Sunday, May 25, 2008

मैडम के घर जाके चोदा

मैडम के घर जाके चोदा
 
हाय, मेरा नाम सितांषु है। मैं अभी बंगलौर में रहता हूं और ये मेरा पहला संदेश है आप लोगो के पास। इसका मतलब ये नहीं के ये मेरा पहला सेक्स अनुभव है। इससे पहले मैने बहुत सेक्स किया है लड़कियों और आंटिओं से भी। मैं हमेशा कुंवारी लड़कियां, matured girls and sexy aunties को sex encounter करने के लिये बेताब हूं और जो भी मेरे साथ पूरी रात गुजारना भी चाहे तो मैं बिल्कुल फ़्री हूं क्योंकि मैं यहां मेस में रहता हूं सो मुझे मना करने वाला यहां कोई नहीं है। पहले मैं अपना परिचय देता हूं। रंग गोरा, height 5.5", age 24, graduate। और एक बात जो आप लोगों को शायद बुरा भी लगे कि मैं अपने आपकी तारिफ़ ज्यादा करता हूं मगर ये सच है कि मैं अपने हाई स्कूल से लेकर स्नातक होने तक हैंडसम नाम से ज्यादा फ़ेमस था भुवनेश्वर में। और जो लड़कियां मेरे साथ सेक्स एन्काउंटर में रात गुजारते थे वो मेरे साथ टाउन में घूमने के लिये भी ख्वाहिश रखते थे। खैर मैं अपने बारे में कुछ ज्यादा ही बोल रहा हूं ये तो आपको मुझसे मिलने के बाद ही पता चलेगा कि मैं कितना अच्ची तरह से स्थिति सम्भाल लेता हूं।

ये स्टोरी 3 साल पुरानी है तब मेरे परिवार के साथ में medical colony में रहता था और मैं engg. की पढ़ाई कर रहा था। तभी मेरे पड़ोस में एक परिवार का आगमन हुआ। फ़ैमिली में पति, पतनी और एक 3 साल का बच्चा। वैसे भी कालोनी में और भी कई भाभियां थी पर नयी भाभी के सामने सब फ़ीका पड़ने जैसा लगता क्योंकि वो नये थे तो मैं कभी कभी उनका marketing भी कर लेता। मुझे घूमने का मौका मिल जाता और आंटी को देखने का और कभी कभी थोड़ा थोड़ा छूने का भी। इसी बीच एक महीना बीत गया और भाभी हमारे घर के साथ भी घुल मिल गये। उनके पति और पापा में भी गहरी दोस्ती हो गयी। एक दिन एक शादी में हमे और भाभी को भी न्यौता मिला था पर मम्मी को कुछ काम था सो भाभी भी जाने के लिये मना कर दिया। सो पापा और भैया (भाभी के पति)चले गये। पार्टी कालोनी से 30 km के दूरी पर था और आते वक्त जोर की बारिश के वजह से पापा ने रात के करीब 9 बजे ममा को फोन में कहा के मुझे आंटी के घर जा के सोने के लिये।

फ़िर क्या मैं खाना खाकर 10 बजे भाभी के घर चला गया। घंटी बजाई और भाभी ने झट से दरवाज़ा खोल दिया। तभी मैं भाभी को देख कर दंग रह गया। अरे बातों बातों में मैं तो भाभी का फ़ीगर आउट भी नहीं कर पाया। गोरी चिट्टा, लम्बे घने बाल, ब्रेस्ट आगे जितना, गांड उतना पीछे, शोर्ट कट बोले तो 36-30-36, 5।2", इतने सारे फ़ीगर के साथ साथ काली नाइटी, जैसे लगा कि आसमान की कोई परी नीचे घूमने आयी हो। फ़िर हम दोनो अंदर आ गये भाभी ने कहा तुम बैठो मैं दूध लाती हूं, मैं वहीं सोफ़े पर बैठ गया। थोड़ी देर में भाभी दूध लेकर आ गयी एक गिलास मुझे दिया और एक गिलास खुद लेकर मेरे पास सोफ़े पर बैठ गयी। और एक अंग्रेजी फ़िल्म देखने लगे जिसमे सिर्फ़ 2-3 किसिंग सींस ही थे, उन्होने मुझसे पूछा कि क्या संदीप तुमहारी कोई गर्लफ़्रेंड है या नहीं। मैं घबरा गया कि भाभी क्या पूछ रही हैं क्योंकि इससे पहले कभी ऐसी बात हमारे उनके बीच में नहीं हुई थी। मैने इंकार में सर हिला दिया तो कहने लगी कि तुम तो लड़कियों कि तरह शरमा रहे हो, मैने कहा नहीं भाभी ऐसी कोई बात नही है। तो उन्होने कहा कि एक बात बताओ तुमने आज तक कभी किसी लड़की या औरत को नंगा देखा है तो मैने जान बूझकर कहा नहीं भाभी आज तक नहीं देखा है, वो मेरे बगल में बैथी थी और जब बातें कर रही थी तो मैं बार बार उनके मम्मो की तरफ़ देख रहा था, भाभी ने मुझे देखते हुए देख लिया था, वो बोली अगर देखना है तो मुझसे कहो मैं तुम्हे ऐसे ही दिखा दूंगी। मैं घबरा गया कि भाभी क्या बोल रही है, उसके बाद भाभी ने मेरे चेहरे पर हाथ रखते हुए बोला कभी किसी के साथ कुछ किया है या नहीं।

तभी मेरे अंदर का जानवर जाग गया तो मैने भाभी से कहा कि मैं आपको किस करना चाहता हूं और कहते हुए उनके चेहरे को अपने तरफ़ खींच कर उनके होंठों पर किस करने लगा, उनके होंठों बहुत ही नशीले थे, मैं उनके होंठों को चूसने लगा और भाभी मेरे होंठों को चूसने लगी, दोनो करीब 15 मिनट तक ऐसे ही किस करते रहे उसके बाद भाभी बोली कि तुम तो कह रहे थे कि तुमने कभी कुछ नहीं किया है लेकिन तुम्हे देखकर लगता नहीं है कि तुमने कभी कुछ नहीं किया है। मैं कुछ नहीं बोला और भाभी की ब्रा एक बटन को खोलकर उनके मम्मे को हल्का हल्का दबाने लगा, उनको भी अच्छा लग रहा था इसलिये कुछ नहीं बोली फिर मैने उनके ब्रा को पूरा खोल दिया तो भाभी कहने लगी तुम तो बहुत तेज हो, पहले तो तुमने किस करने को कहा और अब मेरे मम्मे दबाने लगे, मैने कहा भाभी आप बहुत खूबसूरत हो और मैं आपको चोदना चाहता हूं, कहके भाभी कि एक मम्मो पर अपना मुंह लगाकर चूसने लगा और दूसरे मम्मे को अपने हाथ से दबाने लगा, भाभी भी मस्ती में आकर ऊऊउह्हहाआआ और जोर से चूसो संदीप बहुत अच्छा लग रहा है चूसते रहो ऊऊऊह्हाआआआ मजा आ रहा है संदीप जोर से चूसो और जोरसे। मैं अपने पूरे स्पीड से भाभी के मम्मे को चूसने लगा, तभी वो सिर्फ़ पैंटी में ही थी, मम्मे चूसते हुए मैने अपने हाथ भाभी के पैंटी के अंदर डाल कर उनके जांघों को सहलाने लगा तब तक भाभी मस्त हो चुकी थी, भाभी की जांघों को सहलाते हुए मैने उनकी चूत को भी हल्के हल्के सहलाने लगा, भाभी मस्ती में आअह्हह्हह्हह ह्हह्हह्हह्ह ऊऊऊउफ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़ आवाज़ निकाल रही थी।

एक तरफ़ उनके निप्पल से दूध निकल रहा था और दूसरी तरफ़ उनके निप्पल को मसल रहा था। 1 घंटे तक मैने उनका निप्पल और चूत में उंगली डालता रहा उनकी चूत गीली हो गयी थी, बाद में मैने उसके पेट पेर किस किया और उनके चूत के अंदर अपनि जीभ को डालने लगा और उनकी चूत को मैं ने अच्छी तरह चाटा 25 मिनट तक। और भाभी मुझे किस कर के कहने लगीं के तुमने तो अपना काम कर दिया अब देखो मैं क्या करती हूं। फिर भाभी ने मेरे लंड की टोपी पर ज़ुबान फेरनी शुरू की, फिर धीरे धीरे पूरा लंड अपने मुंह में ले लिया और लोलयपोप की तरह चूसने लगीं। भाभी बहुत अच्छा लंड चूस रही थीं। मैं तो उस वक्त मज़े और आनन्द की ऊंचाई पर था। भाभी ने पहले आहिस्ता और फिर तेज़ी से लंड चूसना शुरू कर दिया। भाभी ने मेरा लंड अपनी चूत पर रखा मैने एक slow push के साथ अपना लंड उनकी चूत में डाल दिया। उनकी चूत पहले ही गीली हो रही थी इसलिये पूरा लंड बड़ी आसानी से उनकी चूत में चला गया। पहले तो मैं भाभी को आहिस्ता आहिस्ता चोदता रहा फिर मैने अपनी स्पीड तेज़ कर दी और भाभी को शक्ति से चोदने लगा। भाभी चुदाई का पूरा मज़ा ले रही थीं और आआअह्ह ऊओह्हह्ह ऊउफ़्फ़फ़्फ़ ह्हहयययययीए और तेज़ प्लीज़ तेज़ उफ़्फ़फ़्फ़ ऊऊह्हह्ह की आवाज़ें निकाल रही थीं। उनके ब्रेस्ट्स हर झटके के साथ हिल रहे थे। जो एक हसीन और दिलकश नज़ारा था।

मैं चोदने के बाद मैने भाभी को घोड़ी बनाया तो उनकी खूबसूरत और चौड़ी गांड ऊपर को उठ आई और उनके ब्रेस्ट्स किसी आम की तरह लटकने लगे। मैने भाभी की गांड पर हाथ फेरते हुये लंड उनकी चूत में डाल दिया और उनके ब्रेस्ट्स पकड़ कर ज़ोर ज़ोर से झटके लगाने लगा मैं भाभी को जी जान से चोद रहा था और भाभी भी चुदाई में भरपूर साथ दे रही थी। काफ़ी देर चुदने के बाद भाभी ठंडी पड़ गयीं, मैं भी अपने क्लाइमेक्स पर था। मैने भाभी को कहा कि मैं छूटने वाला हूं तो उन्होने कहा कि कोई बात नहीं तुम मेरे अंदर ही निकालो। मेरे लंड से वीर्य का फ़ौव्वारा निकला और भाभी की चूत वीर्य से भर गयी मैं भी थक कर भाभी के ऊपर लेट गया। थोड़ी देर बाद मैने लंड भाभी की चूत से निकाला जो वीर्य और भाभी के जूस से भरा हुआ था, भाभी ने फिर मेरे लंड को चाटना शुरु कर दिया और इसे बिल्कुल साफ़ कर दिया।

अब भाभी ने कहा संदीप तुम तो बहुत expert लगते हो, मुझसे पहले कितनो के साथ चुदाई कर चुके हो, मैने कहा भाभी चुदाई तो 14-15 के साथ किया है लेकिन जैसे मम्मे आपके हैं वैसे मम्मे मैने आजतक नहीं चुसे हैं, आपके मम्मे बहुत टेस्टी हैं। ये कहते हुए मैने अपनी उंगली फ़िर से उनकी चूत में डाल दी और भाभी ने स्ससस्सस्ससाआआआ करती रही, बहुत अच्छा लग रहा है। और फिर मैने झटके से भाभी की तरीफ़ की कि सच में आप बहुत खूबसूरत हो तो भाभी ने मुझसे कहा कि ये क्या भाभी भाभी लगा रखा है, पहले ये बताओ तुम मुझे रात भर चोदोगे या नहीं। ये सुनकर तो मुझे और भी खुशी महसूस हुई। इसका मतलब ये नहीं कि मैं और किसी के साथ रात नहीं गुजारी है। मैने तो पिछले 4 सालों से कितनी अपनी classmate के साथ रात गुजारी है पर भाभी के जैसा patience और किसी में मैने नहीं देखा था इसलिये मुझे बहुत खुशी महसूस हो रही थी।

तब मैने उनसे कहा कि मैने आपको दूसरे एंगल से चोदना चाहता हूं तो बोली कौन से एंगल से चोदोगे अब मुझे, मैने कहा कि आप ज़मीन पर लेट जाइए और अपने पैर को उठा कर बेड पर रख दीजिये और उन्होने ऐसे ही किया मैं उनके पैरों के बीच में गया और उसको फ़ैला कर अपने दोनो कंधों पर रख कर उनकी फ़ुद्दी के छेद पर अपना लंड रखकर धक्के मारने लगा, इस तरीके से उन्हे भी अच्छा लगने लगा और बोली बहुत मजा आ रहा है मेरे राजा, जैसे चोदना हो चोदो मुझे, मैं करीब उस एंगल से 10 मिनट तक चोदने के बाद चूत से लंड को निकाल कर वापस गांड में डाल दिया और चोदने लगा। मैने इसी तरह हर 5 मिनट के बाद चूत और गांड की चुदाई करता रहा। लगभग 25-30 मिनट तक इसी तरह चोदने के बाद मैं बोला, "मैं अब झड़ने वाला हूं। तुम बताओ कि मेरे लंड का पानी कहां लेना चाहती हो, अपनी चूत में या गांड में।" उन्होने कहा, "तुम मेरी गांड में ही पानी निकाल दो, चूत में तो तुम पहले भी निकाल चुके हो।" फ़िर मैने अपना सारा अनमोल रतन उनकी गांड में डाल दिया और मैं बेड पर आकर लेट गया, तभी उनकी नज़र घड़ी पर गयी तो देखा कि 5 बजने वाले हैं तभी उन्होने मेरे होंठों पर जोर से किस किया और कहने लगी जो मजा तुम्हारे साथ आता है वो मुझे उनके साथ नहीं आता है।

फ़िर भाभी के मना करने के बाद भी मैने घोड़ी बना कर फिर से उनकी चुदाई शुरु कर दी। इस बार मैने केवल चूत की ही चुदाई की। इस बार लगभग 1/2 घंटे तक चोदा तब कहीं जा कर मेरे लंड से पानी निकला। अब तक सुबह हो चुकी थी। भाभी ने कहा के उनकी चूत और गांड में दर्द बहुत हो रहा है लेकिन इस चुदाई से जो मज़ा मिला उसके आगे ये दर्द कुछ भी नहीं। फ़िर मैं अपने घर आ गया और जब भी मुझे ये मौका मिलता मैं उन्हे छोदता रहा। हर बार मुझे एक अलग सा खुशी मिलती थी क्योंकि आंटी है ही इतनी सेक्सी और reaction वाली जो मैने अपने 4 सल के sex encounter में नहीं पाया।

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