Saturday, May 31, 2008

नौकरानी की छोरी


मेरा नाम राज  है और Main 34 साल का हूँ. सब मुझे राजू कह कर बुलाते हैं. घर पर मेरे अलावा मेरे भैया मोहन और भाभी सोनीया हैं. भईया ki शादी १ साल पहले ही हुयी है. भाभी एक दम गोरी और सलीम हैं. दीखने में वो बहुत ही Sexy लगती हैं. उनकी कमर भी बहुत ही पतली है. भैया की उमर २४ साल और भाभी ki उमर २० साल ki है. हमारे घर एक नौकरानी काम करने आती है. उसका नाम मधु है और उसकी उमर २४-२५ साल की है. उसका रंग कुछ सांवला है लेकीन उसकी face cutting बहुत ही अच्छी हूँ.

वो हमारे घर ५-६ साल सी काम करती हूँ. मधु की एक लड़की हूँ जीसका नाम नेहा हूँ. नेहा की उमर १६ साल की हूँ. दीखने में वो अपनी माँ सी बहुत ज्यादा खूबसूरत हई. वो जब छोती थी तब् से ही अपनी माँ के साथ कभी कभी हमारे घर आया करती हूँ. नेहा जब से जवान हुयी है टब सी ही मैं उसे चोदने का ख्वाब देखता रहता हूँ. एक दीन भैया और भाभी १० दीनो के लीये टूर पर चले गए. उस दीन जब मधु काम करने आई तो घर पर केवल मैं था।
मधु ने मुझसे पूछा की भैया और भाभी घर पर नहीं हैं क्या. मैंने कहा वो १० दीनो के लीये बाहर गए हैं. उसके बाद वो अपने काम में लग गयी. मैंने मधु से कहा मैं नहाने जा रह हूँ, तुम नाश्ता बना दो. वो नाश्ता बनने चली गयी और मैं नहाने चला गया. बचपन से मेरी आदत थी की मैं बहुत ज्यादा देर तक नहाता था और नहाते समय कभी भी बाथरूम का दरवाज़ा बंद नहीं करता था. ये बात मेरे भैया और भाभी जानते थे लेकीन उन्होने कभी मुझे टोका नहीं.
मधु ये बात नहीं जानती थी. भाभी बहुत नटखट थी और कई बार नहाते समय अचानक बाथरूम में आ चुकी थी और्मुझे एक दम नंगा ही नहाते हुए देख चुकी थी. उन्होने कई बार मेरा लंड भी देखा था. वो कभी कभी मुझसे मजाक में कहती थी देवर जी, तुम्हारा लंड बहुत ही लम्बा और मोटा है. मेरा मन भी इसका स्वाद चखने का होता है. मैं केवल मुस्कुरा कर रह जाता था. वो जब मुझे ज्यादा छेड़ती तो मैं कह देता चलो बेडरूम में. तब् वो मुस्कुरा देती.
उस दीन जब मुझे नहाते हुए बहुत देर हो गयी तो मधु बाथरूम के पास आई और जैसे ही उसने दरवाज़े पर हाथ रखा तो दरवाज़ा खुल गया. मेरा लंड एक दम खड़ा था. उसने मुझे एक दम नंगा देखा तो हँसने लगी और जैसे ही उसकी निगाह मेरे ८" के लंबे और मोटे लंड पर पड़ी तो वो मेरा लंड देखती ही रह गयी. थोडी देर बाद मैंने उस से पूछा क्या हुआ. उसने मेरे लंड की तरफ इशारा करते हुए कहा आज तक मैंने ऐसा औजार नहीं देखा. मैंने कहा तो अब देख लो. मैंने अपना लंड हाथ में पकड़ लीया और उसे दीखाने लगा।
थोडी देर तक वो मेरा लंड देखती रही तो मैंने पूछा तुम्हारे पती का औजार कीतना बड़ा है. वो बोली तुम्हारे औजार से बहुत छोटा और पतला. उसकी आंखें जोश से गुलाबी सी होने लगी थी. वो बोली मैं इसे अपने हाथ से पकड़ कर देख लूं. मैंने कहा देख लो. उसने मेरा लंड अपने हाथ में ले लीया और बहुत देर तक देखती रही. कुछ देर बाद उसने मेरा लंड सहलाना शुरू कर दीया तो मैंने कहा ये क्या कर रही हो मधु. अभी इसका सारा पानी नीकल जाएगा।
वो बोली तो क्या हुआ, अगर तुम चाहो तो इसका पानी मेरे मुह में नीकल दो. मैंने कहा इसका पानी तो चूत में नीकाला जाता है. उसने कहा तो चूत में ही नीकल दो ना, मैं तैयार हूँ. मैंने पूछा इसे अपनी चूत के अन्दर ले पाओगी, दर्द बहुत होगा. वो बोली मैं तो अब इसे पूरा का पूरा अन्दर ले कर रहूंगी, चाहे जो हो जाये. मैंने कहा ठीक है. वो बोली मैं इसे एक बार चूस लूं. मैंने कहा अगर इसका पानी नीकल गया तो. उसने कहा मैं एक बूँद भी बाहर नाहीगिरने दूँगी।
सारा का सारा पानी नीगल जाउंगी. मैंने कहा चूस लो. मधु ने मेरा लंड अपने मुह में ले लीया और चूसने लगी. उसे बहुत मज़ा आ रह था. वो बहुत तेजी के साथ और बडे प्यार से मेरा लंड चूसने लगी. थोडी देर बाद मेरे लंड का जूस उसके मुह में नीकलने लगा तो उसने सारा का सारा जूस नीगल लीया. सारा जूस नीगालने के बाद उसने मेरा लंड चाट चाट कर साफ कर दीया. मैंने कहा अब चलो नाश्ता लगा दो. वो नाश्ता लगाने चली गयी और मैं नहाने लगा. मैं नहा कर ड्राइंग रुम में आया और नाश्ता करने लगा. नाश्ता करने के बाद उसने मुझसे कहा अब मुझसे बर्दास्त नहीं हो रहा है. अब तुम मुझे चोद दो. खूब जोर जोर से चोदना. मैंने कहा ठीक है. पहले इसे चूस कर तैयार तो करो. उसने मेरा लंड चूसना शुरू कर दीया. थोडी ही देर में मेरा लंड खड़ा हो गया तो मैंने उसे ज़मीं पर लीटा दीया और उसकी टांगों के बीच आ गया. मैंने अपना लंड उसकी चूत के बीच रख दीया और उसकी टांगों को पकड़ कर एक जोरदार धक्का मारा. एक ही धक्के में मेरा लंड उसकी चूत में ५" तक घुस गया. शायद उसके पती का लंड ५" का रहा होगा. वो चिल्लाने लगी तो मैंने कहा चिल्लाओ मत वरना मैं तुम्हें नहीं चोदुन्गा. वो बोली बहुत दर्द हो रहा है. मैंने कहा तो इस दर्द को बर्दास्त करो. उसने कहा तुम मेरा मुह दबा कर अपना पूरा लंड अन्दर डाल दो तब् मेरे मुह से कोई आवाज़ नहीं निकलेगी. मैंने एक हाथ से उसका मुह दबा दीया और बहुत ही जोरदार ८-१० धक्के लगा दीये. उसके मुह से केवल गू गू की आवाज़ ही नीकल पाई और मेरा पूरा का पूरा लंड उसकी चूत में समां गया. पूरा लंड घुसा देने के बाद मैंने उसके मुह से अपना हाथ हटा लीया और उसकी चुदाई शुरू कर दी।
थोडी देर तक वो दर्द से तड़पती रही लेकीन उसके बाद उसे मज़ा आने लगा. १० min की चुदाई के बाद ही मधु झड़ गयी तो मैंने और ज्यादा तेजी के साथ उसकी चुदाई शुरू कर दी.
वो भी पूरे जोश में आ चुकी थी और हर धक्के के साथ अपना चुताड उठाने लगी थी. उसके चुताड उठाने से मेरा पूरा पूरा लंड जड़ तक उसकी चूत में घुस जाता था. 10 min और चुदवाने के बाड़ मधु फीर से झड़ गयी. अब वो और तेज और तेज कहने लगी तो मैंने अपनी स्पीड तेज कर दी. उसकी चूत से पाच पाच की आवाज़ होने लगी. मैंने मधु से पूछा कभी तुमने गांड मर्वायाई है तो उसने कहा उसने कहा २-३ बार मरवाया है. मैंने पूछा गांड मर्वोगी तो वो बोली मुझे तुम्हारे लंड से चुदवाने में बहुत मज़ा आ रहा है, तुम मेरी गांड भी मार देना. १५ min और चोदने के बाद जब मैं झड़ने वाला था तो मैंने बहुत जोर जोर के धक्के लगाने शुरू कर दीये. वो आह्ह्ह ओह्ह्ह्ह करते हुए खूब मेज़ से चुद्वा रही थी.
2 min और चोदने के बाद मैं उसकी चूत में ही झड़ गया. मेरे साथ ही साथ वो भी फीर से झड़ गयी. थोडी देर बाद मैं उसके ऊपर से हट गया तो वो मेरा लंड चूसने लगी. १५-२० min तक वो मेरा लंड चुस्ती रही तो मेरा लंड फीर से खड़ा हो गया. मैंने मधु को दोग्ग्य स्टाइल में कर दीया और अपना लंड उसकी चूत में डाल कर उसकी चुदाई शुरू कर दी. इस बार ५ min तक ही चुदवाने के बाद वो झड़ गयी तो मेरा लंड एक दम गीला हो गया.
मैंने अपने लंड उसकी चूत से नीकल कर उसकी गांड के छेद पर रख दीया. मैंने एक जोरदार धक्का मारा तो उसके मुह से एक जोरदार चीख निकली और मेरा लंड उसकी गांड में ४" तक घुस गया. उसके बाद मैंने उसकी कमर को पकड़ कर ४-५ बहुत ही जोरदार धक्के लगाए तो मेरा लंड उसकी गांड में ७" तक घुस गया. वो बहुत जोर जोर से चिल्लाने लगी. मुझे उसके चिल्लाने से बहुत मज़ा आ रहा था. मैंने उसकी कमर को पकड़ कर जोर जोर से धक्के लगाने शुरू कर दीये. ५ min में ही वो शांत हो गयी टू मैंने एक जोरदार धक्का और मारा. उसके मुह से एक जोर की चीख निकली और मेरा पूरा का पूरा लंड उसकी गांड में घुस गया. फीर मैंने तेजी से धक्के लगाने शुरू कर दीये. लगभग २० min तक मधु की गांड मरने के बाद मैं उसकी गांड में ही झड़ गया. भैया और भाभी के आने तक मधु ने मुझसे खूब चुद्वाया और गांड भी मर्वायी. वो मुझ्सेचुद्वा कर बहुत ही खुश थी।
चुदवाने के बाद वो मेरे सारे बदन की मालीश भी करती थी. भैया और भाभी के आने के बाद भी जब भैया ऑफिस चले जाते और भाभी नहाने चली जाती तो वो मेरे रुम में आ कर चुद्वा लेती थी. एक दीन जब मैं मधु को चोद रहा था तो भाभी ने देख लीया. भाभी ने मुझसे कहा आखीर तुमने मधु को चोद ही दीया. मधु ने भाभी से कहा आप के देवर का लंड ही ऐसा है की मैं अपने आप को नहीं रोक पाई।
भाभी ने मुझसे कहा क्यों देवर जी मेरा number कब आएगा. मैंने मुस्कुराते हुए अभी आ जाओ. भाभी मुस्कुरा कर रह गयी. उसके बाद भैया जब ऑफिस चले जाते तो भाभी खुद ही मुझसे कह देती की अब तुम मधु को चोद लो. कभी कभी मधु को चोदते समय भाभी चुप चाप खड़ी हो कर देखने लगती. १ महीने बाद मधु को अपने पती के साथ १० दीनो के लीये गाँव जाना था. वो नेहा को साथ लेकर आई और उसने भाभी से कहा मैं गाँव जा रही हूँ, तब् तक नेहा आप के पास ही रहेगी. भाभी ने धीरे से मधु से कहा अगर राजू ने नेहा को चोद दीया तो. मधु बोली ऐसे लंड से चुद्वाना किस्मत वालो को नसीब में होता है. भाभी मुस्कुराने लगी. वो नेहा को भाभी के पास छोड़ कर चली गयी।
मधु के जाने के दुसरे ही दीन अचानक भैया और भाभी को १० दीनो के लीये बाहर जाना पद गया. भाभी जानती थी की उनके जाने के बाद नेहा मुझसे बच नहीं पायेगी. भाभी ने मुस्कुराते हुए मुझसे कहा नेहा अभी छोटी है. संभल कर चोदना. मैंने पूछा आप को कैसे मालूम की मैं नेहा को चोदने वाला हूँ. वो बोली मैं तुम्हारी नीगाहों की भाषा खूब समझती हूँ. क्या तुम मुझे चोदने का ख्वाब नहीं देखते.
मैंने अपना सीर झुका लीया तो वो बोली वक़्त आने दो मैं भी तुम्हारे लंड का स्वाद जरूर चाखुंगी. दुसरे दीन सुबह के ६ बजे ही भैया और भाभी बाहर चले गए. मैं उठा और बाथरूम में जा कर नहाने लगा. नेहा को चोदने का ख्याल मन में आते ही मेरा ८" का लंड खड़ा हो गया. मैंने नेहा को पुकारा. वो आई तो मैनेअल मन में आते ही मेरा ८" का लंड खड़ा हो गया. मैंने नेहा को पुकारा. वो आई तो मैंने बाथरूम का दरवाज़ा खोल दीया।
उसकी नीगाह जेइसे ही मेरे ऊपर पड़ी तो उसने अपना मुह फेर लीया और बोली क्या है. मैंने कहा क्या मैं इतना बदसूरत हूँ की तुमने अपना मुह फेर लीया. वो बोली नहीं ऐसी बात नहीं है. तुम एक दम नंगे हो इस लीये मुझे शरम आ रही है. मैंने कहा कैसी शरम. यहाँ मेरे और तुम्हारे अलावा कोई नहीं है. जाओ बेडरूम से मेरा तोवेल ले आओ. वो तोवेल लाकर आई तो उसने नज़रें झुकाए हुए ही मुझे तोवेल दे दीया. मैंने उसका हाथ पकड़ कर अपनी तरफ खीच लीया. वो बोली मेरा हाथ छोड़ दो नहीं तो मैं तुम्हारे भैया से कह दूँगी।
मैंने कहा क्या कहोगी यही ना की मैं तुम्हारे सामने एक दम नंगा था और अपना लंड दीखा रहा था. मैं भी भैया से कह दूंगा की तुम खुद ही मुझे अकेला पा कर मुझसे अपना लंड दीखाने को कह रही थी. वो मेरी ही बात पर विश्वास करेंगे तुम्हारी बात पर नहीं. वो कुछ नहीं बोली. मैंने कहा मैं तो केवल तुम्हें अपना लंड दीखा कर तुमसे ये पूछना चाहता हूँ की तुम्हें मेरा लंड कैसा लग रहा है. मैंने उसके सीर के बाल पकड़ कर उसका चेहरा अपने लंड की तरफ कर दीया और कहा थोडी देर तक मेरा लंड देखो और बताओ तुम्हें मेरा लंड कैसा लगा. वो डर के मरे मेरे लंड को देखने लगी।
धीरे धीरे उसकी आंखें गुलाबी सी होने लगी. मैं समझ गया की उसे भी जोश आने लगा है. मैं चुप चाप खड़ा रहा और वो मेरा लंड देखती रही. थोडी देर बाद वो बोली अब जाने दो, अभी मुझे नाश्ता बनाना है. मैंने कहा पहले तुम ये बताओ मेरा लंड कैसा लगा. वो बोली बहुत अच्छा है. मैंने उसके बाल छोड़ दीये और वो kitchen में चली गयी. थोडी देर मी मैं भी kitchen मी चला गया !! वो दार गयी !!
मैंने पीछे से जा के उसके Boobs पे हाथ रख दीया वो शर्म गयी उसके Boobs बहोत् मूते थे इस काम उमर मी भी काफी उभरे हुए थे मैं उसके Boobs पे हाथ फेरने लगा मैंने महसूस किया की उसके निप्प्ले खडे हो गए थे मैं उसके Boobs धीरे धीरे दबाने लागा मैंने उससे पूछा कैसा लाग रहा है वो कुछ ना बोली मैं उसके Boobs पकड़ के उसे बेडरूम मैं ले गया और पीछे से हे हाथ दाल के उसके Boobs दबाने लगा बहूत मजा आ रहा था वो अब गरम हो चुकी थी उसने आपने हाथ से मेरा लौन्द पकड़ लीया !! और भार निकाल लीया !!
फीर मैंने उसके ब्लौज़ के बटन खोल डाले क्या मास्ट लाग रही थी वो धीरे धीरे उसे पुरा नंगा कर दीया और अपने भी कपडे उतार दीये फीर मैं उसके Boobs को आपने मुह मी लेके चूसने लागा ! थोडी देर मी मैंने उसकी प्यारी चूत उंगली दाल दी वो करहा उठी !! मेरी उंगली गीली हो गयी !!!

फीर मैंने झट से अपना खडा लंड उसकी चूत मे दाल दीय और झटके मारने लग्गा वो पहले तो थोडा चिल्लई फीर वो भी मजा लेने लगी मैं १ घंटे thak उसे चोद्ता रहा वो आब ताक़ ३ बार झड़ चुकी थी थोडी देर मे मैं भी झड़ गया !! १० दीन थक मैंने उसे रोज चोदा हर पोसिस्शन मे !!

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........raj.........

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राज शर्मा की कहानियाँ पसंद करने वालों को राज शर्मा का नमस्कार दोस्तों कामुककहानियाँब्लॉगस्पॉटडॉटकॉम में आपका स्वागत है। मेरी कोशिश है कि इस साइट के माध्यम से आप इन कहानियों का भरपूर मज़ा ले पायेंगे।
लेकिन दोस्तों आप कहानियाँ तो पढ़ते हैं और पसंद भी करते है इसके साथ अगर आप अपना एक कमेन्ट भी दे दें
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