Thursday, May 29, 2008

पसंद अपनी अपनी

मेरा नाम राहुल है और बीवी का नाम पीर्यॉ है. मैं २९ साल का हु और पीर्यॉ का
उमर २६ साल है. मेरी बीवी एक बहुत ही खूब-सूरत (३६-२५-३८) और sexy औरत
है. मेरा घर एक झील के कीनारे ऐकांत मे है. एह बात उन दीनों की है जब
मेरा चाचा का लड़का छुटी मे घर जा रह था. वो जब छुटी मे घर जा
रह था तो अपना कुत्ता, टोमी,


को मेरे घर मे देख भाल के लीये छोड़ गया.
उसका कुत्ता एक आल्सेशीयन था और बहुत ही बड़ा था. हम ने उस कुत्ते को मेरे
आउट-हौउस मे रख दीया. अगले दीन सुबह जब हम दोनो उस कुते से मीलाने गए
तो वो अपनी पुँछ हीलाते हुए हमसे मीला और हम लोगों से उसकी दोस्ती हो
गयी. हम लोग खाना खा कर आइस-करीम लेके अपने बेड-रूम मे कुत्ते को ले कर
बैठ गए.

उस दीन सन्डे था और हम लोगों का प्रोगराम ज्म कर चुदाई कराने को था.
मैं अपने एक ट-शर्ट और प्रीया अपने एक हल्का गुलाबी रंग की naighty पहन
रखी थी. टोमी हमारे पास ही घूम रह था और बार-बार हमारे पास दम
हीलाते हुए आ रह था. पीर्यॉ उसके सर पर प्यार से हाथ फेर रही थी. कुछ
समय के बाद टोमी ने अपने सर पीर्यॉ के गोद मे रख कर लेट गया. कुछ समय
के बाद टोमी ने अपना नाथुं Priya के दोनो तन्गो के बीच रगड़ने लगा,
शायद उसको पीर्यॉ की चुत की खुशबू आ रही थी. टोमी धीरे धीरे अपने
नाथुन पीर्या के चुत के पास ला रह था और धीरे धीरे उसका लंड खड़ा हो
रह था. मैं ने पीर्या को उसका लंड दीखाया तो वो हान्स पडी और बोली शायद ए
हमारे तरह चुदासी है. करीब दास minut के बाद पीर्या ने टोमी को घर से
बहार नीकलाने चाहा क्युकी वो बार बार Priya की चुत के पास अपने नाथुन
रगड़ रह था. प्रीया और मैं एक एक पैग और व्हिस्की पीये. प्रीया ने अपने पैर
उठा कर अपने नीति के अंदर कर ली थी. टोमी अब भी कमरे मे घूम रह था.
हमारे पलंग और प्रीया के पैर के दर्मयान कुछ जगह छूट गया होगा और
टोमी जल्दी से आया और प्रीया की चूत को चटाने लगा. प्रीया इस तरह अचानक
टोमी से अपनी चुत चुसवाने के लीये तैयार नही थी और वो उछाल पडी. टोमी
का लंड अब बिल्कुल खड़ा हो गया था और अंदर से बहार निकल आया था. हम लोग
अब बिलकुल गरम हो गए थे और चुदाई के लीये तैयार हो चुके थे. मुझे
बहुत जोर से पीशाब लगी थी और मैं बहार मुताने चला गया. तभी प्रीया को
पता लगा की उसके कान की बूंदे नीकल गए है और पलंग के नीचे घुटने के
बल अपनी कान की बूंदे ढुढने के लीये घुस गयी. मैं अभी मूत रह था की
मुझे प्रीया की चीख सुनायी दी. मैं दौड़ कर कमरे मे आया और देखा की
प्रीया का क़मर से ऊपर पलंग के अंदर है और टोमी उसके पीछे से क़मर के
ऊपर चढ़ कर प्रीया की चुत को अपने लंड से चोदने की कोशिश कर रह है.
एह देख कर मरी हंसी छुट गयी और मैं हँसाने लगा.

तभी प्रीया बोली की. "हसाना बाद मे, पहले टोमी को हमारे ऊपर से अलग करो"

मैं जब टोमी को अलग कराने गया तो टोमी घुर-राणे लगा, मैं पीछे हट गया
और देखने लगा. उसका लंड जो अब करीब ९" (लम्बा) और २" (मोटा) हो चला
था. प्रीया की चुत के अंदर डालने की कोशिश कर रह था.

प्रीया ने चीला कर पुछा की. "क्या देख रहे हो अब कुछ करो भी"

मैं ने कहा रुको और मैं दौड़ कर एक शीशा ले आया और Priya को टोमी के मोटे
लंड से उसकी चुत की चुदाई का नज़ारा दीखाया. प्रीया एह देख कर चौंक
गयी और चिलायी की. "टोमी को हमारे चुत से हटाओ".

टोमी अब तक प्रीया की चुत के अंदर अपना लंड डालने मे सफल हो गया था और
उसकी चुत चोद चोद कर उसका भरता बाना रह था. अब तो प्रीया की नीति भी
उसके क़मर तक उठ गया था और गोरे गोरे चुत और खूब-सूरत गांड साफ
साफ दीख रह था.

मैं प्रीया से कहा. "रुको मैं अभी एक डंडा लेकर आता हु और टोमी को भागता
हु. बीना डंडा के टोमी तुम्हारी चुत को नही छोडेगा".

मैं बहार गया और बहार जाकर मुझे एहसास हुआ की प्रीया और टोमी की चुदाई
देख कर मेरा लंड भी खड़ा हो गया है. मैं बहार जा कर डंडा दुंदाने लगा
पर डंडा ना मीला तो मैं खिडकी से अंदर का नज़ारा देखने लगा. खिडकी
पलंग के पास ही था और मुझको अंदर का नज़ारा साफ साफ दीख रह था.

थोड़ी देर के बाद मैं कमरे मे घुसा तो देखा की Priya का पुरा मुह लाल हो
गया है और वो अपनी छूट की चुदाई से बहुत खुश लग रही है.

मैं Priya से कहा. "बहार कोई डंडा नही मिल रह है".
Priya बोली. "नही रहने दो. क्योम्की टोमी मुझे ख़ूब रगड़ रगड़ के छोड़
रह है और मेरी चुत की चटनी बाना रह है".

मैं Priya से पुछा. "क्या तुम्हारी चुत मे दर्द हो रह है" वो बोली.
"जैसे ही टोमी का लंड मेरी चुत मे पहली बार घुसा तो मेरी चुत
ने पानी छोड़ दिया था और इस कारन अब मुझे मजा आ रह है और चुत बहुत
चुदासी हो गयी है और ख़ूब पनि फ़ेंक रह है".

मैं उससे बोला की. "टोमी का लंड हमारे लंड से बहुत बड़ा है और तेरी चुत
उससे चुदवाने से और फैल जायेगी और उसका लंड और अन्दर तक चला
जाएगा. टोमी को जल्दी हटाना पड़ेगा, क्योम्की अगर उसका लंड तेरे चुत मे फूल
कर फँस गया तो तू उसके लंड से फँसी रह जावोगी".

Priya boli. "isaka kya matalab?"

मैं बोला. "मैंने सुना है की कुत्ता जब कुतिया को छोड़ता है तब कुछ देर के
बाद उसका लंड निचे से फूल जता है और वो कुतिया के चुत मे फँस जता
है. क्योम. तू ने कभी रास्ते मे कुत्ता और कुतिया गांड से गांड मीला कर
चिपके हुए नही देखा है?"

Priya बोली. "हाय जल्दी कुछ करो, नही तो तुम्हारी बीवी भी टोमी के गांड से
गांड मीला कर फँस रह जायेगी और तुम अपने लंड थामे देखते रह
जावोगे और मूठ के आलावा घुसाने के लिए चुत नही मिलेगी".

मैं फिर से बहार गया और खिड़की से देखने लगा. मुझे हैरानी हुई यह देख
कर की Priya अब अपने गांड को पिछे को धकेल रही और बडे मस्ती से टोमी के
लंड का धक्का अपने चुत मे बडे आराम से लगवा रही है. धीरे धीरे टोमी
ने अपना पुरा ९" लम्बा लंड Priya के चुत के अन्दर पेल दिया. मुझे खिड़की से
साफ साफ दिख रह था की Priya की चुत से सफ़ेद सफ़ेद पनि निकल कर जमीं
पर टपक रह था और उसकी गांड का छेद खुल और बंद हो रह था. मुझे
अपने और Priya की चुदाई की अनुभव से लग रह था Priya की चुत फिर से पनि
छोड़ रही है. थोड़ी देर के बाद टोमी अपने क़मर को ख़ूब जोर से हिलाने लगा
और अपना ९" लंड Priya की चुत के अन्दर-बहार बड़ी जोरों से कराने लगा.
Priya की मुह से सिसकारी निकल रही थी और वो अनाप सनाप बोले जा रही थी, जैसे
की. "हाय मेरी माँ, मेरी चुत फाड़ गयी हाय कोई आकर देखे एक कुत्ता कैसे
हमारी चुत की चुदाई कर रह है, हाय और जोर से चोदो, फाड़ दो मेरी चुत,
हाय मेरी चुत की खल निकल दो. है राहुल देखो कैसे एक कुत्ता तुम्हारे ही
सामने तुम्हारी बीवी को अपने मोटे लंड से चोद रह है, है बर मज़ा
आरहा है. हाय टोमी और जोर से छोड़ मुझे, आज फाड़ दे मेरी चुत को, बुझा
दे मेरी चुत की गरमी को. टोमी थोड़ी देर Priya की चुत को ख़ूब जोर जोर से
चोदा और फिर सुस्त हो गया यानी की झाड़ गया.

इतने समय तक Priya की चुत की चुदाई देखते देखते हुए मैं भी अपने
लंड हाथ मे थामे आगे पिछे करते हुए झाड़ गया. मैं जल्दी से कमरे के
अन्दर भाग कर गया तो देखा तो Priya की चुत अब बहुत फैल चुकी है और
उसमे से टोमी का लंड का झादन निकल रह है. Priya भी टोमी की चुदाई से थक
गयी थी और हांफ रही थी, मैं उसके पास गया और बोला की मैं अब टोमी को
लात मर कर भगा देता हु.

Priya बोली. "नही अभी वो भी सुस्त हो गया है और थोड़ी देर के बाद वो अपने
आप ही चला जाएगा".
करीब दास minut के बाद टोमी का लंड मुरझा गया. Priya की चुत का छेद अब
काफी बड़ा हो गया था और काफी सूज सा गया था. उसके चुत से अब भी टोमी का
माल बूँद बूँद कर निकल रह था. मैं धीरे धीरे Priya को पाकाद कर
खड़ा किया.

Priya मुझे शरमाई अन्खोम से देखने लगी और शरमा के बोली. "आज तक
उसकी चुत इस क़दर कभी नही चुदी. टोमी का लंड मेरी चुत की ख़ूब चुदाई
करी"

टोमी का लंड से उसकी चुत बिल्कुल भर सा गया था. मैं Priya को बाथ-रूम तक
ले गया और उसको अच्छी तरह से साबुन रगड़ रगड़ कर नहलाया. मैं Priya की
चूची और चुत पर ख़ूब अचि तरह से साबुन रागादा. फिर उसके बाद मैं
Priya को बिस्तर पर लाके सुला दिया.

Priya बोली. "आओ राहुल अब तुम मुझे चोदो, मेरी चुत तुम्हारी लंड खाने के
लिए प्यासी है, आओ जल्दी से अपना मोटा लंड मेरी चुत मे पेल दो और जोर जोर से
धक्के मार मार कर ख़ूब अच्छी तरह से चोदो".

इतना बोल कर Priya मेरे हाथों को अपने चुचिओम पर ले गयी और मेरा खड़ा
लंड अपने मुह मे ले कर जोर जोर से चूसने लगी. मैं अपना एक उम्गाली Priya के
चुत के अन्दर पेल दिया और अन्दर बहार कराने लगा.

Priya बोली. "क्योम टाइम् बरबाद कर रहे हो? जल्दी से उम्गाली हटा कर अपने
लंड मेरे चुत मे पेलो".

मैं भी उठ कर अपने लंड का सुपर Priya की चुत की छेद पर लगाया और एक
जोर दर धक्का मार कर पुरा का पुरा लंड एक झटके के साथ Priya की चुत
मे घुसा दिया. Priya चुत थोड़ी देर पहले टोमी के ९" लम्बा और २" मोटे लंड
खा चुकी थी और इसी लिए उसकी चुत अब तक फैली हुई थी जिससे की मुझे Priya
को चोदने मे मजा नही आ रह था. फिर भी मैं Priya की चुत को चोदा और
उसकी चुत को अपनी झादन से भी भर दिया और फिर मैं और Priya सो गए.

अगले दीन सुबह टोमी हमारे कमरे के अन्दर आया तो Priya प्यार से उसके सर
पर हाथ फिराया और हम को आंख मारती हुई धीरे से बोली. "आज क्या करना
है?".

हम दोनो ने नाश्ता किया और झील मे नहाने के लिए तैयार हो रहे थे. हम
लोग जब कपडे बदल रहे थे तो Priya ने कहा. "देखो, एह क्या है?"
मैं झुक कर Priya की टोमी के लंड से चुदी हुई चुत की तरफ देखने लगा.
मैंने देखा की Priya की चुत से अब भी टोमी के लंड का झादन रिस रिस कर निकल
रह है. Priya ने धीरे से अपनी चुत को पोंछ डाला और बोली.

"मैं कल रात करीब चार पंच बार उठ कर अपनी चुत को साफ किया है. टोमी
कल रात की एक चुदाई से अपने लौदे का माल तुम्हारे माल से करीब टिन चार
गुना ज्यादा हमारी चुत मे डाला है और वो आज तक निकल रह है".

हम लोग सुबह सुबह झील के किनारे गए और एक तोलिया बिच के उसमे लेट गए.
टोमी हमारे बिच से घूम फिर रह था और बार बार Priya की तरफ घुर रह
था. Priya टोमी के सर पर हाथ फिर कर बोली. "हाय, तुने कल बहुत मज़ा
दिया".

टोमी जल्दी से अपने नाथुं Priya की चुत पर रख दिया लेकिन Priya अपने
चुताद हिला कर अपनी चुत टोमी के नाथुं से अलग किया. Priya ने अपने सारे
कपडे उतार दिया लेकिन अपनी चड्डी पहन रखी थी और मैं सिर्फ एक जांघिया
पहन रखा था. मैं Priya से बोला क्यो ना हम अपने सारे कपडे उतार देते
है क्योम्की आस पास कोई नही है. कल टोमी से चुदाई के बाद मुझे Priya का
रिअक्षण देखना था.

Priya मेरा कहना मान गयी और पुरी तरह नंगी हो गयी. Priya को नंगी
देख कर टोमी के कान खडे हो गए और वो Priya की चुत की तरफ देखने
लगी. मैं Priya से पुछा क्या टोमी को भगा दिया जाय, तो Priya बोली.

"नही कल रात टोमी ने हमे ना तो काटा है ना ही कोई नुकसान पहुम्चाया. बस
सिर्फ हमारी चुत को जम कर चोदा".

मैं मजाक मे Priya से बोला. "काश हमारा भी लंड टोमी के जैसा मोटा और
लम्बा होता".

Priya बोली. "नही तुम्हारा लंड बहुत बड़ा है लेकिन कुते का लंड तो कुते का ही
है".

मैं Priya से बोला. "शायद तुम पहली औरत नही हो जिसकी चुत कुते के लंड
से चुदी हो".

Priya बोली. "मैं मेगाजें और किताबों मे पढ़ चुकी हम की औरतें कुते
से चुदावाना पसंद कराती है".

मुझे Priya की इस बात सुन कर बहुत ताज़ुब हुआ और सोचने लगा की Priya ऐसा
क्युम कह रही है. हम लोग बाते करते हुए लेते हुए थे. टोमी बार बार Priya के
पास आ रह था और अपना नाठुना Priya की चुत के पास ला रह था, लेकिन Priya
बार बार उसको हटा रही थी. टोमी का लंड अब खड़ा होने लगा था और वो फूल
कर लटक रह था. टोमी का मोटा खड़ा लंड देख कर Priya अपने होंठ चाट
रही थी. अब तक धुप काफी निकल आयी थी और मुझको गरमी लग रह था तो मैं
Priya से बोला.

"मैं घर के अन्दर जता हु क्या तुम भी जाना चाहती हो?"

Priya बोली. "नही मैं बहार ही रहूम्गी".

"क्या मैं टोमी के लेकर अन्दर जौ".

"नही रहने दो. इसको बहार ही रहने दो".

मैं एक पेड के पिछे जाकर बैठ गया और सोने की तयारी कराने लगा. Priya
मुझको मुद मुद कर देख रही थी. मैं समझ गया की वो मुझको सोने
देखना चाहती है, इसलिये मैं अम्ख बंद करके सो गया. करीब पंच
minut के बाद वो मेरा नाम लेकर पुकारा लेकिन मैं चुप रह और सोने का
बहाना करता रह. फिर Priya एक पेड के निचे जाकर लेट गयी और अपने पैर से
टोमी का लंड, जो की अभी तक पुरा खड़ा नही हुआ था, चुने लगी. टोमी अब Priya
के और पास गया. Priya तब टोमी को और पास खिंच लिया और उसका लंड अपने
हाथ से पकड़ कर हिलाने लगी. सिर्फ दो minut के बाद टोमी का लंड खड़ा हो
गया और चुत मे घुसाने के लिए तैयार हो गया. टोमी जल्दी से Priya के बिस्तर
के ऊपर चढ़ गया. Priya अपने बिस्तर मे चित लेटी हुई थी. मेरी समझ मे नही
आ रह था की Priya कैसे चित लेट कर टोमी से अपनी चुत चुदावायेगी. Priya ने
टोमी को अपने और ऊपर खिंच लिया. अब टोमी का लंड Priya के चुम्ची के
ऊपर खड़ा था. Priya ने टोमी को और ओपर खिंचा. अब टोमी का लंड थिक
Priya के मुह के ऊपर था. Priya ने अपनी जिब निकाल कर धीरे से टोमी का मोटा
खड़ा लंड को छठा. अब Priya ने धीरे से टोमी का लंड अपने मुह के अन्दर लिया
और उसको जोर जोर से और बडे मज़े से चूसने लगी और साथ साथ अपने एक
हाथ से अपनी चुत मे उंगली दल कर अन्दर बहार कर रही थी. थोड़ी देर के
बाद Priya ने अपने मुह से टोमी का लंड निकला और टोमी का लंड अपने
चुम्ची पर रगड़ने लगी और दुसरे हाथ से उसका गोल गोल थाट सहलाने
लगी.

popi badi jor se ek baar apana kamar hilaya aur Priya ki chunchi, muh aur
chehare pe jhad ne laga. Priya dhire se apane jib nikal kar usake muh aur
chehare par gira popi ka maal chatane lagi. mujhe e dekh kar badi hairani hui
kyomki aaj tak Priya ne kabhi hamara land muh me le kar nahi chati ya choosi
nahi thi, lekin aaj wo popi ka land bade maje se choos rahi thi. ab Priya dhire se
bistar par niche sarak kar apani jhantom se bhari choot popi ke muh ke paas
le gayi. popi tab Priya ki choot ko usake gaand se lekar usaki choot ki gundi
tak chaatane laga. popi ke choot chaatane se Priya jhad gayi aur badi hasarat
bhari nigahom se popi ke land ki taraf dekhane lagi. sirf do-tin minut ke baad
hi popi ka land phir se khada hone laga aur ab mujhako samajh me aane laga ki
Priya popi ko ek baar jhad lena chahati thi jis-se ki popi khub der tak Priya ki
choot ki apane land se maalish kar sake. ab Priya apane char hath pair ke bal
apane bistar par jhumk kar let gayi. ab kuta piche se akar Priya ki choot
sungh kar phir se chaatane laga aur phir Priya ke upar chad gaya. ab popi ka
land Priya ke choot ke ched ke saamane tha aur Priya apane haath piche le
jakar popi ka land apane choot ke ched se mila diya. popi apane kamar ko dhire
dhire se chala kar apana land dhire dhire Priya ke choot ke andar dalane laga
aur dhire dhire Priya ki choot ko chodane laga. kute ka land Priya ke choot ras
se bhig kar bahut chamak raha tha.
popi ka mota land se Priya ke choot ka ched bahut phail gayi thi aur mujh ko
lag raha tha ki kal raat ki chudai se Priya ki ched popi ke land ko badi aasani se
kha rahi thi. popi ab apane mote land ko karib 5" baahar nikal raha tha aur
puri jor se andar pel raha tha. mujhe ab saaf saaf Priya ke choot ka chudai ka
aawaj sunai pad raha tha. popi ne karib 15 minut tak apana land se Priya ki
choot ka manthan kiya aur itane samay me Priya karib 5 bar jhadi kyomki
Priya har baar jhadane ke saath bahut bad-bad rahi thi. akhir popi thanda pad
chuka tha aur apana murajhaya hua land Priya ke choot se nikal kar fanf raha
tha. mujhe Priya ki choot ka faila hua ched ab saaf saaf dikh raha tha aur usame
se popi ka maal tapak raha tha. Priya ki jhante usake choot se lipat hua tha aur
usaki matar dana (klit) aur choot ki papadi bilkul phul kar laal pad chuka tha.
jab Priya ke saamse shant hui to wo mud kar dekhe to hamse najare takara gayi.

woh hans kar boli. "popi ka land bahut mota aur lamba hai aur kal raat ki
chudai se meri choot par land ka thokar khaane ke liye tadap rahi thi. phir e
kuta to kal chala hi jayega, isaliye maine isake land se apani choot chudawa
rahi thi. kya batau bahut hi maja aya. jab popi dhakke marata to lagata usaka
land meri muh se nikal kar bahar aa jayega. mai to ab is se gaand bhi marawana
chahati hu".

mai jab Priya se jhil me jaakar nahane ke liye bola to wo mera lauda pakad
kar boli.

"chalo tum bhi naha lo kyumki tum meri kute ke saath chudai dekh kar
garam ho gaye ho aur ab to tumahara bhai ka bhi aane ka samay ho
gaya hai".

mai bola jab tum popi se itane acchi taraf se chudawa sakati ho to mai aaj raat
ko tumase apana land chusawaunga aur tumhari gaand bhi marumga. Priya
boli.

"thikh hai pahale mai tumhara lauda chusungi phir tum hamari gaand me
apana land pel kar meri gaand phad dena, bas ab chalo nange hokar jhil me
nahate hai".

mera chachera bhai shaam ko hamare ghar aaya aur hamase bola ki mai 6
mahine ke liye videsh jaraha hu aur popi kisike haath bech kar jaunga. Priya
meri taraf tirachi najarom se dekhane lagi lekin kuch boli nahi. mai Priya ke
taraf dekhate hue bhai se bola agar sirf 6 mahine ki baat hai to ham log popi
ko apane paas rakh lenge kyumki hamara ghar bhi bada hai aur ham log bilkul
akele rahate hai. Priya meri taraf dekh kar muskurai aur ankhom se mujhe
dhanyavad diya.


--
........raj.........

1 comment:

  1. very very erotic story i like it very much sned me moer stories.and see my profile on orkut vikramkama and my email id is vikramkama@gmail.com

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राज शर्मा की कहानियाँ पसंद करने वालों को राज शर्मा का नमस्कार दोस्तों कामुककहानियाँब्लॉगस्पॉटडॉटकॉम में आपका स्वागत है। मेरी कोशिश है कि इस साइट के माध्यम से आप इन कहानियों का भरपूर मज़ा ले पायेंगे।
लेकिन दोस्तों आप कहानियाँ तो पढ़ते हैं और पसंद भी करते है इसके साथ अगर आप अपना एक कमेन्ट भी दे दें
तो आपका कया घट जाएगा इसलिए आपसे गुजारिश है एक कमेन्ट कहानी के बारे में जरूर दे

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