Sunday, May 25, 2008

मा, मौसी और में

येह तो एक दिन होना ही था, जब मैन खेल कर वपस आया तो मेरि लेगस मैन बहुत दरद हो रहि थी। मैने मान से मेरि तनगो मैन तेल लगने के लिये कहन तो वोह बोली की मैन कितचेन मैन काम कर रही हून तुम मौसि से कह कर लगवा लो। मैने कहन मौसि जी को आप कह दो कयोनकी वोह कभि कभि आति हैन मैन उनसे नहि कह सकता।
मान ने मौसि को अवज़ लगैए ओ मनजु ज़रा सहिल की तनगो पर तेल तो लगा दे मैन कितचेन मैन हून मुझे अभि अधा घनता और लगेगा। मेरि अछि बेहन ज़रा लगा दे। मौसि ने कहन अछा मैन लगा देति हून। येह कह कर वोह तेल कि शेशीए लेने बथरूम मैन चलि गयी और मैन रूम मैन इनतज़र करने लगा। वोह आकर बोली अछा ज़रा पनत उत्तर दो और तनगो को मेरि तरफ़ करो।मैन पनत उत्तर दी और तनगो को मौसि की तरफ़ फ़ैला दिया। मौसि जी ज़मीन पर बैथ गयी। और मेरि तनगो मैन तेल लगने लगि। बार बार मेरि तानग खिच जाति और और मौसि जी की तनगू के बीच उनकि चूत पर मेरा अनगूथा रगद खता। येह कफ़ि देर चलता रहा। और मौसि जी की चूत मेरे अनगूथे को गीलि लगने लगि।इस्सि बीच मैन भि गरम होने लगा और मेरा लौदा भि अनगदि लेने लगा। थोदा सा उथता फिर बैथ जता। मेरि येह हलत देख कर मौसि मनद मनद मुसकुरा रहि थी।मैन भि मसति मैन उनकि चूत पर पैर रख कर बैथा हुअ था।मेरे पैर का अनगूथा उनकि चूत के अनदेर जाने की कोशिश कर रहा था।
मैन सहिल 22 साल का अपने माबाप की एकलौत सनतान हून। मेरि उमर 22 की और कद 5 फ़त 9 इनच 65 कग वजन हता कत्ता हुन। मेरि मान 8 भै बेहनो मैन सद से बदि और मेरि मनजु मौसि सबसे छोती। 8 बच्चे पैदा करने के बाद मेरे नना नानि ज़िनदा तो नहि रहे पर परिवर सहि सलमत हैन। मौसि की चुनकि बल विवह हो गया था और अब वोह बलविदवा हैन और मा बाप के मकन मैन अपने बदे भै के साथ रेहती हैन। वोह यदा कदा हमरे घर आ कर भि हफ़तो गुजर देति हैन। मेरे पितजी बनक मैन मनगेर हैन और बहर रेहते हैन मा घर के काम काज देखती हैन। एक बदि बेहन हैन जो शदि शुदा हैन और देलहि मैन रेहती हैन। पिता जी रात को अयेनगे और मुमी को लेकर दिल्लि चले जयेनगे कयोनकी बेहन के ससुरल मैन किस्सि की मौत हो गयी हैन और मौसि उनकी अबसेनसे मैन घर पर रुकेगी।
उपर वलि घतना देख कर तो लगता हैन की मौसि बहुत ही अजीब सी नज़रोन से मुझ को देख रहि थी मुझे दर्र लग रहा हैन की आज की रात कुच हो जयेगा। रात को 10 बजे की गदि हैन पिता जी 7 बजे आ गये और घर पर जाने की तैययरि शुरु हो गयी। 9 बजते बजते सरा घर बहर आ चुका था और मैन सततिओन पर मा बबु जी को चोदने जा रहा था मौसि बोली मैन भि जौगी छोदने। हुम लोग सब मरुति लेकर सततिओन छोदने चले गये। मा मुझे समझा रहे थी की घर पर ही रेहना मौसि के हर बात मनना।और मौसि को अकेले छोद कहिन ना जना। अगर कहि पिसतुरे देखने जना तो मौसि को साथ ले जना। मैने कहा थीक मतजी आप निशचिनत हो कर जयेन।
गदि चलि गयी और हुम लोग यनि मैन और मौसि घर के लिये मुदे तो मौसि बोली कहिन से अचि से इसे सरेअम खिला।।।।।।।।।।।मैन उनहे लेकर कवलिती की शोप पर चला गया जहन उनहो ने पुनजबि कुलफ़ि लेकर उस्से इस्स तरह चुसना शुरु किया जैसे लनद को चूस रहि हो।और वोह भि मुझे देखा देखा कर। मुझ मैन भि बहुत गरमि हैन पर मनजु मौसि तो बहुत ही चुदसि लग रहि थी। मैने सोचा जब औखलि मैन सिर दे दिया तो मुसलोन से कया दरना अब जो होगा देखा जयेगा। मैन भि मनद मनद मुसकुरा रहा था और दिल मैन सोच रहा था मौसि आज तुमहे पता चल जयेगा की किस्स से पला पदा हैन वोह चुदै करूनगा की बहर मुह मारने से पेहले मौसि सौ बार सोचेगी।
येहि सोचते हुए इसे सरेअम खतम हुए और हुम गदि मैन घर की और चल दिये। घर पहुनच कर मैन अपने रूम नहने चला गये और मौसि मसतेर बेदरूम मैन मेरा इनतज़ार करने लगि। जब मैन आया तो मौसि नहने चलि गयी और करीब 15 मिनुते के बाद वोह एक बलौसे और पेत्तिसोअत पेहन रूम मैन आ गयी।बलौसे इतना लोव सुत थत की उसका 50% मुम्मय दिखयी दे रहे थे और मौसि मेरे पस्स आ कर बैथ गयी और बोले कयोन लला सोने का परोगरम बनया जये मैन कहन मनजु जी जैसे आपक की मरज़ि।
वोह मैन सवितच के पस्स जकर मैन लिघत बनद कर बोली निघत लमप जला दून या शरम लगती हैन, मैन नकहन शरम किस्स बात की आप मैन लिघत जलने दे।वोह मेरे पस्स आ कर धीरे से बोली अर्रे अभि तक कुनवरि हून मेरे लला धोदे तो शरम रहने दो।आप और कुनवरि ।।।।।।।हा बबा लमबि कहनि हैन बाद मैन बतौ गी। इस्स वकत तो जुम इतना जान लो की मैन कुनवरि हून और बुस इस्स समय तुमहरि हून। येह कहते हुए उसने अपने हाथ आगे बदये और मुझे अपने आगोश मैन ले लिया और तिघतली हुग किया। मुझे उसने बहुत ही कस्स के किस्स किया जो की मैने उसे उतने ही जोर से वपस किया। थोदी से परत हुए तो मैने उसके बूबस पर किस्स किया और मैन उसके बलौसे के चनद बुत्तोन जो थे खोलने लगा। तीन बुत्तोन खुलने के बाद दोनो पनछि अज़द हो गये और मुझे लगने लगा की शयद किस्सि औरत के इतने बदे बूबस हो ही नहि सकते पर वोह मेरे समने थे और उनहे एक एक कर के मैन मुह मैन लेकर चुसने लगा और वोह हलके हलके सितकार करने लगि इस्सा लगने लगा जैसे चुदै शुरु हो गयी हो उसका मोअन करना इस्सि अनदज़ मैन था।
मैने उसका पेतीसोअत भि खोल दिया और उसको अपने लनद के समने बिथा कर अपनि पनत का बुत्तोनस खोल दिये वोह मेरस लौरा देख कर हैरन रह गयी और बोले येह इतना बदा भि होता हैन मैन कहा मौसि ओह नहि मनजु इस्से से भि बदा होता हैन येह तो ओरदिनरी लमबै हैन। करीब 7 इनच का लौदा वोह देख कर मुह मैन ले गयी और उस्से धीरे धीरे अनदर बहर करने लगि मुझे मज़ा आने लगा और देखते ही देखते मेरा लौदा झद कर पुरा सुम उसके मुह मैन चला गया।वोह उस्से थुकने ही वलि थी की मैने उसके मुह पर मुह रख दिया कुच सुम तो मेरे मुह मैन गया और कुच उसके मुह मैन चला गया वोह बोली छे येह तुमने कया किया। मैने कहा अर्रे येह ही तो ज़िनदगि का निचोद हैन तुम थूक रहि थी। वोह हस्स दी मैनेअपना लुनद उसके मुह से खीनच लिया और उस्से थोदा आरम देने की गरज़ से थोदा सा उस से हत गया वोह बोले बुस्स मैने कहा अभि रात बकि हैन बात बकि हैन चिनता ना करो करूनगा और खूब करूनगा।
थोदि देर के बाद मैन वपस आया तो उस्से बेद पर लेगया और उस्से बेद पर लिता दिया और पनि इनदेक्स फ़िनगेर दल मैन उसके पुस्सी को गरम करने लगवो ह पहले से ही बहुत गरम थी , मनु मेरा लौनद पकद कर उस्से सहलने लगी धीरे धीरे मेरा लौरा फिर से कुतुब की तरह खदा हो गया। मनजु ने धीरे से मुझे अपने उप्पर खीनच लिया और मैन उसके उप्पेर गिर पदा । मैन उसका छेद दूनध कर अपना लुनद उसमे दाल कर उसका हयमेन तोदने लगा और येह सच था की मेरा लौरा बहुत परेशनि के साथ अनदर गया एक खून का हलका सा फ़वरा छोता और लुनद अनदेर चला गया। अब जब चला गया तो अनदर बहर करने मैन भि मज़ा आने लगा।
मौसि उरफ़ मनजु उफ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़ हीईईईई मर गयी। कह कर मावँ कर रही थी मुझे मज़ा आ रहा थत थोदि देर के बाद उसे भि मज़ा आने लगा और वोह अह्हह्हह्हह्हह्हह्हह्ह उफ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़ औच बोल कर एनजोय करने लागि। मैने झदने से पुरव महसूस किया की वोह दो बार झद गयी हैन और एनजोय कर रहि हैन।इस्से तरह हुम लोग एनजोय करते रहे सारे रात बीत गयी सुबह हुम लोग ननगे ही पदे थे की पहले फोने की घनति बजी मुम्मी का फोने था दिल्लि पहुनचने का फिर धूध वले ने बेल्ल बजयी तो हुम लोगो की नीनद खुलि।
अगले सात दिन हुम लोगो ने खुब एनजोय किया। मुम्मी ने वपस आ कर मौसि से पुचा तो मुअसि ने उनहे पुरि बात बता दी। मुम्मी ने कहा येह तो होना ही था फिर मुम्मी ने मुझे कया कहा।।।।

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