आज मैं जो कहानी आप लोगो को सुनाने जा रही हूँ वो २-३ साल पहले की घटना है. तब मैं एक फ़्लैट मे रहती थी. और मेरी बगल बली फ्लैट मै एक Bengali family रहती थी. उनकी family मे चार मेंबर थी. हुसबंद, वीफे उनकी एक १८ साल का लारका राजा और १९ साल की एक लर्की नमीता. मैं उन दोनो को भईया भाभी बुलाती थी. भैया और भाभी दोनो ही काम करते थे. भाभी दीखने मे बहुत ख़ूबसूरत थी.
36c साइज़ का बूब्स सुरहीदार गरदेन. ऊपर से उन्होने अपनी navel को pierce करके उसमे एक रंग पहना करती थी. मैंने कईबार उनकी साथ लेसबियन सेक्स करनी की बात सोची थी. मैंने कईबार भाभी की बूब्स को उनकी nighty की ऊपर से देखी है. वो घर मे कोई ब्रा नेही पेहेंती थी और उनकी night dress भी बहुत transparent है जिसमे से उनकी brown nipple tight बूब्स दिकाही देती थी. मैंने कैबार भाभी से बात करते हुए उनकी मुलायम abdomen को छुआ भी है.
एकबार भैया और भाभी कीसी रिश्तेदार को दीखने के लिए बहार जा रहे थे और मेरे पास एके बोले की "नमीता और रजा एक दीन के लिए तुम्हारे पास रखना रंजना". मैंने कहा "कोई प्रॉब्लम नेही". वो लोग शाम को नमीता और रजा को मेरे पास रख कर निकल गए.
मेरे फ्लैट मे दो कमरे है एक मे मैं सोती हूँ. दुसरे कमरे मे मैं नमीता और रजा का सोने का इंतेजाम कर दिया. घर मे मैं सिर्फ़ shorts और एक ट-शर्ट पेहेंती हूँ, खास करके गर्मियो में. रात की खाना खाने की बाद हम तीनो टीवी देखने बैठे. नमीता मेरी बगल मे बठी थी, थोड़ी देर बाद वो मेरी गोद मे सर रख के सो गयी. मेरी ट-शर्ट थोड़ी ऊपर की तरफ उठ गयी थी और मेरी abdomen उसे साफ नजर आ रही थी. नमीता ने अचानक मुझसे पूछी "आंटी आप ममी की तरह navel रंग कीओं नेही पेहेंती, आपको बहुत सुइट करेगी. आपकी navel कितनी सुन्दर है". उसने फीर मुज्से पूछी "क्या में आपकी navel मे एक कीस कर सकती हूँ". मैंने कहा "ठीक है". उसने मेरी navel मे एक कीस कीया.
फीर उसने मेरी हाथ अपनी पेट (abdomen) की ऊपर रख दी. उसने एक pink color का टॉप और blue color का short skirt पहनी हुई थी. मेरी हाथ उसकी पेट के ऊपर रख ते ही उसने आपनी टॉप तोहडी और ऊपर उठा ली. मैंने अपनी हाथ उसकी पेट पे फिरती हुई उसको बोली "तुम्हारी navel भी तो बहुत अच्छी है तुम कीऊ कोई रंग नेही पेहेंती". उसने कही "ममी ने कही है अगली साल मेरी navel pierce करायेंगी फीर मैं उसमे रंग पेहेनुंगी". थोड़ी देर बाद मुझे ख़याल आया रजा क्या कर रह. मैं मूढ़ के सोफे पे दीख तो दीख की रजा गहरी नींद मे है. मैं उठी और रजा को गोद मे उठा दुसरे कमरे मे बेड पर लीटा दी. और वापस आ गयी नमीता के पास जो की तब भी टीवी देख रही थी. मैं जब उसकी पास आयी तो देखी के उसने इतने मे आपनी skirt उतार कर सिर्फ़ पैंटी पेहेन के बैठी थी. pink color की टॉप और pink color की पैंटी मे उसे बहुत सुन्दर लग रही थी. मेरी बैठ ते ही उसने फीर से मेरी गोद पे सर रख कर सो गयी. थोड़ी देर बाद उसने मुझसे कही "आंटी आप मेरी बदन पे थोड़ी सी हाथ फीरा देंगी". मैंने कहा "कीओं नेही". तो उसने उठ कर अपनी टॉप को उतर्दी. उसने अन्दर और कुछ नेही पहने थी. उसकी स्तन (बूब्स) नीम्बू जैसी थी और निप्प्लेस व्हितिश pink color की थी. मैं उसकी बदन पर अहिस्ता अहिस्ता हाथ पिराने लगी. उसने अचानक मुझसे पूछी "आंटी क्या आप ऐसे ही सोती हैं मतलब पूरी कपड़े पेहेन के". मैंने कहा "कीओं तुम कैसे सोती हो?" उसने कही मैं तो सिर्फ़ पैंटी पेहेन के कभी कभी तो जादा गरमी मे बिल्कुल नंगी सोती हूँ". मैंने कहा "तुम आपनी भाई के साथ नंगी सो जाती हो". उसने कही "तो क्या वो भी तो नंगा ही सोता है. और वैसे भी बचपन से हम कितनी बार एक दुसरे को नंगे देख चुके है". मैंने कहा "बचपन की बात अलग है, लेकिन आब तुम बरे हो गयी हो. क्या भैया भाभी कुछ नेही कहते". नमीता ने कही "नेही वैसे भी वो लोग खुद अपने कमरे मे नंगे ही सोते है. मैंने दो तीन बार दीख है. और आप भी तो घर मे कभी कभी नंगी ही रहती है". मैंने कहा "तुम कैसे जानती हो". उसने कही "एकबार मैं घर मे सुबह दूध के बरे मे पूछ ने आयी थी. आपका दरवाज़ा लाक नेही थी अन्दर आके देखी तो आप नंगी ही kitchen मे breakfast बाना रही थी". मैंने कहा "तुमने मुझे आवाज कियूं नेही दी". उसने कहा "तब मैंने सोचा के आप मुझे दटों गी". मैंने कहा" कीओं दतुन्गी क्या तुमने कोई गुन्हा की थी". नमीता ने कही "अगर आप नाराज़ ना होन तो क्या आप मुझे आपनी स्तनों दिखेंगी". मैं हास परी आपनी चोटी लेस्बियन को देख कर. और अपनी t-शर्ट और short उतार कर बिल्कुल नंगी होकर बैठ गयी. उसने भी आपनी पैंटी उतार दी उसकी bina बालो बली छूत (हैर्लेस पुस्स्य) एकदम चमक रही थी. मेरी चूत भी एकदम साफ थी.
उसने मेरी चूत पे एक प्यारी सी कीस की. मेरी बदन मे करंट सा दौर रह था उओ जैसे रेअच्त कर रही ती मुझे लग रही थी उओ इस तरह की सेक्स पहले कर चुकी है. मैंने उससे पूछा "क्या तुम ऐसे प्यार के बरे मे जानती हो". उसने कहा "हां इसे लेस्बियन सेक्स कहते है". मैं चौक गयी और पूछा "तुम्हे कैसे पता". उसने कही "मेरी एक दोस्त है शालिनी एकबार मे जब उसके घर गयी थी तब उसकी बड़ी दीदी, शालिनी और मैं हम तीनो ने ऐसे कीये थे. तब उसकी दीदी ने मुझे बतायी थी. और एकबार शालिनी जब हमारी घर मे आयी थी तब भी हमने अयेसे सेक्स की थी और वो भी राजा की सामने". मैंने कही "मतलब राजा भी तुम्हारी इस सेक्स के बरे मे जनता है". "हाँ लेकिन आंटी राजा सेक्स के बारेमे कुछ नेही जनता. अच्छा आंटी राजा तो सेक्स के बरे मे अभी कुछ नेही जनता फिर्भी जब भी मैं जब भी उसकी लंड (पेनिस) के साथ खेलती हूँ तो उसका लंड एकदम tight और खडा हो जता है". मैंने पुच्ची "क्या उम् राजा के लंड के साथ खेलती हो?" उसने कही "हाँ रात मे सोए वक़्त कभी कभी मैं उसके लंड को और वो मेरी pussy को सहलाती है. और उसके लंड से कभी कभी कुछ चिप्चिपा सा लीकुइड निकल आती है". मैंने उससे कही "ये लरको के लुन्दो का धरम है. और वो चिपचिपा सा जो निकल अता है उसे semen कहता है". मैं एक teenage लर्की की बाते सुनकर हैरान भी हो रही थी और खूस भी हो रही थी एक teenage लेसबियन partner पा कर. रात भी बहुत हो चुकी थी मैं नमीता से कही "नमीता आब चलो सो जाओ कल मेरी छुट्टी है कल सुबह हम बात करेंगे". उसने कही "आंटी आप भी हमारे साथ सो जायी ना". मैंने कहा "ठीक है". हम तीनो एकही कमरे मे सो गए. सुबह मैं जब उठी तब नमीता और राजा सो रहे थे. दीन के उजाले मे नमीता की गोरी नंगी बदन एकदम अंगेल की तरह लग रही थी. मैं फ्रेश हो कर नास्ता बनायीं, इतने मे राजा और
नमीता भी जग गए थे. मैं एक t-शर्ट और पैंटी पहनी हुई थी. मैंने नमीता से कहा 'तुम्भी फ्रेश हो कर कुछ कपड़े पेहेन लो". तो उसने कही "कीओं याहा कौन अनेव अल है, मैं आज नंगी ही रहूंगी. और आप भी. मुझे आपकी नंगी बदन बहुत अच्छा लगती है". तब राजा ने कहा "दीदी आज कयात उम और आंटी वैसे खेल खेलोगी जैसे सलिनी दीदी के साथ खेली थी". नमीता ने कही "हाँ". राजा कहा "तब तो बारा मजा आयेगा. लेकीन दीदी आज मैं भी तुम लोगो के साथ खेलूंगी". नमिता ने कही "ठीक है". मैं भी नमीता के साथ लेसबियन सेक्स के लीए तरफ रही थी. हम तीनो नंगे हो कर मेरी बेडरूम चले गए. मैंने नमीता से कहा "तुम आपनी टांग फेला कर बिस्तार मे बैठो और राजा की लंड को चुसो". मैं अपनी मुह नामीता की चूत पे लगा कर उसे चाट चाट कर गीली की ओ दोनो हाथोसे उसकी छोटी छोटी बूब्ब्स को म्सलती रही. फीर आपनी एक हाथ से उसकी छोट को और पहेली और दुसरी हाथ की दो ऊँगली उसकी छोट की अन्दर धीरे धीरे घुसाने लगी. सुरु सुरु मे उसकी छोट tight होने की कारन घुसाने मे तकलीफ हुई वो मुह से आवाज़ भी निकल रही थी बाद मे मैं आपनी ऊँगली उसकी छोट की अन्दर बहार करने लगी और वो जोर जोर से राजा के लंड को चूसने लगी. थोदिही देर मे उसकी छोट से पानी निकल ने लगी. मैंने अपनी मुह उसकी छोट पे लगा कर उसे चाट ना सुरु कर दी. इधर राजा की लंड से भी semen निकल ना सुरु हो गया था वो अपनी दीदी की मुह मे ही अपनी पुरा semen झर दीया. आब मैंने नामीता सा कहा "तुम आब मेरी चूत को इसी तरह सह्लाओ". उसने मेरी चूत मे अपनी ऊँगली घुसा कर अन्दर बहार करने लगी. बिच बिच मे अपनी मुह मेरी चूत पे लगा कर चाटने भी लगी. कुछ समय बाद मेरी चूत से भी पानी निकाल नी सुरू हो गयी तो नमीता और राजा दोनोने मील कर मेरी चूत को चाट कर साफ करने लगा. दो तीन घटे बाद हम तीनो थक कर लेट गए. नमीता ने कही "आंटी आज हम लोगो ने जो मजा कीया वो जिन्देगी भर नेही भूलेंगे."
उस दीन पुरा समय हम तीनो नंगे रहे. जबतक भैया भाभी आकर नमीता और राजा को घर ना लगाये. उस्दीन के बाद जब कभी भी नमीता मेरी पास आती थी तब हम अयसे सेक्स करते थे.
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........raj.........
Thursday, May 29, 2008
1 comment:
कामुक कहानियाँ डॉट कॉम
राज शर्मा की कहानियाँ पसंद करने वालों को राज शर्मा का नमस्कार दोस्तों कामुककहानियाँब्लॉगस्पॉटडॉटकॉम में आपका स्वागत है। मेरी कोशिश है कि इस साइट के माध्यम से आप इन कहानियों का भरपूर मज़ा ले पायेंगे।
लेकिन दोस्तों आप कहानियाँ तो पढ़ते हैं और पसंद भी करते है इसके साथ अगर आप अपना एक कमेन्ट भी दे दें
तो आपका कया घट जाएगा इसलिए आपसे गुजारिश है एक कमेन्ट कहानी के बारे में जरूर दे
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mi puja kai mard phno karo mn 9031886618
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