लाडका)=यह चूत गीली गीली यह गोरी टांगें
देख के उठा धीरे से वोह लंड हमारा
(लाडकी)=कीउं ख़रेश जाग के इठलाती हे फुड्डी
खुजने भी नहें देता यह लंड का इशारा
(लाडका)=नाचता हुया लंड सुपाडे पर हे नमी
केसे नाः महसूस हो चूत की कमी
(लाडकी)=उन्ग्ली से नाः मीला सकुन उससे खुजने में
एससे में फुड्डी ढूंढे लंड को अनजाने में
(लाडका)=एससे में कॊई तू चूत हमे याद करे
(लाडकी)=में हूँ यहं लंड मेरी फुड्डी आबाद करे
चूत और लंड का हुया मीलाप खो गेय ईक् दूजे में
दुआ हे हमारी भगवन इन को सदा शाद्क अर.
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........raj.........
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