससू मा के बूर को पैलाने लगा मेरा लांद तारा की बूर को जमकर छोड़ रहा था कमरे मे छुड़ाई की तूफ़ान चल रही थी मेरा लांद ससू की बूर को पैल रहा था मेरी ससू तारा भी अपनी गंड उठा उठा के अपने बूर मई मेरा लांद लील रही थी मई उनके होटो को चुस्ते हुए उनके बूर पे अपने लांद का धक्का मार रहा था लगभग 30 मेणूत की जमकर छुड़ाई मई उनकी बूर की नस नस को ढीला कर दिया वो 4 बार झाड़ चुकी थी लेकिन मेरा लांद उनकी बूर को पैले जा रहा था वो बोली बेटा अब रहने दो ना मेरे बूर की प्यास भुझ गयी है अजय छोड़ दो ना साजन तक जाओगे मई बोला तारा डार्लिंग मई घंटो पैइलाता हो कोई फ़र्क नही पड़ता तो तारा बोली किसे पैइलाते हो सैयाँ मई बोला अपनी सगी मा के बूर को रोज़ पैइलाता हो और दालय अपनी मा का गंड भी मरता हू वह अजय तू तो बड़ा चुपा रुसतम निकाला अब मेरी बूर की छुड़ाई छोड़ चल अब मेरी गंड मार मई बोला अरे तारा तुम जानती हो क्या गंड मरवना तो वो बोली ऐसी बात नही है रे जैसे तू छोड़ता है अपनी मा के बूर को वैसे मेरा बेटा भी फ़र्क.

इतना है तुम अपनी मा का बूर छोड़ते हो और मेरा बेटा मेरा गंड मरता है मई बोला ऐसा क्यो तो वो बोली वो सला गंदू निकल ग्या था मुहल्ले के कई लड़को का गंड मार चुका था उसे गंड का चस्का लग ग्या था एक दिन मैने उसे काम करने वाली का गंड मरते देख लिया वो चिल्ला रही थी लेकिन ये उसकी गंड को कस कस के मार रहा था वो मेरे को देख लिया था मई चुप के उसे देख रही थी वो अपने लांद को पूरा बाहर निकल के उसकी गंड मई पैल देता था मेरे बेटे का लांद भी काफ़ी मोटा था तुम्हारी तरह मई बोला तुम कैसे गंड मारवई वो बोली एक दम आशण मई एक दिन उल्टा लेती हुई थी अपनी गंड को नंगी कर रखी थी मेरा बेटा आया वो नशे मई था उसने मेरी गोल बड़ी गंड को देखा और मेरे उपर टूट पड़ा मेरी गंड को देखते ही उसका लांद खड़ा हो ग्या वो तुरंत नंगा हो के अपने लांद मई वैसलिं लगा के आया और मे रे गंड को फैलाके मेरी गंड मे धीरे 2 वसलिं लगाया और अपना लांद मेरी गंड मई घुसा के मेरे उपर लाइट ग्या मई जागी और बोली गुड्डू क्या कर रहे हो तो बोला मा मेरी जान कितना मस्त गंड है मार.

लेने दो ना इतना कहके ज़ोर का धक्का मारा और उसका पूरा लांद मेरी गंड मे घुस ग्या और वो मेरी गंड को जमकर छोड़ने लगा मई बोला तारा चल अपनी गंड को फैला तेरी कहानी सुनके मेरा लांद और तीटे हो ग्या है फिर मैने अपना लांद ससू की बूर मई से निकल कर उनकी गंड की छेड़ मे डालने लगा वो अपने गंड को छईआरने लगी मेरा लांद आसानी से उनकी गंड मई घुस ग्या और मई उनके होटो को चुस्ते हुए उनकी गंड मई अपना लोडा पैलाने लगा मेरा लांद सता सात ससू की गंड को छोड़ रहा था वो भी जाम के सहयोग दे रही थी फिर मैने ससू के गंड मई से लांद निकल लिया और उनको डोग्य स्टयले मई कर दिया और उनकी गंड को पीछे से आकर मरने लगा वैसे मुघे बड़ी उमर की औरतो का गंड बूर छोड़ने मई काफ़ी मज़ा आता है मई उनकी गंड को ख़ूब कस कस के मार रहा था वो भी अपनी गंड को हिला हिला के मरवा रही थी आह अजय मेरे बूर के राजा आज फाड़ दो ना मेरी बूर को और कस कस के मारो गंड मेरी मई एक दोनो हट को आगई ले जाकर उनकी चुचिओ को पकड़ के ज़ोर ज़ोर से दबाने लगा और अपने लांद से उनकी गंड मरने.

लगा फिर 40 मिनुत ससू की गंड मरने के बाद मई उनकी गंड मई अपने लांद का सारा रस गिरा दिया फिर हमलोग नंगे ही एक दूसरे की बहो मई छिपक के सो ग्ये रात ज़्याड़ो होने की वजह सई सुभाह नींद देरी से खुली पहले मई जगा दिन के उजाले मई उनकी झांट चमक रही थी मई अपना सविंग बॉक्ष निकल कई ले आया और उनकी झांट पेर क्र्ेअँ लगाने लगा फिर मैने राजोर से अपनी ससू ग के झांटो को साफ़ करके उनकी बूर को चिकना कर दिया उनकी गंड पैई बलो को भी साफ़ कर दिया वो चुपचाप देख रही थी फिर हम लोग बाथरूम मई साथ साथ ग्ये और नहाने कई बाद मई उनकी बूर मई और गंड मई ख़ूब साबुन लगा कई धो डाला उनकी बूर और गंड चमक रही थी मई उनकी बूर को हटो से फैला के अपनी जीभ से चटने लगा वो मस्ती मई मेरे सर को पकड़ के अपने बूर को मेरे मुह पे रग़ादने लगी फिर मई उन्हे आगई झुका कर उनकी छूतर को फैलाके उनकी गंड के छेड़ को चटने लगा अब मेरा लोडा आकड़ ग्या था वो भी गर्म हो गयी फिर मैने सीधे होकर खड़े खड़े ही उनकी बूर मई लांद डाल्के पैलाने लगा वो अपने दोनो हटो को मेरे


कंधे पे रख के मुघे कस के पकड़ ली मई भी अपने दोनो हटो से उनके गले मे बाहें डालकर पकड़ लिया फिर हम दोनो आपस मई एक दूसरे को धक्का मरने लगे उपर से सवार का पानी सीधे बूर लांद पेर गिर रहा था जिस से फ़ातच फ़ातच की आवाज़ निकल रही थी वाकई मज़ा आ रहा था कुछ समय बूर छोड़ने के बाद मैने अपना लांद उनकी बूर से बाहर निकाला और लांद पे साबुन लगा के उनको पीछे घूमकर खड़े खड़े ही उनकी गंड मे घुसकर उनकी गंड मरने लगा वो अपने गंड से मेरे लांद को दबा रही थी फिर मई उनकी गंड को कस कस के मरने लगा और जयो ही मेरा लांद झरने वाला था उनकी गंड से निकल कर उनको ज़मीन पे बिथाके उनके मुह मे घुसेद डाला और लांद का पानी उनकी मुह मई गिरा दिया वो मेरे लांद का सारा रस छत छत के पी गयी और मेरे लांद को जीभ से चटने लगी फिर मैने उनकी बूर मई उंगली दल कर तब तक अंदर बाहर करता रहा जब तक वो झार ना गयी फिर हमलोग बाहर आ ग्ये मुघे आज घूमने जाना था मई उपटोड़ते होकर तुरंत बाहर गवन घूमने निकाला और दिन भर आसपास के गवनो को देखने लग.फिर जब शाम होने को आई तो मई घर की तरफ़ चला और अंधेरा होते होते मई घर लौट आया और मई जैसे ही घर मई क़दम रखा मुघे गाश आ ग्या मैने देखा ससू जो विधवा थी वो साजधाज़ के खड़ी थी और मुघे देख के मुस्करा रही थी मैने देखा लाल सदी हटो मे चूड़ी होटो पे लीपिस्तिक हा माँग मई सिंदूर नही था मई झट से फटक बंद करके उनके पास आया तो वो मेरा पाओं चुने लगी मई समझा वो मेरा लांद चूसने जा रही है फिर मई उन्हे उपर उठाया और उन्हे बिस्टेर पे घूँघट करके बिताया फिर मई दीदी के कमरे मई ग्या और वहा जाके सिंदूर खोजने लगा सिनडोर लेकर वापस आया देखा तो ससू डार्लिंग वैसे बैठी हुए थी मई उनके पास ग्या एक हट मई छुटकी सिनडोर लेकर दूसरे हट से उनके गीुँघट को खोल दिया और उनकी माँग मई सिंदूर दल दिया वो मेरे ग्ले लग गयी फिर मई उनके लाल लाल होटो को चूमने लगा और एक हट से उनके पेटी कोट मई हट डालकर उनकी बूर को सहलने लगा वो मेरे पैंट को खोल के मेरी कची नीचे सरका के मेरे लांद को पकड़ ली और उसे सहलने लगी आज उनकी बूर चिक्नी.

होने की वजह से ज़्यादा आची लग रही थी मई उनकी बूर को मसल रहा था और उनके होटो को चुस रहा था मेरा लांद उनकी हट मई था और आकड़ के उनकी बूर को फड़ने के लिया तैयार था फिर हम सब 69 पॉसीटिओं मई लाइट ग्ये मई उनकी बूर को चुस रहा था वो मेरे लांद को चुस रही थी मई अपनी पूरी जीभ उनके बूर मई घुसेद के उनके बूर के रस को पी रहा था वो भी मेरे लांद को ज़ोर ज़ोर से चुस रही थी फिर मई उनकी गंड के छेड़ को चटने लगा वो भी अपने गंड के छेड़ को फैला ली थी वजह उनका लड़का अपने मोटे लांद से उनकी गंड मारकर गंड को फैला दिया था मेरी जीभ आसानी से उनके गंड के छेड़ मई घुस रही थी मई मस्ती मई उनके गंड को छत रहा था वो भी अपने गंड को मेरे मुह पे रग़ाद रही थी फिर मैने कहा तारा डार्लिंग लोग बूर छोड़ के सुहाग्रात मानते है मई तुम्हारी गंड मारकेर सुहाग्रात मानौंगा फिर मई उनको डोग्य स्टयले मई झुका दिया उनकी सदी पेतिकोट को उपर उठा दिया और अपना लांद उनकी गंड के छेड़ पे रगड़ने लगा वो भी अपने दोनो हटो से गंड को पकड़के फैला ली थी मई उनकी गंड मई अपना.

लोडा दल के उनकी गंड को मरने लगा वो भी जोश दिला रही थी ओह सैयाँ मेरे बूर के राजा आज मेरी गंड को फाड़ दो और मारो मेरी गंड अजय. मेरा लांद की स्पीड भाड़ गयी थी मई तेज़ी से उनकी गंड मार रहा था वो भी बोल रही थी और कसके अजय और कसके ख़ूब पैलो मेरे बलम आह ओह आह ह ह ओ ह ह फिर मैं उनकी गंड मरते मरते उनको खड़ा कर दिया और खड़े खड़े उनकी गंड मरने लगा मैं उनकी दोनो चुनचीओ को पकड़ के ज़ोर से मिजाने लगा और अपने लांद से उनके गंड की प्यास बुझाने लगा ओने हौर्स के बाद मेरे लांद का रस मैने उनकी गंड के अंदर गिरा दिया फिर मई उन्हे बेद पे लेता दिया और उनके होटो कानो गलो गले को चूमने लगा वो मेरे लांद को पकड़ के सहलने लगी मई अब उनकी चुनची को चूसने लगा फिर मैं उनकी नाभि धोधि को जीभ से चटने लगा फिर वो मेरे सर को पकड़ के अपने बूर के उपर कर दी आज उन्होने बूर पे चंदन के साबुन का उसे किया था क्यो की बूर महक रही थी मई धीरे धीरे उनके बूर को चूमने चटने लगा वो भी अपने बूर को मेरे मुह पे रग़ाद रही थी फिर मैने अपनी जीभ उनके बूर.

आंदाक़ घुसेद दी और उनकी बूर के रस को चूसने लगा फिर मैने अपना लांद अपनी ससू ग के बूर मई पैल दिया और उनके उपर लेट कर उनके होटो को चुस्ते हुए जमकर छुड़ाई करने लगा मई अपने लांद से ससू के बूर मई कस कस के धक्का मार रहा था वो भी ज़ोर ज़ोर से चिल्ला रही थी अजय मेरी बूर दर्द कर रही है तोड़ा आहिस्ता पैलो ना मेरे सैयाँ आह उफ़ आह उफ़ ओह ओह हो मई बिना रुके उनकी बूर को जामके छोड़ रहा था उनके लाल लाल होटो को चुस्ते हुए मई अपना लांद उनकी बूर मई पैल रहा था लगभग एक घंटे की छुड़ाई के बाद मेरे लांद का पानी उनकी बूर मई गिरने वाला था मैने झट से बूर से लांद निकल कर ससू के मुह मई दल दिया और उनकी मुह को छोड़ने लगा दो चार धाक्को के बाद मेरे लांद का सारा रस मेरी ससू के मुह मई गिर ग्या वो उसे पी गयी और मेरे लांद को चुस कर छत कर साफ़ कर दी फिर हम एक दूसरे से छिपक के नंगे ही सो ग्ये वो मेरे लांद को पकड़ी हुई थी मई उनके छूटड़ और गंड के छेड़ को सहला रहा था फिर हमे नींद आ गय

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